राजस्थान NSUI की कमान संभालने के बाद अभिषेक चौधरी का दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन, जानें क्या थी मांगें
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Agency:News18 Rajasthan
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राजस्थान एनएसयूआई (NSUI)के नवनियुक्त अध्यक्ष अभिषेक चौधरी (Abhishek Chaudhary) ने संगठन की बागडोर संभालने के बाद छात्रों के हितों को लेकर दिल्ली में जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया है.

नई दिल्ली/ जयपुर. राजस्थान एनएसयूआई के नवनियुक्त अध्यक्ष अभिषेक चौधरी (Abhishek Chaudhary) ने संगठन की बागडोर संभालने के बाद छात्र हितों के मुद्दों को लेकर सीधे दिल्ली पर धावा बोला है. वह आज करीब 200 छात्रों के साथ दिल्ली पहुंचे और शास्त्री भवन स्थित एमएचआरडी मंत्रालय (MHRD Ministry) के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) और सीआरपीएफ के जवानों ने उन्हें बैरिकेट्स लगाकर रोक दिया और क्षेत्र में धारा 144 लगे होने का हवाला देकर को लेकर शास्त्री भवन के मुख्य गेट तक नहीं पहुंचने दिया. मजेदार बात ये है कि प्रदेश एनएसयूआई (NSUI) की तरफ से किए गए इस प्रदर्शन में छात्रों का हौसला बढ़ाने के लिए एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन भी मौजूद रहे.
अभिषेक चौधरी ने उठाईं ये मांगें
एनएसयूआई के छात्रों ने मांग उठाई है कि पूरे देश में कोरोना के बाद बने हालात को लेकर छात्रों को राहत दी जानी चाहिए. इसके लिए दो मांगों को लेकर छात्र दिल्ली पहुंचे थे.राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा कि कोरोना के बाद लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हुई है और इस सूरते हाल में अभिभावक छात्रों की फीस का बोझ उठाने में सक्षम नहीं है. इसी को ध्यान में रखते हुए सभी छात्रों की कम से कम एक सेमेस्टर की फीस माफ की जानी चाहिए. इसके साथ ही फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर के स्टूडेंट्स को जिस तरह से बिना परीक्षा करवाए प्रमोट किया गया है उसी तरीके से फाइनल ईयर के छात्रों को भी बिना परीक्षा करवाए डिग्री के लिए प्रमोट किया जाना चाहिए.
इसके अलावा चौधरी ने कहा कि कोरना के बाद ना तो प्रदेश की सरकारें और ना ही यूजीसी परीक्षाएं करवाने की स्थिति में है, ऐसे हालात में परीक्षाएं करवाना छात्रों के जीवन से खिलवाड़ करने जैसा है. प्रदेश के दूरदराज के इलाकों में दे रहने वाले छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी और कॉलेज तक आकर परीक्षा देना भी एक बड़ी चुनौती है. अगर परीक्षा करवाई गई तो स्टूडेंट्स के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और कोरोना से बचना एक बड़ी चुनौती होगी.
2019 में इस वजह से बटोरी थीं सुर्खियां
राजस्थान प्रदेश एनएसयूआई की बागडोर संभालने से पहले अभिषेक चौधरी संगठन के लिए दिल्ली में लंबे समय तक काम कर चुके हैं. उन्होंने 2019 में छात्र हितों की मांगों को लेकर दिल्ली मेट्रो रेल रोकने को लेकर सुर्खियां बटोरी थी. जबकि वह प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भी पहला बड़ा प्रदर्शन करने दिल्ली ही पहुंचे हैं.
अभिषेक चौधरी ने उठाईं ये मांगें
एनएसयूआई के छात्रों ने मांग उठाई है कि पूरे देश में कोरोना के बाद बने हालात को लेकर छात्रों को राहत दी जानी चाहिए. इसके लिए दो मांगों को लेकर छात्र दिल्ली पहुंचे थे.राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा कि कोरोना के बाद लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हुई है और इस सूरते हाल में अभिभावक छात्रों की फीस का बोझ उठाने में सक्षम नहीं है. इसी को ध्यान में रखते हुए सभी छात्रों की कम से कम एक सेमेस्टर की फीस माफ की जानी चाहिए. इसके साथ ही फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर के स्टूडेंट्स को जिस तरह से बिना परीक्षा करवाए प्रमोट किया गया है उसी तरीके से फाइनल ईयर के छात्रों को भी बिना परीक्षा करवाए डिग्री के लिए प्रमोट किया जाना चाहिए.
इसके अलावा चौधरी ने कहा कि कोरना के बाद ना तो प्रदेश की सरकारें और ना ही यूजीसी परीक्षाएं करवाने की स्थिति में है, ऐसे हालात में परीक्षाएं करवाना छात्रों के जीवन से खिलवाड़ करने जैसा है. प्रदेश के दूरदराज के इलाकों में दे रहने वाले छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी और कॉलेज तक आकर परीक्षा देना भी एक बड़ी चुनौती है. अगर परीक्षा करवाई गई तो स्टूडेंट्स के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और कोरोना से बचना एक बड़ी चुनौती होगी.
2019 में इस वजह से बटोरी थीं सुर्खियां
राजस्थान प्रदेश एनएसयूआई की बागडोर संभालने से पहले अभिषेक चौधरी संगठन के लिए दिल्ली में लंबे समय तक काम कर चुके हैं. उन्होंने 2019 में छात्र हितों की मांगों को लेकर दिल्ली मेट्रो रेल रोकने को लेकर सुर्खियां बटोरी थी. जबकि वह प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भी पहला बड़ा प्रदर्शन करने दिल्ली ही पहुंचे हैं.
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