99th Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मन की बात कार्यक्रम शुरू हो चुका है. आज पीएम मोदी बंगाल के मछुआरों से बात करने वाले हैं. मन की बात का ये 99वां एपिसोड है. इस दौरान पीएम मोदी उनका हाल जानेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे. यह कार्यक्रम बस थोड़ी देर में शुरू होगा. इसको लेकर पश्चिम बंगाल के तटीय शहर दीघा के मछुआरों में खुशी की लहर है. कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के 12 राज्यों के लोगों से बातचीत करेंगे. इसमें पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले को भी शामिल किया गया है. बता दें कि दीघा समुद्र किनारे बसा एक पर्यटन स्थल है. यहां पर बहुत बड़ी संख्या में मछुआरे रहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पिछला मन की बात कार्यक्रम 26 फरवरी को प्रसारित हुआ था. इसका पहला शो तीन अक्टूबर 2014 को प्रसारित हुआ था. मन की बात हर महीने के आखिरी रविवार को ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित होने वाला एक मासिक संबोधन है, जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से संवाद करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ‘मन की बात’ प्रोग्राम के जरिये देश को संबोधित कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ का ये 99वां एपिसोड है. 3 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी के अवसर पर शुरू किया गया यह कार्यक्रम अब तक अपने 98 एपिसोड पूरे कर चुका है. पीएम मोदी का आखिरी ‘मन की बात’ कार्यक्रम 26 फरवरी को प्रसारित हुआ था. मन की बात हर महीने के आखिरी रविवार को ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित होने वाला मासिक संबोधन है, जिसके जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से संवाद करते हैं.
अधिक पढ़ें ...PM मोदी ने कहा कि ‘डल झील, अपने स्वादिष्ट Lotus Stems यानी कमल के तनों या कमल ककड़ी के लिये भी जानी जाती है. कश्मीर के नादरू की demand लगातार बढ़ रही है. इस demand को देखते हुए डल झील में नादरू की खेती करने वाले किसानों ने एक FPO बनाया है. इस FPO में करीब 250 किसान शामिल हुए हैं. आज ये किसान अपने नादरू को विदेशों तक भेजने लगे हैं. अभी इन किसानों ने दो खेप नादरू UAE भेजी है. ये सफलता कश्मीर का नाम तो कर ही रही है, साथ ही इससे सैकड़ों किसानों की आमदनी भी बढ़ रही है.’
PM मोदी ने कहा कि ‘रमजान का पवित्र महीना भी शुरू हो चुका है. अगले कुछ दिनों में श्रीरामनवमी का महापर्व भी आने वाला है. इसके बाद महावीर जयंती, Good Friday और Easter भी आएंगे. हमें, अपने कर्तव्यों को, सबसे आगे रखना है. साथियो, इस समय कुछ जगहों पर कोरोना भी बढ़ रहा है. इसलिये आप सभी को एहतियात बरतनी है, स्वच्छता का भी ध्यान रखना है.’
PM मोदी ने कहा कि ‘मेरे प्यारे देशवासियो, हमारे देश में समय के साथ, स्थिति-परिस्थितियों के अनुसार अनेक परम्पराएं विकसित होती हैं. यही परम्पराएं, हमारी संस्कृति का सामर्थ्य बढ़ाती हैं और उसे नित्य नूतन प्राणशक्ति भी देती हैं. काशी-तमिल संगमम के दौरान, काशी और तमिल क्षेत्र के बीच सदियों से चले आ रहे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को Celebrate किया गया. एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना हमारे देश को मजबूती देती है. हम जब एक-दूसरे के बारे में जानते हैं, सीखते हैं, तो, एकता की ये भावना और प्रगाढ़ होती है. Unity की इसी Spirit के साथ अगले महीने गुजरात के विभिन्न हिस्सों में ‘सौराष्ट्र-तमिल संगमम’ होने जा रहा है. सौराष्ट्र-तमिल संगमम 17 से 30 अप्रैल तक चलेगा. सदियों पहले सौराष्ट्र के अनेकों लोग तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में बस गए थे. ये लोग आज भी ‘सौराष्ट्री तमिल’ के नाम से जाने जाते हैं.’
PM मोदी ने कहा कि ‘भारत, Solar energy के क्षेत्र में जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, वो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. भारत के लोग तो सदियों से सूर्य से विशेष रूप से नाता रखते हैं. हमारे यहां सूर्य की शक्ति को लेकर जो वैज्ञानिक समझ रही है, सूर्य की उपासना की जो परंपराएं रही हैं, वो अन्य जगहों पर, कम ही देखने को मिलते हैं. ‘सबका प्रयास’ की यही spirit आज भारत के Solar Mission को आगे बढ़ा रही है. दीव भारत का पहला ऐसा जिला बना है, जो, दिन के समय सभी जरूरतों के लिए शत्-प्रतिशत Clean Energy का इस्तेमाल कर रहा है. साथियो, पुणे और दीव उन्होंने जो कर दिखाया है, ऐसे प्रयास देशभर में कई और जगहों पर भी हो रहे हैं. इनसे पता चलता है कि पर्यावरण और प्रकृति को लेकर हम भारतीय कितने संवेदनशील हैं, और हमारा देश, किस तरह भविष्य की पीढ़ी के लिए बहुत जागृत है.’
PM मोदी ने कहा कि ‘नागालैंड में 75 वर्षों में पहली बार दो महिला विधायक जीतकर विधानसभा पहुंची है. इनमें से एक को नागालैंड सरकार में मंत्री भी बनाया गया है, यानी राज्य के लोगों को पहली बार एक महिला मंत्री भी मिली हैं. साथियो, कुछ दिनों पहले मेरी मुलाकात, उन जांबांज बेटियों से भी हुई, जो, तुर्किए में विनाशकारी भूकंप के बाद वहां के लोगों की मदद के लिए गयी थीं. ये सभी NDRF के दस्ते में शामिल थी. उनके साहस और कुशलता की पूरी दुनिया में तारीफ़ हो रही है. Group Captain शालिजा धामी Combat Unit में Command Appointment पाने वाली पहली महिला वायुसेना अधिकारी बनी हैं. उनके पास करीब 3 हजार घंटे का flying experience है. इसी तरह, भारतीय सेना की जांबाज captain शिवा चौहान सियाचिन में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनी हैं. सियाचिन में जहां पारा माइनस सिक्सटी (-60) डिग्री तक चला जाता है, वहां शिवा तीन महीनों के लिए तैनात रहेंगी. नारीशक्ति की ये ऊर्जा ही विकसित भारत की प्राणवायु है.’
PM मोदी ने कहा कि ‘आज, भारत का जो सामर्थ्य नए सिरे से निखरकर सामने आ रहा है, उसमें बहुत बड़ी भूमिका हमारी नारी शक्ति की है. आपने सोशल मीडिया पर, एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव जी को जरुर देखा होगा. सुरेखा जी, एक और कीर्तिमान बनाते हुये वंदे भारत एक्सप्रेस की भी पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं. इसी महीने, producer गुनीत मोंगा और Director कार्तिकी गोंज़ाल्विस उनकी Documentary ‘Elephant Whisperers’ ने Oscar जीतकर देश का नाम रौशन किया है. देश के लिए एक और उपलब्धि Bhabha Atomic Reseach Centre की Scientist, बहन ज्योतिर्मयी मोहंती जी ने भी हासिल की है. ज्योतिर्मयी जी को Chemistry और Chemical Engineering की field में IUPAC का विशेष award मिला है. इस वर्ष की शुरुआत में ही भारत की Under-19 महिला क्रिकेट टीम ने T-20 World cup जीतकर नया इतिहास रचा.’
PM मोदी ने कहा कि ‘साथियो, organ donation के लिए सबसे बड़ा जज्बा यही होता है कि जाते-जाते भी किसी का भला हो जाए, किसी का जीवन बच जाए. जो लोग, organ donation का इंतजार करते हैं, वो जानते हैं, कि, इंतजार का एक-एक पल गुजरना, कितना मुश्किल होता है. और ऐसे में जब कोई अंगदान या देहदान करने वाला मिल जाता है, तो उसमें, ईश्वर का स्वरूप ही नजर आता है. झारखंड की रहने वाली स्नेहलता चौधरी जी भी ऐसी ही थी जिन्होंने ईश्वर बनकर दूसरों को जिंदगी दी. 63 वर्ष की स्नेहलता चौधरी जी, अपना heart, kidney और liver, दान करके गईं. हमारे देश में, आज, बड़ी संख्या में ऐसे जरूरतमंद हैं, जो स्वस्थ जीवन की आशा में किसी organ donate करने वाले का इंतज़ार कर रहे हैं.’
PM मोदी ने कहा कि ‘मुझे संतोष है कि अंगदान को आसान बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए पूरे देश में एक जैसी policy पर भी काम हो रहा है. इस दिशा में राज्यों के domicile की शर्त को हटाने का निर्णय भी लिया गया है. सरकार ने organ donation के लिए 65 वर्ष से कम आयु की आयु-सीमा को भी खत्म करने का फैसला लिया है. इन प्रयासों के बीच, मेरा देशवासियों से आग्रह है कि organ donor ज्यादा से ज्यादा संख्या में आगे आएं. आपका एक फैसला कई लोगों की जिंदगी बचा सकता है, जिंदगी बना सकता है.’
PM मोदी ने कहा कि ‘हमारे देश में परमार्थ को इतना ऊपर रखा गया है कि दूसरों के सुख के लिए, लोग, अपना सर्वस्व दान देने में भी संकोच नहीं करते. इसलिए तो हमें बचपन से शिवि और दधीचि जैसे देह-दानियों की गाथाएं सुनाई जाती हैं. साथियो, आधुनिक Medical Science के इस दौर में Organ Donation, किसी को जीवन देने का एक बहुत बड़ा माध्यम बन चुका है. कहते हैं, जब एक व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक नया जीवन मिलने की संभावना बनती है. साल 2013 में, हमारे देश में, Organ Donation के 5 हजार से भी कम cases थे, लेकिन 2022 में, ये संख्या बढ़कर, 15 हजार से ज्यादा हो गई है. Organ Donation करने वाले व्यक्तियों ने, उनके परिवार ने, वाकई, बहुत पुण्य का काम किया है.’
PM मोदी ने कहा कि ‘आज जब हम आज़ादी का ‘अमृतकाल’ मना रहे हैं, नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, तो 100वें ‘मन की बात’ को लेकर आपके सुझावों और विचारों को जानने के लिए मैं भी बहुत उत्सुक हूं. मुझे आपके ऐसे सुझावों का बेसब्री से इंतज़ार है.’
PM मोदी ने कहा कि ‘कई लोग ऐसे होते हैं जो बेटियों की शिक्षा के लिए अपनी पूरी पेंशन लगा देते हैं, कोई अपने पूरे जीवन की कमाई पर्यावरण और जीव-सेवा के लिए समर्पित कर देता है. मेरे प्यारे देशवासियों, ‘मन की बात’ में हमने ऐसे हजारों लोगों की चर्चा की है, जो दूसरों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरे प्यारे देशवासियो, ‘मन की बात’ में आप सभी का एक बार फिर बहुत-बहुत स्वागत है. आज इस चर्चा को शुरू करते हुए मन-मस्तिष्क में कितने ही भाव उमड़ रहे हैं. हमारा और आपका ‘मन की बात’ का ये साथ, अपने निन्यानवें (99वें) पायदान पर आ पहुंचा है.’
पीएम मोदी का ‘मन की बात’ शो ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के पूरे नेटवर्क के साथ-साथ आकाशवाणी समाचार वेबसाइट और न्यूजऑनएयर मोबाइल ऐप पर प्रसारित हो रहा है. इसका सीधा प्रसारण सूचना और प्रसारण मंत्रालय, आकाशवाणी समाचार, डीडी समाचार, पीएमओ और यूट्यूब चैनलों पर भी किया जा रहा है. इसके हिंदी प्रसारण के बाद आकाशवाणी क्षेत्रीय भाषाओं में भी इस कार्यक्रम का प्रसारण करेगा. ‘मन की बात’ के पिछले एपिसोड में पीएम मोदी ने ‘एकता दिवस’ स्पेशल के तीन प्रतियोगिताओं के विजेताओं की घोषणा करते हुए कई विषयों पर बात की. उन्होंने प्लास्टिक की थैलियों को हटाने और पश्चिम बंगाल के बांसबेरिया में ‘त्रिवेणी कुंभ महोत्सव’ के पुनरुद्धार सहित विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की.
बहरहाल ‘मन की बात’ का 100वां एपिसोड 30 अप्रैल को पूरा होगा. भारत में हो रहे बदलावों पर इस कार्यक्रम के असर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ऑल इंडिया रेडियो ने 15 मार्च से सौवें एपिसोड के पहले एक अनूठा अभियान शुरू किया है. ये अभियान अब तक मन की बात के एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हाइलाइट किए गए 100 पहचाने गए विषयों को सामने लाएगा. मन की बात के हर एपिसोड से संबंधित प्रधानमंत्री मोदी के साउंड बाइट्स सभी बुलेटिनों और आकाशवाणी नेटवर्क के अन्य कार्यक्रमों में प्रसारित किए जाएंगे. यह अभियान 15 मार्च से ऑन-एयर हुआ है और 100वें एपिसोड से एक दिन पहले 29 अप्रैल को खत्म होगा.