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Camikara: भारत की वो पहली लक्जरी रम, जिसमें है देश की मिट्टी का स्वाद 

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Camikara, India's first pure cane juice rum: कैमिकारा के निर्माता पिकाडिली डिस्टिलरीज ने एक बार फिर भारतीय रम के लिए एक मानक स्थापित किया है और वैश्विक स्तर पर भारत के लिए इतिहास रचा है. हाल ही में आयोजित रम एंड कैचाका मास्टर्स 2024 प्रतियोगिता में, कैमिकारा ने दो गोल्ड और एक सिल्वर के साथ एग्रीकोल ओल्ड रम श्रेणी में शीर्ष स्थान हासिल किया.

Camikara: भारत की वो पहली लक्जरी रम, जिसमें है देश की मिट्टी का स्वाद कैमिकारा ने वैश्विक स्तर पर भारत के लिए इतिहास रचा है.
Camikara, India’s first pure cane juice rum: भारत में अगर आप रम पीने के शौकीन लोगों से उनका फेवरेट ब्रांड पूछेंगे तो ज्यादातर लोगों का जवाब संभवत: ओल्ड मॉन्क होगा. भारत में ओल्ड मॉन्क एक तरह से रम का पर्याय बन चुकी है. लेकिन पिछले कुछ सालों में कई और ब्रांड मार्केट में आए हैं और वे लोकप्रिय भी हुए हैं. ऐसा ही एक ब्रांड है कैमिकारा. यह भारत की पहली शुद्ध गन्ने के रस से बनी रम है. कैमिकारा के निर्माता पिकाडिली डिस्टिलरीज ने भारतीय रम के लिए एक मानक स्थापित किया है और वैश्विक स्तर पर भारत के लिए इतिहास रचा है. 

हाल ही में आयोजित रम एंड कैचाका मास्टर्स 2024 प्रतियोगिता में, कैमिकारा ने दो गोल्ड और एक सिल्वर के साथ एग्रीकोल ओल्ड रम श्रेणी में शीर्ष स्थान हासिल किया. कैमिकारा 12YO और 8YO ने स्वर्ण पदक जीते और कैमिकारा 3YO ने रजत पदक हासिल किया. कैमिकारा एकमात्र भारतीय ब्रांड है जिसने दुनिया भर के बेहतरीन रम और कैचाका ब्रांडों के बीच पुरस्कार जीता है. 
क्या है कैमिकारा का अर्थ
ऐतिहासिक जड़ों में जाने पर, भारत में शराब उत्पादन का सबसे पुराना उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है, जहां “सुरा” – फर्मेंटेड अनाज और फलों से बना एक प्राचीन आध्यात्मिक अमृत – 2000 ईसा पूर्व के आसपास सिंधु घाटी सभ्यता में इसके साक्ष्य मिलते हैं. वर्षों से खोई हुई यह परंपरा अब भारत की पहली शुद्ध गन्ने के रस की रम कैमिकारा के साथ पुनर्जीवित हो रही है. कैमिकारा का मतलब ‘संस्कृत में तरल सोना’ होता है.

पंजाब की परंपरा से प्रेरित
पंजाब में स्थानीय शराब लाहान बनाने के लिए गन्ने के रस को आसवित करने की सदियों पुरानी प्रथा से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय परंपराओं की विरासत को पुनः प्राप्त करना है. कैमिकारा के पीछे के दिमाग पिकाडिली डिस्टिलरीज ने उन्नत परिपक्व तकनीकों को शामिल करके इस प्राचीन परंपरा को आगे ले जाने की कोशिश की, दुनिया के सामने प्रीमियम भारतीय रम पेश की जो पंजाब की स्थानीय लाहान को ट्रिब्यूट है. 

कैमिकारा है भारत की पहली शुद्ध गन्ने के रस की रम.
मिट्टी की याद दिलाता है स्वाद
एएनआई के अनुसार इस उपलब्धि पर पिकाडिली डिस्टिलरीज के संस्थापक, सिद्धार्थ शर्मा ने कहा, “हम इस मानसिकता को तोड़ना चाहते हैं कि रम एक सस्ता पेय है. इसलिए हमने भारत की पहली शुद्ध गन्ने के रस वाली रम का उत्पादन किया है जो ताजा गन्ने के रस से बनी एग्रीकोल शैली की है और जिसका स्वाद हमारे मौसम, मिट्टी और गन्ने की याद दिलाता है. यह रम किसी भी वैश्विक उत्पाद से बिल्कुल अलग है. कैमिकारा एक पूर्णतः प्राकृतिक उत्पाद है जिसमें कोई अतिरिक्त शुगर नहीं है.” कैमिकारा के हर घूंट में, कोई न केवल भारत के समृद्ध इतिहास, संस्कृति और परंपरा का भी स्वाद ले सकता है.
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भारत की पहली लक्जरी रम
दुनिया के सबसे बड़े गन्ना उत्पादक भारत ने कैमिकारा के लॉन्च होने तक कभी भी गुणवत्तापूर्ण, लक्जरी रम नहीं बनाई. हालांकि भारतीय बाजार में कई ब्रांड उपलब्ध हैं, लेकिन वे हमेशा शुरुआती स्तर पर रहे हैं. दुनिया भर के मंच पर प्रतिस्पर्धा करने और भारत को गौरवान्वित करने में सक्षम प्रीमियम श्रेणी की भारतीय रम पर कभी शोध नहीं किया गया है. कैमिकारा रम भूमि, समय, संस्कृति और लोगों का उत्सव है. कैमिकारा का जन्म दो कारणों से हुआ था: अतीत को फिर से खोजने के लिए; और भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त करने के लिए इसे वास्तव में ‘किसी अन्य जैसी रम’ नहीं बनाना है.  हालांकि इसकी कीमत थोड़ी ज्यादा है. 12 साल पुरानी 750 एमएल की बोतल का दाम करीब 6200 रुपये है. हरियाणा में इसकी कीमत लगभग 6000 रुपये है.
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Camikara: भारत की वो पहली लक्जरी रम, जिसमें है देश की मिट्टी का स्वाद 
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