Constipation pain: क्या कॉन्स्टिपेशन पेन सामान्य है? जानिए कब डॉक्टर से सलाह लेना है जरूरी
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Constipation pain: कॉन्स्टिपेशन पेन यानी कब्ज की समस्या होने पर शारीरिक तकलीफ बढ़ जाती है, ऐसे में इसके कारणों को समझकर इस परेशानी से बचने में या दूर रहने में मदद मिल सकती है.

Constipation pain: कॉन्स्टिपेशन का अर्थ है कि बाउल मूवमेंट का मुश्किल होना या सामान्य से कम होना. हर व्यक्ति इस समस्या से कभी न कभी गुजरता ही है. हालांकि, यह समस्या गंभीर नहीं होती है और कुछ समय के बाद यह परेशानी खुद ही ठीक हो जाती है. पेट में दर्द और कॉन्स्टिपेशन दोनों का एक दूसरे के साथ गहरा संबंध है. पेट में दर्द कॉन्स्टिपेशन में सामने आने वाला सबसे सामान्य लक्षण है. अधिकतर मामलों में यह परेशानी पेट में गैस के बनने के कारण होती है. माइल्ड और मॉडरेट एब्डोमिनल पेन और कब्ज एक साथ आमतौर पर चिंता का कारण नहीं होते हैं. संक्षेप में कहें तो कॉन्स्टिपेशन पेन होना सामान्य है. आइए जानें इस समस्या के बारे में और अधिक.
कॉन्स्टिपेशन पेन के क्या कारण हैं?
हेल्थलाइन के अनुसार पेट में दर्द और कब्ज का उपचार इसके कारणों पर निर्भर करता है. इसमें उपचार में लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव से लेकर मेडिकेशन्स आदि शामिल हैं. कॉन्स्टिपेशन पेन के कारण इस प्रकार हैं:
-पर्याप्त पानी का न पीना और डाइट में फाइबर कम लेना
-खाने या एक्टिविटीज में बदलाव
-अधिक डेयरी उत्पादों को लेना
-एक्टिव न रहना
-स्ट्रेस में रहना
-लैक्सेटिव का अधिक इस्तेमाल
-कुछ दवाईयों का सेवन
-ईटिंग डिसऑर्डर्स
-इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम
-प्रेग्नेंसी
-कोलन कैंसर
-न्यूरोलॉजिकल कंडीशंस
-अंडरएक्टिव थायरॉइड
-ब्लड में अधिक कैल्शियम
हेल्थलाइन के अनुसार पेट में दर्द और कब्ज का उपचार इसके कारणों पर निर्भर करता है. इसमें उपचार में लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव से लेकर मेडिकेशन्स आदि शामिल हैं. कॉन्स्टिपेशन पेन के कारण इस प्रकार हैं:
-पर्याप्त पानी का न पीना और डाइट में फाइबर कम लेना
-खाने या एक्टिविटीज में बदलाव
-अधिक डेयरी उत्पादों को लेना
-एक्टिव न रहना
-स्ट्रेस में रहना
-लैक्सेटिव का अधिक इस्तेमाल
-कुछ दवाईयों का सेवन
-ईटिंग डिसऑर्डर्स
-इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम
-प्रेग्नेंसी
-कोलन कैंसर
-न्यूरोलॉजिकल कंडीशंस
-अंडरएक्टिव थायरॉइड
-ब्लड में अधिक कैल्शियम
कब लें डॉक्टर से सलाह?
अगर आपको अचानक कब्ज के साथ पेट में दर्द या क्रैम्पिंग होती है या आप स्टूल पास करने में सक्षम नहीं होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से बात करें. इसके साथ ही इन स्थितियों में भी डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है:
-अगर कब्ज आपके लिए नई प्रॉब्लम है और इसमें लाइफस्टाइल में बदलाव से फायदा न हो रहा है.
-स्टूल में ब्लड आ रहा हो.
-अचानक वजन कम होना.
-बाउल मूवमेंट्स के साथ गंभीर दर्द होना.
-दो हफ्ते से अधिक यह समस्या रहना.
-अचानक स्टूल के साइज, शेप और कंसिस्टेंसी में बदलाव होना.
अगर आपको अचानक कब्ज के साथ पेट में दर्द या क्रैम्पिंग होती है या आप स्टूल पास करने में सक्षम नहीं होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से बात करें. इसके साथ ही इन स्थितियों में भी डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है:
-अगर कब्ज आपके लिए नई प्रॉब्लम है और इसमें लाइफस्टाइल में बदलाव से फायदा न हो रहा है.
-स्टूल में ब्लड आ रहा हो.
-अचानक वजन कम होना.
-बाउल मूवमेंट्स के साथ गंभीर दर्द होना.
-दो हफ्ते से अधिक यह समस्या रहना.
-अचानक स्टूल के साइज, शेप और कंसिस्टेंसी में बदलाव होना.
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Lakshmi Narayan
Excelled with colours in media industry, enriched more than 14 years of professional experience. Lakshmi Narayan contributed in all genres viz print, television and digital media. He professed his contribution ...और पढ़ें
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