छत्तीसगढ़ का 'मिनी गोवा' कहलाता है ये शहर, प्रकृति का खूबसूरत नजारा मोह लेगा मन, नए साल पर घूमने का बनाएं प्लान
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Mini Goa of Chhattisgarh: कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित सतरेंगा को छत्तीसगढ़ का मिनी गोवा कहा जाता है. अपनी विशेषताओं और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध यह पिकनिक स्थल आपको गोवा की याद दिला देगा.
कोरबा: वर्ष 2024 विदा होने वाला है. कोरबा जिले में पर्यटन का मौसम अपने चरम पर है. पुराने साल को विदा और नए साल का स्वागत करने के लिए पर्यटक मनमोहक स्थलों की ओर खींचे चले आ रहे हैं. खासकर प्राकृतिक प्रेमी लोग जश्न मनाने के लिए सतरेंगा की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिसे छत्तीसगढ़ का ‘मिनी गोवा’ कहा जाता है. सतरेंगा ने कोरबा को एक नई पहचान दिलाई है. देश के विभिन्न राज्यों से पर्यटक इस अद्भुत स्थल की खूबसूरती का दीदार करने आ रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आए एक सैलानी सूर्य प्रकाश मिश्रा ने कहा की ,”सतरेंगा के बारे में जितना सुना था, उससे कहीं ज्यादा सुंदर दृश्य देखने को मिला. समुद्र जैसी लहरें और चारों ओर हरियाली, वास्तव में यह सुकून देने वाला है. सतरेंगा, कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इसे अपनी विशेषताओं और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. यहां के जल और तट पर लहरों का आनंद लेना, गोवा की याद दिलाता है. हरियाली और विशाल पहाड़ों की खूबसूरती इस स्थल को अनूठा बनाती है.
यहां फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की सुविधा भी
सतरेंगा में पर्यटक केवल पिकनिक नहीं मना सकते, बल्कि स्पीड बोटिंग, सामान्य बोटिंग और घुड़सवारी जैसी गतिविधियों का भी मजा ले सकते हैं. यहां फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की सुविधा भी है, जहां पानी के बीच बैठकर भोजन करना एक अलग अनुभव है. बोटिंग के दौरान, बांगो जलाशय में स्थित छोटे टापुओं की सैर करना रोमांचक होता है.
सतरेंगा में पर्यटक केवल पिकनिक नहीं मना सकते, बल्कि स्पीड बोटिंग, सामान्य बोटिंग और घुड़सवारी जैसी गतिविधियों का भी मजा ले सकते हैं. यहां फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की सुविधा भी है, जहां पानी के बीच बैठकर भोजन करना एक अलग अनुभव है. बोटिंग के दौरान, बांगो जलाशय में स्थित छोटे टापुओं की सैर करना रोमांचक होता है.
जानें कैसे पहुंच सकते हैं आप सतरेंगा
सतरेंगा पहुंचना भी काफी आसान है. पर्यटक बस, कार, टैक्सी या बाइक के माध्यम से यहां आ सकते हैं. यह स्थान बिलासपुर से करीब 125 किलोमीटर और रायपुर से लगभग 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.कोरबा रेलवे स्टेशन भी सतरेंगा के निकटतम है, और सड़क मार्ग से आने वालों को दर्री बैराज से आगे बालको वाली सड़क पर जाना होगा, जहाँ से सतरेंगा की लेफ्ट साइड सड़क कटती है.नए साल के स्वागत में सतरेंगा के प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बिताए गए पल पर्यटकों के लिए अविस्मरणीय बन रहे हैं, जिससे इस स्थान की महत्ता और भी बढ़ गई है.
सतरेंगा पहुंचना भी काफी आसान है. पर्यटक बस, कार, टैक्सी या बाइक के माध्यम से यहां आ सकते हैं. यह स्थान बिलासपुर से करीब 125 किलोमीटर और रायपुर से लगभग 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.कोरबा रेलवे स्टेशन भी सतरेंगा के निकटतम है, और सड़क मार्ग से आने वालों को दर्री बैराज से आगे बालको वाली सड़क पर जाना होगा, जहाँ से सतरेंगा की लेफ्ट साइड सड़क कटती है.नए साल के स्वागत में सतरेंगा के प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बिताए गए पल पर्यटकों के लिए अविस्मरणीय बन रहे हैं, जिससे इस स्थान की महत्ता और भी बढ़ गई है.
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Manish Rai
काशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या...और पढ़ें
काशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या... और पढ़ें
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