कौन हैं वंदना चव्हाण जिन पर विपक्ष खेल सकता है उपसभापति चुनाव का दांव
Agency:News18Hindi
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राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए एनसीपी की वंदना चव्हाण विपक्ष की उम्मीदवार हो सकती हैं.

राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए एनसीपी की वंदना चव्हाण विपक्ष की उम्मीदवार हो सकती हैं. मौजूदा उपसभापति पी जे कुरियन का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से खाली हुई सीट पर 9 अगस्त को चुनाव होना है.
ऐसे में बीजेपी के बाद अब विपक्षी दलों ने भी अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. महाराष्ट्र की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नेता वंदना चव्हाण को विपक्ष ने अपना चेहरा बनाकर पेश किया है. बहुत कम ही लोगों को उनके बारे में ज्यादा कुछ पता होगा. तो चलिए आपको उनके बारे में बताते हैं.
पुणे के नामी फर्ग्यूसन कॉलेज से पढ़ी वंदना चव्हाण के पिता विजय राव मोहिते को बेहद काबिल वकीलों में शुमार किया जाता था. उन्होंने कई बड़े क्रिमिनल लॉयर्स को इस क्षेत्र में ट्रेनिंग दी है. वंदना के पति हेमंत चव्हाण भी बड़े वकील हैं.
2012 से वंदना चव्हाण एनसीपी की तरफ से राज्यसभा की सदस्य रही हैं. 57 वर्षीय चव्हाण साल 1992 से 2007 के बीच तीन बार पार्षद रहीं. वहीं साल 1997-98 तक वो पुणे शहर की मेयर रहीं. उस दौरान वो ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर्स की वाइस चेयरपर्सन भी थीं.
मेयर रहने के दौरान वंदना चव्हाण ने पार्टी के भीतर उठ रही विरोध की आवाज़ों के बावजूद बायो डायवर्सिटी पार्क बनाने का प्लान तैयार करवाया. ऐसा माना जाता है कि राजनीति में उनके शुरुआती मार्गदर्शक सुरेश कलमाड़ी थे.
26/11 आतंकी हमले में मारे गए पुलिस अधिकारियों में से एक अशोक कामटे की पत्नी विनीता कामटे, वंदना चव्हाण की बहन हैं. चव्हाण की मां जयश्री मोहिते पार्ट-टाइम लेक्चरर रह चुकी हैं.
पुणे में नागरिकों की भागीदारी, महिला सशक्तिकरण, सतत विकास जैसे कई सारे मामलों में पहल करने का श्रेय वंदना चव्हाण को जाता है.
इन सबके इतर 2014 में वो उस वक्त विवादों में फंस गई थीं जब उनके एक पड़ोसी जिनकी कई सारी बिल्लियां थीं, उन्होंने चव्हाण पर जानवरों से क्रूरता का आरोप लगाया था. इसके जवाब में चव्हाण ने पड़ोसी पर जानबूझकर बदनाम करने के लिए 5 करोड़ के मानहानि का दावा भी किया था.
ऐसे में बीजेपी के बाद अब विपक्षी दलों ने भी अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. महाराष्ट्र की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नेता वंदना चव्हाण को विपक्ष ने अपना चेहरा बनाकर पेश किया है. बहुत कम ही लोगों को उनके बारे में ज्यादा कुछ पता होगा. तो चलिए आपको उनके बारे में बताते हैं.
पुणे के नामी फर्ग्यूसन कॉलेज से पढ़ी वंदना चव्हाण के पिता विजय राव मोहिते को बेहद काबिल वकीलों में शुमार किया जाता था. उन्होंने कई बड़े क्रिमिनल लॉयर्स को इस क्षेत्र में ट्रेनिंग दी है. वंदना के पति हेमंत चव्हाण भी बड़े वकील हैं.
(image credit: Vandana Chavan@Facebook.com)
2012 से वंदना चव्हाण एनसीपी की तरफ से राज्यसभा की सदस्य रही हैं. 57 वर्षीय चव्हाण साल 1992 से 2007 के बीच तीन बार पार्षद रहीं. वहीं साल 1997-98 तक वो पुणे शहर की मेयर रहीं. उस दौरान वो ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर्स की वाइस चेयरपर्सन भी थीं.
मेयर रहने के दौरान वंदना चव्हाण ने पार्टी के भीतर उठ रही विरोध की आवाज़ों के बावजूद बायो डायवर्सिटी पार्क बनाने का प्लान तैयार करवाया. ऐसा माना जाता है कि राजनीति में उनके शुरुआती मार्गदर्शक सुरेश कलमाड़ी थे.
26/11 आतंकी हमले में मारे गए पुलिस अधिकारियों में से एक अशोक कामटे की पत्नी विनीता कामटे, वंदना चव्हाण की बहन हैं. चव्हाण की मां जयश्री मोहिते पार्ट-टाइम लेक्चरर रह चुकी हैं.
(image credit: Vandana Chavan@Facebook.com)
पुणे में नागरिकों की भागीदारी, महिला सशक्तिकरण, सतत विकास जैसे कई सारे मामलों में पहल करने का श्रेय वंदना चव्हाण को जाता है.
इन सबके इतर 2014 में वो उस वक्त विवादों में फंस गई थीं जब उनके एक पड़ोसी जिनकी कई सारी बिल्लियां थीं, उन्होंने चव्हाण पर जानवरों से क्रूरता का आरोप लगाया था. इसके जवाब में चव्हाण ने पड़ोसी पर जानबूझकर बदनाम करने के लिए 5 करोड़ के मानहानि का दावा भी किया था.
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