Bageshwar News: बागेश्वर में है ये बधाणगढ़ी ट्रेक, जहां का नजारा है शानदार, पहाड़ और मंदिर देते हैं मन को शांति
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Best picnic spot in Bageshwar Uttarakhand: अगर आप किसी अच्छी जगह पर घूमना चाहते हैं, जहां आपको पर्वत, मंदिर शानदार नजारा देखने को मिले, तो हम आपको उत्तराखंड के बागेश्वर में स्थित ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं, जहां जाकर आपका दिन शानदार बन जाएगा.
बागेश्वर: उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में कई ऐसी ट्रेकिंग डेस्टिनेशन हैं, जो सुकून देने के साथ-साथ रोमांच से भरपूर हैं. इन्हीं में से एक है बधाणगढ़ी ट्रेक, जो कुमाऊं और गढ़वाल की सीमा पर स्थित है. यह ट्रेक न केवल ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक शानदार विकल्प है, बल्कि धार्मिक महत्व भी रखता है. बधाणगढ़ी ट्रेक बागेश्वर से लगभग 42 किलोमीटर और चमोली जिले के ग्वालदम से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस ट्रेक की कुल लंबाई मात्र 2 किलोमीटर है. जो इसे हर उम्र के लोगों के लिए आसान और आकर्षक बनाता है. यहां का ट्रेकिंग रूट ताल गांव से शुरू होता है. जहां तक आप टैक्सी या ऑटो से पहुंच सकते हैं. इसके बाद का रास्ता पैदल तय करना होता है, जिसमें करीब 1 से 1.5 घंटे का समय लगता है.
क्या खास है यहां
आपको बता दें, बधाणगढ़ी मंदिर समुद्र तल से लगभग 2260 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यह स्थान मां काली और भगवान शिव को समर्पित है. मंदिर तक पहुंचने के लिए रास्ते में कहीं-कहीं सीढ़ियां हैं और बाकी रास्ता मिट्टी व घास से ढका हुआ है. जो ट्रेकिंग को रोमांचक बना देता है. हालांकि रास्ते में किसी प्रकार की दुकान या अन्य सुविधा नहीं है, इसलिए यात्रियों को पानी और खाने का सामान साथ लेकर चलना चाहिए. चाहे आप गढ़वाल से हो या कुमाऊं से दोनों स्थानों से आप इस ट्रेक को कर सकते हो.
आपको बता दें, बधाणगढ़ी मंदिर समुद्र तल से लगभग 2260 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यह स्थान मां काली और भगवान शिव को समर्पित है. मंदिर तक पहुंचने के लिए रास्ते में कहीं-कहीं सीढ़ियां हैं और बाकी रास्ता मिट्टी व घास से ढका हुआ है. जो ट्रेकिंग को रोमांचक बना देता है. हालांकि रास्ते में किसी प्रकार की दुकान या अन्य सुविधा नहीं है, इसलिए यात्रियों को पानी और खाने का सामान साथ लेकर चलना चाहिए. चाहे आप गढ़वाल से हो या कुमाऊं से दोनों स्थानों से आप इस ट्रेक को कर सकते हो.
घूमने के लिए है बेहतरीन जगह
बधाणगढ़ी में ट्रेकिंग करने आए सौरभ सिंह ने लोकल 18 को बताया, कि यह ट्रेक हिमालय के विहंगम दृश्य और प्राकृतिक शांति के लिए प्रसिद्ध है. यहां से नंदा देवी सहित कई अन्य चोटियों का नजारा साफ दिखाई देता है. वीकेंड पर एक छोटा लेकिन यादगार ट्रेक करना हो, तो बधाणगढ़ी एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है. यह स्थान न केवल पर्यटकों को रोमांचक अनुभव देता है, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का केंद्र है. स्थानीय लोगों के अनुसार यहां मां काली की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है. अगर आप भी पहाड़ों में एक आसान और शांत ट्रेक की तलाश में हैं, तो इस बार बधाणगढ़ी जरूर पहुंचिए. यहां की शुद्ध हवा, हरियाली और आध्यात्मिक ऊर्जा आपको अंदर से तरोताजा कर देगी.
बधाणगढ़ी में ट्रेकिंग करने आए सौरभ सिंह ने लोकल 18 को बताया, कि यह ट्रेक हिमालय के विहंगम दृश्य और प्राकृतिक शांति के लिए प्रसिद्ध है. यहां से नंदा देवी सहित कई अन्य चोटियों का नजारा साफ दिखाई देता है. वीकेंड पर एक छोटा लेकिन यादगार ट्रेक करना हो, तो बधाणगढ़ी एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है. यह स्थान न केवल पर्यटकों को रोमांचक अनुभव देता है, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का केंद्र है. स्थानीय लोगों के अनुसार यहां मां काली की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है. अगर आप भी पहाड़ों में एक आसान और शांत ट्रेक की तलाश में हैं, तो इस बार बधाणगढ़ी जरूर पहुंचिए. यहां की शुद्ध हवा, हरियाली और आध्यात्मिक ऊर्जा आपको अंदर से तरोताजा कर देगी.
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