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महाअष्टमी पर माता को लगाया मदिरा का भोग, राजा विक्रमादित्य ने शुरू की थी परंपरा

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Ujjain News: चैत्र मास की महाअष्टमी पर उज्जैन के चौबीस खंबा माता मंदिर में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और एसपी ने माता को मदिरा का भोग लगाया. अष्टमी पर मदिरा चढ़ा कर पूजन अभिषेक किया गया.

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मोहित राठौर
उज्जैन: चैत्र मास की महाअष्टमी पर उज्जैन के चौबीस खंबा माता मंदिर में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और एसपी ने माता को मदिरा का भोग लगाया.अष्टमी पर मदिरा चढ़ा कर पूजन अभिषेक किया गया. उज्जैन शहर में सुख समृद्धि और महामारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की गई. 27 किलोमीटर की नगर यात्रा निकालकर करीब 42 माता के मंदिरों में मदिरा का भोग लगाया जाएगा. खास बात है इस मंदिर में मदिरा चढ़ाने की परंपरा राजा विक्रमादित्य के समय से नवरात्रि की अष्टमी पर चली आ रही है.

सालों से चली आ रही परंपरा के अनुसार महामारी से बचाव और शहर वासियो की खुशहाली के लिए राजा विक्रमादित्य शहर में स्थित चौबीस खंबा माता मंदिर पर मदिरा चढ़ाकर पूजन अभिषेक करते थे. शहर को महामारी के प्रकोप से बचने और सुख समृद्धि शांति बनाने के लिए उज्जैन एसपी सचिन शर्मा और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने चौबीस खंबा स्थित महामाया और महा लाया माता को मदिरा चढ़ा कर पूजन किया. भोग लगाने के बाद माता की भव्य आरती की गई.
उज्जैन के चोबीस खम्बा माता मंदिर में आज सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है. राजा विक्रमादित्य की इसी परंपरा का निर्वाह चैत्र मास की अष्टमी पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष द्वारा किया गया. शहर की नगर सीमा में करीब 42 भैरव और माता के मंदिर हैं जिनको खुश करने के लिए नगर पूजन किया जाता है.अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष हाथ में मदिरा लेकर निकले.

हर साल चैत्र और शारदीय नवरात्रि की महाष्टमी के दिन वर्ष में 2 बार जिला प्रशासन द्वारा नगर पूजा की जाती थी. शारदीय नवरात्रि में उज्जैन कलेक्टर और एसपी द्वारा इस पूजन को किया जाता है वहीं क्षेत्र की अष्टमी पर अखाड़ा परिषद द्वारा माता को मदिरा का भोग लगाया जाता है. मान्यता है कि राजा विक्रमादित्य द्वारा नगर में सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना करने के लिए यह पूजन करते थे इसी परंपरा का निर्वाह आज भी किया जा रहा है.

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निखिल वर्मा
एक दशक से डिजिटल जर्नलिज्म में सक्रिय. दिसंबर 2020 से News18Hindi के साथ सफर शुरू. न्यूज18 हिन्दी से पहले लोकमत, हिन्दुस्तान, राजस्थान पत्रिका, इंडिया न्यूज की वेबसाइट में रिपोर्टिंग, इलेक्शन, खेल और विभिन्न डे...और पढ़ें
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