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Piles Treatment: क्षार सूत्र से खत्म होगी बवासीर बीमारी, जानें लक्षण-कारण और इलाज

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बवासीर में मलाशय और गुदा में गांठ या मस्से हो जाते हैं, जो बहुत ही दर्दनाक होते हैं. कई बार इन मस्सों में खून भी निकलने लगता है. बवासीर का सबसे बड़ा कारण कब्ज माना जाता है क्योंकि जब पेट साफ नहीं हो पाता है, तो गुदा के आसपास मस्से हो जाते हैं.

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बागेश्वर. वैसे तो बवासीर यानी पाइल्स एक आम बीमारी है लेकिन कई बार इसका दर्द मरीज के लिए काफी असहनीय हो जाता है. मरीज कई तरीकों से इलाज कराते हैं लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें आराम नहीं मिल पाता. ऐसे में हम आपके लिए कुछ आयुर्वेदिक उपाय लेकर आए हैं, जिन्हें दैनिक जीवन में अपनाकर आप बवासीर की समस्या से निजात पा सकते हैं. आयुर्वेद के अनुसार यदि कुछ दैनिक आदतें आप अपना लें, तो शायद आपको बवासीर जैसी समस्या होगी ही नहीं. उत्तराखंड के बागेश्वर में कार्यरत आयुर्वेदिक डॉ ऐजल पटेल लोकल 18 को बताते हैं कि आयुर्वेद में क्षार सूत्र जो कि एक आयुर्वेदिक उपचार प्रक्रिया है, की मदद से बवासीर का इलाज किया जा सकता है. इसकी मदद से बवासीर के मरीज का कम से कम 10 से 15 दिनों में इलाज किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि बवासीर में मलाशय और गुदा में गांठ या मस्से हो जाते हैं, जो बहुत ही दर्दनाक होते हैं. कई बार इन मस्सों में खून भी निकलने लगता है. बवासीर का सबसे बड़ा कारण कब्ज माना जाता है क्योंकि जब पेट साफ नहीं हो पाता है, तो गुदा के आसपास मस्से हो जाते हैं.

बवासीर के लक्षण
डॉ पटेल ने कहा कि बवासीर दो तरह की होती है, बादी और खूनी. बादी में मस्से बाहर होते हैं, जो दर्दनाक होते हैं. खूनी में इन मस्सों में खून आता है. बवासीर होने पर गुदा क्षेत्र में दर्द या फिर खुजली होने लगती है. इसमें मल के दौरान रक्तस्राव होने की संभावना है. पाइल्स के सबसे गंभीर मामलों में मलाशय से मांसपेशियों बाहर आने की स्थिति बन जाती है, जिसे प्रोलैप्स कहा जाता है. पाइल्स के मरीजों में कब्ज होने की संभावना अधिक होती है, जिससे सूजन बढ़ सकती है.
क्षार सूत्र से बवासीर का इलाज
उन्होंने आगे कहा कि क्षार सूत्र बवासीर का इलाज करने की एक आयुर्वेदिक तकनीक है. इसमें बवासीर के आधार पर एक औषधीय धागा डाला जाता है और उसे कसकर बांधा जाता है. इस धागे को क्षार सूत्र कहते हैं. यह धागा बवासीर के मस्सों में होने वाले ब्लड के फ्लो को रोकने में मददगार है, जिससे वह सूखकर गिर जाते हैं. इसमें इलाज के दौरान न तो बड़ा जख्म बनता है और न ही खून निकलता है. डॉ पटेल बताते हैं कि आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेकर इस प्रक्रिया को आसानी से अपनाया जा सकता है और बवासीर की बीमारी से निजात पाया जा सकता है.
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क्षार सूत्र से खत्म होगी बवासीर बीमारी, जानें लक्षण-कारण और इलाज
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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