AAP के साथ गठबंधन न करके कांग्रेस ने अच्छा किया: शीला दीक्षित
Agency:News18Hindi
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दीक्षित ने कहा कि दिल्ली की जनता ने कांग्रेस को भरपूर वोट देने के साथ ही खूब प्यार भी दिया है, जिसका असर आगामी विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा. हालांकि, सभी सीटों पर हार की बात करें तो मोदी लहर आई थी जो सब कुछ बहाकर ले गई.

लोकसभा चुनाव 2019 में दिल्ली की सातों सीटों पर मिली हार के बाद भी कांग्रेस आम आदमी पार्टी (AAP) से गठबंधन न करने के फैसले को सही मानती है. इस संबंध में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि इन चुनावों से दिल्ली में कांग्रेस की स्थिति साफ हो गई है. शीला ने कहा कि कांग्रेस दिल्ली में पांच सीटों पर दूसरे नंबर पर रही है. इसने आम आदमी पार्टी को भी पछाड़ दिया है. ऐसे में अच्छा हुआ कि AAP से गठबंधन नहीं किया और जनता की मंशा पता चल गई.
शीला दीक्षित ने कहा कि दिल्ली की जनता ने कांग्रेस को भरपूर वोट देने के साथ ही खूब प्यार भी दिया है, जिसका असर आगामी विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा. हालांकि, सभी सीटों पर हार की बात करें तो मोदी लहर आई थी जो सब कुछ बहाकर ले गई. फिर भी दिल्ली में कांग्रेस को मिले वोटों से न हार ही कही जा सकती है और न ही जीत. थोड़ी और मेहनत की जाती तो नतीजे कांग्रेस के पक्ष में होते.
शीला का कहना है कि उनका अगला लक्ष्य दिल्ली विधानसभा चुनाव है. इसके लिए अभी कोई रणनीति तैयार नहीं की गई है. हालांकि, जल्द ही इस संबंध में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की जाएगी. लोकसभा चुनावों से यह तो स्पष्ट हो गया है कि जनता का भरोसा आम आदमी पार्टी से उठ चुका है और जनता कांग्रेस की तरफ फिर से मुड़ रही है. वहीं, उत्तर-पूर्व दिल्ली से मिली हार पर दीक्षित ने कहा कि उन्हें जनता ने चार लाख से ज्यादा वोट दिए. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने कहा कि हार की समीक्षा की जाएगी.
शीला दीक्षित ने कहा कि दिल्ली की जनता ने कांग्रेस को भरपूर वोट देने के साथ ही खूब प्यार भी दिया है, जिसका असर आगामी विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा. हालांकि, सभी सीटों पर हार की बात करें तो मोदी लहर आई थी जो सब कुछ बहाकर ले गई. फिर भी दिल्ली में कांग्रेस को मिले वोटों से न हार ही कही जा सकती है और न ही जीत. थोड़ी और मेहनत की जाती तो नतीजे कांग्रेस के पक्ष में होते.
शीला का कहना है कि उनका अगला लक्ष्य दिल्ली विधानसभा चुनाव है. इसके लिए अभी कोई रणनीति तैयार नहीं की गई है. हालांकि, जल्द ही इस संबंध में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की जाएगी. लोकसभा चुनावों से यह तो स्पष्ट हो गया है कि जनता का भरोसा आम आदमी पार्टी से उठ चुका है और जनता कांग्रेस की तरफ फिर से मुड़ रही है. वहीं, उत्तर-पूर्व दिल्ली से मिली हार पर दीक्षित ने कहा कि उन्हें जनता ने चार लाख से ज्यादा वोट दिए. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने कहा कि हार की समीक्षा की जाएगी.
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