125 साल पुराने ग्वालियर व्यापार मेला का इतिहास और विकास! इस बार के मेले में जानें क्या होगा नया...
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Gwalior Vyapar Mela: ग्वालियर व्यापार मेला ग्वालियर की शान है. यह पिछले 125 वर्षों से लगातार चल रहा है .इस मेले में कई प्रकार के व्यापारी आते हैं और यहां पर आकर व्यापार करते हैं. वाली व्यापार मिलेगा इंतजार साल भर ग्वालियर के एवं ग्वालियर के आसपास के लोगों को रहता है इस बार ग्वालियर व्यापार मेला की क्या है. आइये जानते हैं रूपरेखा...
ग्वालियर. व्यापार मेला ग्वालियर की शान है. यह पिछले 125 वर्षों से लगातार चल रहा है .इस मेले में कई प्रकार के व्यापारी आते हैं और यहां पर आकर व्यापार करते हैं. वाली व्यापार मिलेगा इंतजार साल भर ग्वालियर के एवं ग्वालियर के आसपास के लोगों को रहता है इस बार ग्वालियर व्यापार मेला की क्या है, रूपरेखा आइऐ जाने
आयोजन के लिए मेला ग्राउंड में हो रही तैयारी
ग्वालियर व्यापार मेला की तैयारी मेला ग्राउंड में चल रही है. यहां पर लगातार साफ सफाई हो रही है. दीवारों की रंगाई हो रही और उसके अलावा जिन स्थानों पर मेले में दुकानें लगाई जानी हैं वहां पर दुकानों की साफ सफाई और मरम्मत की जा रही है. व्यापार मेले में आने वाले सभी व्यापारियों के लिए प्रशासन सारी तैयारी कर रहा है. मेले के झूला सेक्टर एवं ऑटोमोबाइल सेक्टर के स्थान को सजाया जा रहा है.
ग्वालियर व्यापार मेला की तैयारी मेला ग्राउंड में चल रही है. यहां पर लगातार साफ सफाई हो रही है. दीवारों की रंगाई हो रही और उसके अलावा जिन स्थानों पर मेले में दुकानें लगाई जानी हैं वहां पर दुकानों की साफ सफाई और मरम्मत की जा रही है. व्यापार मेले में आने वाले सभी व्यापारियों के लिए प्रशासन सारी तैयारी कर रहा है. मेले के झूला सेक्टर एवं ऑटोमोबाइल सेक्टर के स्थान को सजाया जा रहा है.
125 साल पहले से आज तक पशु मेले के रूप में होती है शुरुआत
ग्वालियर व्यापार मेले की शुरुआत आज से 125 साल पहले सिंधिया रियासत के द्वारा कराई गई थी. इसके बाद से लगातार यह व्यापार मेला देश में अपना स्थान बनाए हुए हैं. ग्वालियर क्या यह व्यापार मेला पशु मेले के रूप में शुरू हुआ था. जिस पशु मेले में लोग अपने पशु बेचने और खरीदने के लिए आया करते थे. इसके अलावा ग्वालियर व्यापार मेले में कुश्ती के भी कार्यक्रम आयोजित होते रहे हैं. यहां पर दंगल प्रतियोगिता कई सालों से चल रही है. जीतने वाले को इनाम भी दिया जाता रहा है, वर्तमान में भी ग्वालियर व्यापार मेले की शुरुआत पशु मेले के रूप में होता है. जहां पर आसपास के लोग आकर पशुओं की खरीद बिक्री करते हैं.
ग्वालियर व्यापार मेले की शुरुआत आज से 125 साल पहले सिंधिया रियासत के द्वारा कराई गई थी. इसके बाद से लगातार यह व्यापार मेला देश में अपना स्थान बनाए हुए हैं. ग्वालियर क्या यह व्यापार मेला पशु मेले के रूप में शुरू हुआ था. जिस पशु मेले में लोग अपने पशु बेचने और खरीदने के लिए आया करते थे. इसके अलावा ग्वालियर व्यापार मेले में कुश्ती के भी कार्यक्रम आयोजित होते रहे हैं. यहां पर दंगल प्रतियोगिता कई सालों से चल रही है. जीतने वाले को इनाम भी दिया जाता रहा है, वर्तमान में भी ग्वालियर व्यापार मेले की शुरुआत पशु मेले के रूप में होता है. जहां पर आसपास के लोग आकर पशुओं की खरीद बिक्री करते हैं.
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