मुंडका विधानसभा: कालोनियों की वैधता और जलापूर्ति है क्षेत्र का बड़ा मुद्दा!
Agency:News18Hindi
Last Updated:
हरियाणा से लगती हुई मुंडका विधानसभा में 40 फीसदी से अधिक कालोनियां हैं अवैध, पानी की आपूर्ति, जलभराव और जाम से परेशान हैं लोग

नई दिल्ली. हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर स्थित मुंडका विधानसभा क्षेत्र जाट और पिछड़ा वर्ग बहुल है. इस सीट के साथ झज्जर जिला लगता है, जो जाटों का गढ़ है. इसलिए यहां के चुनाव में हरियाणवीं टच रहता है. इसमें 21 गांव 106 कालोनियां हैं. आउटर पर होने की वजह से इस क्षेत्र के विकास पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया है. अनधिकृत कालोनियों के लोग सीवर, पानी की सुविधाओं से वंचित हैं. बारिश के दिनों में रोहतक रोड पर जलभराव की समस्या से निवासी लंबे समय से जूझते रहे हैं. इस रोड पर जाम की भी बड़ी समस्या है. कई कालोनियों में गलियां टूटी हैं. जेजे कालोनी के लोग पीने के लिए पानी के टैंकर पर आश्रित हैं. इसके बावजूद केजरीवाल की 200 यूनिट फ्री बिजली, पानी और महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा माहौल बनाए हुए है.
पानी की समस्या इस विधानसभा का बड़ा मुद्दा है. पाइपलाइन का अभाव है. अनधिकृत कॉलोनियां ज्यादा होने के कारण सफाई व्यवस्था भी बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती.
2008 में बनी यह सीट
2008 के परिसीमन में मुंडका विधानसभा अस्तित्व में आई. इसमें बवाना, हस्तसाल व नांगलोई जाट क्षेत्र के हिस्से आए. क्षेत्र में काफी अनधिकृत कालोनियां हैं. आम आदमी पार्टी के नेताओं का दावा है कि उन्होंने जलापूर्ति ठीक करने के लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से कराला, मुंडका में भूमिगत जलाशय बनवाया. क्षेत्र में दिल्ली गर्वनमेंट के 19 स्कूल हैं, इनमें से 16 स्कूलों में करीब एक हजार कमरे बनाए गए हैं. क्षेत्र में 16 मोहल्ला क्लिनिक चालू हैं. 92 कालोनियों की गलियां, नालियों और सड़कों का निर्माण शुरू है. 50 से अधिक कालोनियों में सीवरलाइन डाली जा रही है.
कालोनियां वैध करना का बड़ा मुद्दा
मुंडका विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद बनाई गई. इसमें बवाना, हस्तसाल व नांगलोई जाट क्षेत्र के कुछ हिस्से शामिल किए गए. विधानसभा क्षेत्र में 40 फीसदी से अधिक अनधिकृत कालोनियां हैं. इसलिए कालोनियों को पक्का करने का मुद्दा बड़ा है. वहीं ग्रामीण क्षेत्र भी कम नहीं है. 30 परसेंट से अधिक ग्रामीण क्षेत्र है. कंझावला, नांगलोई पश्चिमी, मुंडका, कराला, मजरी, चंद्र विहार, मदनपुर, घेवरा, निजामपुर, जेजे कॉलोनी कैंप आदि प्रमुख क्षेत्र हैं.
अनधिकृत कालोनियों को लेकर मोदी सरकार ने जो निर्णय लिया है उसका लाभ बीजेपी प्रत्याशी को मिलने की उम्मीद है. लेकिन 200 यूनिट फ्री बिजली, फ्री पानी और बसों में महिलाओं की फ्री यात्रा वाली स्कीम को हथियार बनाकर आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार भी लोगों को रिझाने में जुटा हुआ है.
आम आदमी पार्टी ने बदला उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी ने मुंडका से अपना प्रत्याशी बदल दिया है. निवर्तमान विधायक सुखबीर सिंह की जगह धर्मपाल लाकरा को मैदान में उतारा गया है. बीजेपी ने आजाद सिंह पर भरोसा किया है तो कांग्रेस से इस सियासी जंग में नरेश कुमार को भेजा है. क्षेत्र में 2,79,262 वोटर हैं.
2008 के चुनाव में यहां बीजेपी नेता मनोज कुमार ने जीत दर्ज की थी. जबकि 2013 में बीजेपी हार गई. निर्दलीय रामबीर ने चुनाव जीता. 2015 में केजरीवाल की लहर में आम आदमी पार्टी के सुखबीर सिंह ने जीत हासिल की.
ये भी पढ़ें:
बुराड़ी चौपाल: दावों और कोशिशों के बीच समस्याओं की ‘बादशाहत’ बरकरार!
बवाना चौपाल: विकास के मामले में उपेक्षित है हरियाणा से सटा हुआ यह क्षेत्र!
पानी की समस्या इस विधानसभा का बड़ा मुद्दा है. पाइपलाइन का अभाव है. अनधिकृत कॉलोनियां ज्यादा होने के कारण सफाई व्यवस्था भी बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती.
2008 में बनी यह सीट
2008 के परिसीमन में मुंडका विधानसभा अस्तित्व में आई. इसमें बवाना, हस्तसाल व नांगलोई जाट क्षेत्र के हिस्से आए. क्षेत्र में काफी अनधिकृत कालोनियां हैं. आम आदमी पार्टी के नेताओं का दावा है कि उन्होंने जलापूर्ति ठीक करने के लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से कराला, मुंडका में भूमिगत जलाशय बनवाया. क्षेत्र में दिल्ली गर्वनमेंट के 19 स्कूल हैं, इनमें से 16 स्कूलों में करीब एक हजार कमरे बनाए गए हैं. क्षेत्र में 16 मोहल्ला क्लिनिक चालू हैं. 92 कालोनियों की गलियां, नालियों और सड़कों का निर्माण शुरू है. 50 से अधिक कालोनियों में सीवरलाइन डाली जा रही है.
इस सीट पर हरियाणा का प्रभाव है, इसलिए बीजेपी के प्रचार में पहुंचे सीएम मनोहरलाल खट्टर
कालोनियां वैध करना का बड़ा मुद्दा
मुंडका विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद बनाई गई. इसमें बवाना, हस्तसाल व नांगलोई जाट क्षेत्र के कुछ हिस्से शामिल किए गए. विधानसभा क्षेत्र में 40 फीसदी से अधिक अनधिकृत कालोनियां हैं. इसलिए कालोनियों को पक्का करने का मुद्दा बड़ा है. वहीं ग्रामीण क्षेत्र भी कम नहीं है. 30 परसेंट से अधिक ग्रामीण क्षेत्र है. कंझावला, नांगलोई पश्चिमी, मुंडका, कराला, मजरी, चंद्र विहार, मदनपुर, घेवरा, निजामपुर, जेजे कॉलोनी कैंप आदि प्रमुख क्षेत्र हैं.
अनधिकृत कालोनियों को लेकर मोदी सरकार ने जो निर्णय लिया है उसका लाभ बीजेपी प्रत्याशी को मिलने की उम्मीद है. लेकिन 200 यूनिट फ्री बिजली, फ्री पानी और बसों में महिलाओं की फ्री यात्रा वाली स्कीम को हथियार बनाकर आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार भी लोगों को रिझाने में जुटा हुआ है.
धर्मपाल लाकरा केजरीवाल के काम पर वोट मांग रहे हैं (File Photo)
आम आदमी पार्टी ने बदला उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी ने मुंडका से अपना प्रत्याशी बदल दिया है. निवर्तमान विधायक सुखबीर सिंह की जगह धर्मपाल लाकरा को मैदान में उतारा गया है. बीजेपी ने आजाद सिंह पर भरोसा किया है तो कांग्रेस से इस सियासी जंग में नरेश कुमार को भेजा है. क्षेत्र में 2,79,262 वोटर हैं.
2008 के चुनाव में यहां बीजेपी नेता मनोज कुमार ने जीत दर्ज की थी. जबकि 2013 में बीजेपी हार गई. निर्दलीय रामबीर ने चुनाव जीता. 2015 में केजरीवाल की लहर में आम आदमी पार्टी के सुखबीर सिंह ने जीत हासिल की.
ये भी पढ़ें:
बुराड़ी चौपाल: दावों और कोशिशों के बीच समस्याओं की ‘बादशाहत’ बरकरार!
बवाना चौपाल: विकास के मामले में उपेक्षित है हरियाणा से सटा हुआ यह क्षेत्र!
और पढ़ें