सेक्स को लेकर हुई लड़ाई में गई पति की जान
Agency:News18
Last Updated:
सेक्स को लेकर एक नवविवाहिता और उसके पति के बीच हुए झगड़े में पति की मौत हो गई। दोनों की शादी को अभी महज नौ दिन ही हुए थे।

सेक्स को लेकर एक नवविवाहिता और उसके पति के बीच हुए झगड़े में पति की मौत हो गई। दोनों की शादी को अभी महज नौ दिन ही हुए थे।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, रायपुर से 40 किलोमीटर दूर स्थित राजिम के चौबेबांध गांव के निवासी श्यामाचरण सोनकर (22) का विवाह 21 अप्रैल को धमतरी निवासी आरती सोनकर (19) से हुआ था।
श्यामाचरण अपनी पत्नी के साथ सेक्स करना चाहता था, लेकिन पत्नी इसके लिए तैयार नहीं थी। इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया।पत्नी आरती का कहना था कि उसका मासिक धर्म चल रहा है, इसलिए वह सेक्स नहीं करना चाहती थी।
इसी बीच दोनों में बहस होने लगी। बहस के दौरान आरती ने अपने पति को धक्का देने के साथ ही लात मार दी। धक्के से पति के सिर में चोट लग गई और खून भी निकलने लगा था। पति चिल्लाए ना और घरवाले जाग न जाएं, यह सोचकर आरती ने उसके मुंह को तकिए से दबा दिया। इससे पति का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई। पति की मौत से बुरी तरह घबराई आरती ने पूरी रात इस बात की जानकारी घर के किसी सदस्य को नहीं दी।
सुबह श्यामाचरण के पिता दुखूराम ने बहू से बेटे को उठाने को कहा। इस पर भी आरती चुप रही। जब श्यामाचरण अपने कमरे से नहीं निकला तो आरती का जेठानी प्रभाबाई कमरे में गई। वहां का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। पलंग पर श्यामाचरण की लाश पड़ी थी।
पुलिस पूछताछ में आरती ने पूरी घटना सिलसिलेवार तरीके से बताकर अपना गुनाह स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरती को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, रायपुर से 40 किलोमीटर दूर स्थित राजिम के चौबेबांध गांव के निवासी श्यामाचरण सोनकर (22) का विवाह 21 अप्रैल को धमतरी निवासी आरती सोनकर (19) से हुआ था।
श्यामाचरण अपनी पत्नी के साथ सेक्स करना चाहता था, लेकिन पत्नी इसके लिए तैयार नहीं थी। इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया।पत्नी आरती का कहना था कि उसका मासिक धर्म चल रहा है, इसलिए वह सेक्स नहीं करना चाहती थी।
इसी बीच दोनों में बहस होने लगी। बहस के दौरान आरती ने अपने पति को धक्का देने के साथ ही लात मार दी। धक्के से पति के सिर में चोट लग गई और खून भी निकलने लगा था। पति चिल्लाए ना और घरवाले जाग न जाएं, यह सोचकर आरती ने उसके मुंह को तकिए से दबा दिया। इससे पति का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई। पति की मौत से बुरी तरह घबराई आरती ने पूरी रात इस बात की जानकारी घर के किसी सदस्य को नहीं दी।
सुबह श्यामाचरण के पिता दुखूराम ने बहू से बेटे को उठाने को कहा। इस पर भी आरती चुप रही। जब श्यामाचरण अपने कमरे से नहीं निकला तो आरती का जेठानी प्रभाबाई कमरे में गई। वहां का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। पलंग पर श्यामाचरण की लाश पड़ी थी।
पुलिस पूछताछ में आरती ने पूरी घटना सिलसिलेवार तरीके से बताकर अपना गुनाह स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरती को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
और पढ़ें