MP: 7वीं बार विधायक बिसेन शिवराज कैबिनेट में शामिल, जानिए कैसा है उनका राजनीतिक सफर
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Shivraj Cabinet News. मध्यप्रदेश में बीते दो दिनों से शिवराज कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा जारी है. हालांकि अब बालाघाट से विधायक और पूर्व मंत्री गौरी शंकर बिसेन, रीवा से विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला और खरगापुर से विधायक राहुल लोधी तीनों भाजपा नेताओं को आज शाम भोपाल के राज भवन में मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है.

भोपाल. मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो गया है. इसमें बालाघाट से विधायक गौरी शंकर बिसेन को भी शामिल किया गया है. 26 अगस्त को बिसेन की सुबह कार्यकर्ताओं के बीच ही हुई. उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ ही नाश्ता किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि एक बार फिर भाजपा की सरकार बनाने का काम करेंगे. इस बार महाकौशल में 25 से ज्यादा सीटें बीजेपी जीतेगी. कांग्रेस और कमलनाथ को लेकर उन्होंने कहा कि 2018 में कांग्रेस ने जनता से झूठ बोला और भ्रमित करने का काम किया.
बता दें, बिसेन वर्तमान में बालाघाट से 7वीं बार विधायक बने. वे अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं. उनका जन्म सन 1952 में बालाघाट में हुआ था. गौरी शंकर बिसेन साल 1971 में ग्राम हितकारिणी समिति के अध्यक्ष बने. इसके बाद 1978 से 80 में जिला सहकारी बैंक और भूमि विकास बैंक बालाघाट के संचालक और बालाघाट जिला भाजपा के उपाध्यक्ष रहे. इसके बाद साल 1985 में विधानसभा का चुनाव जीता. फिर 1990, 1993 और 2003 में विधायक बने. 1998 में उनकी पत्नी बालाघाट से विधानसभा चुनाव लड़ी, लेकिन हार गईं. बिसेन साल 1998 और 2004 में लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
सरकार ने बिसेन को दीं कई जिम्मेदारियां
पूर्व मंत्री गौरी शंकर बिसेन विधानसभा की कई समितियों के सदस्य और सभापति रह चुके हैं. लोकसभा के स्थाई समिति रक्षा, ऊर्जा, रेल, कृषि, खाद्य और नागरिक आपूर्ति सलाहकार समिति के सदस्य रह चुके हैं. 25 दिसंबर साल 2000 से वे भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा और सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी रहे. बिसेन मध्य प्रदेश भाजपा के तीन बार उपाध्यक्ष रहे. इसके बाद साल 2008 में 13वीं विधानसभा के सदस्य बने. उसके बाद फिर साल 2013 में विधानसभा के सदस्य बने. उस वक्त उन्हें किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मंत्रालय सौंपा गया.
पूर्व मंत्री गौरी शंकर बिसेन विधानसभा की कई समितियों के सदस्य और सभापति रह चुके हैं. लोकसभा के स्थाई समिति रक्षा, ऊर्जा, रेल, कृषि, खाद्य और नागरिक आपूर्ति सलाहकार समिति के सदस्य रह चुके हैं. 25 दिसंबर साल 2000 से वे भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा और सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी रहे. बिसेन मध्य प्रदेश भाजपा के तीन बार उपाध्यक्ष रहे. इसके बाद साल 2008 में 13वीं विधानसभा के सदस्य बने. उसके बाद फिर साल 2013 में विधानसभा के सदस्य बने. उस वक्त उन्हें किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मंत्रालय सौंपा गया.
बालाघाट से की पढ़ाई
गौरी शंकर चतुर्भुज बिसेन का जन्म 1 जनवरी साल 1952 में बालाघाट में हुआ. उनके पिता का नाम चतुर्भुज बिसेन है. उन्होंने बालाघाट से प्राथमिक शिक्षा ली और जटाशंकर त्रिवेदी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज बालाघाट से पढ़ाई की. उन्होंने सागर विश्वविद्यालय से भी पढ़ाई की है. गौरी शंकर बिसेन की पत्नी का नाम रेखा बिसेन है. रेखा बालाघाट जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं.
गौरी शंकर चतुर्भुज बिसेन का जन्म 1 जनवरी साल 1952 में बालाघाट में हुआ. उनके पिता का नाम चतुर्भुज बिसेन है. उन्होंने बालाघाट से प्राथमिक शिक्षा ली और जटाशंकर त्रिवेदी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज बालाघाट से पढ़ाई की. उन्होंने सागर विश्वविद्यालय से भी पढ़ाई की है. गौरी शंकर बिसेन की पत्नी का नाम रेखा बिसेन है. रेखा बालाघाट जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं.
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Mahesh Amrawanshi
Works as a journalist In News 18 hindi
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