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Ground Report: कैसे साफ होगी नर्मदा? सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का काम अधूरा, अब भी जा रहा गंदा पानी

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Ground Report: जीवनदायिनी मां नर्मदा के तट पर बसे नर्मदापुरम शहर और उसके आसपास के इलाकों से कई गंदे नाले नर्मदा नदी को दूषित कर रहे हैं. नगर पालिका की स्थिति यह है कि कोई भी अधिकारी इस मुद्दे पर जवाब देने को तैयार नहीं है.

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नर्मदापुरम. जीवनदायिनी मां नर्मदा के तट पर बसे नर्मदापुरम शहर और उसके आसपास के इलाकों से कई गंदे नाले नर्मदा नदी को दूषित कर रहे हैं. न तो लोग इस ओर जागरूक हैं, और न ही प्रशासन इस समस्या पर ध्यान दे रहा है. नगर पालिका की स्थिति यह है कि कोई भी अधिकारी इस मुद्दे पर जवाब देने को तैयार नहीं है.

कुछ समय पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने नर्मदापुरम नगर पालिका पर जुर्माना लगाया था. शहर के लगभग 14 नाले सीधे मां नर्मदा में मिल रहे हैं. इन नालों को बंद करने और मां नर्मदा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए कई योजनाएं बनाई गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

एनजीटी ने लगाया 4.76 करोड़ का जुर्माना
मध्य प्रदेश की जीवनधारा नर्मदा में नालों का पानी गिरने पर एनजीटी ने नगर पालिका पर 4.76 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. साथ ही निर्देश दिए कि इन नालों को नर्मदा में मिलने से रोका जाए. न तो नगर पालिका ने जुर्माने की राशि जमा की और न ही नालों को रोकने के लिए कोई ठोस उपाय किए. घरों से निकलने वाले गंदे पानी को सीवर लाइन में डालने के लिए 140 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन बिछाई जानी थी, लेकिन अब तक केवल 40 किलोमीटर का काम ही पूरा हुआ है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी नगर पालिका पर फिर से जुर्माना लगाने की तैयारी में है.
सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का अधूरा काम
2017-18 में नर्मदापुरम के घरों से निकलने वाले गंदे पानी की सफाई के लिए 21 एमएलडी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने की योजना थी, लेकिन इसका काम अब तक अधूरा है. नतीजतन, गंदे नाले सीधे नर्मदा में मिल रहे हैं. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिकों ने नर्मदा के पानी के सैंपल भी लिए हैं, और एनजीटी के निर्देश पर फिर से जल की गुणवत्ता की जांच की जा रही है. यह रिपोर्ट एनजीटी को भेजी जाएगी.
पम्पिंग स्टेशन का 70% काम पूरा
नर्मदापुरम की कलेक्टर सोनिया मीना ने बताया कि मई 2023 से सीवरेज प्लांट का काम प्रगति पर है. जनवरी तक 15 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जा चुकी थी, और अब तक 40-45 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है. कुल 144 किलोमीटर पाइप लाइन का काम होना है. पम्पिंग स्टेशन का भी 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. कलेक्टर का कहना है कि एनजीटी के निर्देशानुसार नदियों को प्रदूषण से बचाने के काम पूरे होने के बाद, नर्मदा के जल में प्रदूषण कम होगा.
हालांकि, प्रशासन की ओर से काम प्रगति पर है, लेकिन नर्मदा को प्रदूषण से बचाने की कई योजनाएं अभी भी कागजों पर ही हैं. स्थानीय लोगों और प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि जीवनदायिनी मां नर्मदा को दूषित होने से बचाया जा सके.

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Dallu Slathia
Seasoned journalist Dallu Slathia brings over 5 years of expertise in digital media, leading coverage across 4 states for Local18- MP, Jharkhand, Himachal Pradesh and Haryana. Her experience in digital journali...और पढ़ें
Seasoned journalist Dallu Slathia brings over 5 years of expertise in digital media, leading coverage across 4 states for Local18- MP, Jharkhand, Himachal Pradesh and Haryana. Her experience in digital journali... और पढ़ें
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