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वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हिमाचल की बेटी वंशिका गोस्वामी बनीं चैंपियन, भारत का नाम किया रोशन

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Vanshika Goswami Gold Medalist: वंशिका गोस्वामी की इस उपलब्धि ने हिमाचल प्रदेश को गर्व का क्षण प्रदान किया है. इस स्वर्णिम सफर के पीछे उनकी मेहनत, लगन और कोचों का समर्पण है. वंशिका की इस जीत से भारत के बॉक्सिंग समुदाय में उत्साह का माहौल है और देश को उनसे भविष्य में और भी शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है.

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हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा की वंशिका गोस्वामी ने यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2024 में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है. यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट 25 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच कोलोराडो, यूएसए में आयोजित हुआ, जहां वंशिका ने अपने दमदार प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया.

वंशिका के परिजनों के अनुसार, खेलों के प्रति उनकी रुचि बचपन से ही थी. जब वह छोटी थीं, तब उन्होंने अपने पिता से जूडो-कराटे सीखने की इच्छा व्यक्त की. उनकी कड़ी मेहनत और लगन का परिणाम यह हुआ कि कक्षा 9 तक वंशिका ने जूडो-कराटे में ब्राउन बेल्ट हासिल कर ली. इसके बाद, उन्होंने अपनी रुचि बॉक्सिंग में दर्शाई. उनके पिता, जो पुलिस विभाग में कार्यरत हैं, उन्हें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहे.

बॉक्सिंग की शुरुआत
वंशिका का बॉक्सिंग सफर तब शुरू हुआ जब वह 10वीं कक्षा पास करने के बाद अपने पिता के साथ बडोह चली गईं. उन्होंने सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल समलोटी में दाखिला लिया, जहां उन्हें फिजिकल एजुकेशन लेक्चरर कैलाश शर्मा का मार्गदर्शन मिला. कैलाश शर्मा, जो एक अनुभवी बॉक्सिंग कोच हैं, ने वंशिका को बॉक्सिंग की बारीकियाँ सिखाईं. उनकी मेहनत और कोच के मार्गदर्शन का असर यह हुआ कि पहले ही साल में उन्होंने स्कूल गेम्स में राज्य चैंपियन का खिताब जीता. इसके साथ ही, उन्होंने राष्ट्रीय खेलों में भी सिल्वर मेडल प्राप्त किया.
उच्च प्रशिक्षण और आगे की सफलता
12वीं कक्षा पूरी करने के बाद, कोच कैलाश शर्मा ने उन्हें बेहतर प्रशिक्षण के लिए बाहर जाने की सलाह दी. वंशिका ने हरियाणा की एक प्राइवेट बॉक्सिंग अकादमी में कोचिंग ली, जहां से उनका चयन SAI (Sports Authority of India) रोहतक में हुआ. SAI रोहतक में उन्हें हेड कोच अमनप्रीत का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, जिन्होंने वंशिका के खेल में निखार लाने में अहम भूमिका निभाई. इस दौरान, वंशिका ने अपने खेल में सुधार किया और अब पंडित सुशील रतन राजकीय महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष की पढ़ाई के साथ-साथ अपनी ट्रेनिंग भी जारी रखे हुए हैं.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक जीत
वंशिका गोस्वामी की मेहनत और समर्पण का फल उन्हें तब मिला, जब उन्होंने यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया. उनकी इस सफलता के लिए उन्हें भारतीय टीम की हेड कोच अमनप्रीत, हिमाचल बॉक्सिंग एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजेश भंडारी और कांगड़ा बॉक्सिंग एसोसिएशन के प्रधान नरेंद्र गौड़ का भी समर्थन और प्रोत्साहन प्राप्त हुआ. इस अद्वितीय सफलता पर वंशिका ने अपने कोच और टीम के सभी सहयोगियों को अपना आदर्श बताया है.
भविष्य की योजनाएं
वंशिका की इस सफलता ने न सिर्फ उनके परिवार और प्रदेश का नाम रोशन किया है, बल्कि उन्होंने पूरे देश में महिलाओं के लिए एक प्रेरणा का कार्य किया है. अब वंशिका का अगला लक्ष्य ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना और विश्व स्तर पर देश का नाम ऊंचा करना है. अपने परिवार और कोचों का आभार व्यक्त करते हुए वंशिका ने कहा कि वह अपने खेल में निरंतर सुधार करते हुए भारत के लिए और भी स्वर्ण पदक जीतने की इच्छा रखती हैं.
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वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हिमाचल की बेटी वंशिका गोस्वामी बनीं चैंपियन
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