प्रेमानंद महाराज का विरोध करना पड़ा भारी, अब भक्तों ने ले लिया लोगों से बदला? जानें पूरा मामला
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Premanand Maharaj Controversy: प्रेमानंद महाराज को कौन नहीं जानता देश से लेकर विदेश तक के लोग वृंदावन के फेमस संत से मिलने पहुंचते हैं, जहां दूर-दूर से लोग प्रेमानंद महाराज की तारीफ करते नहीं थकते, वहीं, महाराज की पदयात्रा में हुए बदलाव से उनके भक्त काफी ज्यादा नाराज दिखाई दे रहे हैं. यहां तक कि जिन लोगों ने विरोध किया था अब उनके खिलाफ भक्तों ने मोर्चा खोल दिया है. आइए बताते हैं पूरा मामला...

मथुरा: प्रेमानंद महाराज को कौन नहीं जानता देश से लेकर विदेश तक के लोग वृंदावन के फेमस संत से मिलने पहुंचते हैं, जहां दूर-दूर से लोग प्रेमानंद महाराज की तारीफ करते नहीं थकते, वहीं, अब ब्रिज के संत प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा का विरोध हो रहा है. विरोध होने के बाद हर जगह चर्चा हो रही है. महाराज की पदयात्रा में हुए बदलाव से उनके भक्त काफी ज्यादा नाराज दिखाई दे रहे हैं. यहां तक कि जिन लोगों ने विरोध किया था अब उनके खिलाफ भक्तों ने मोर्चा खोल दिया है. अब जिस सोसाइटी के लोग विरोध कर रहे थे उन्हें रोजमर्रा का सामान लेने में परेशानी होने वाली है. आइए बताते हैं पूरा मामला…
पदयात्रा को लेकर विवाद जारी
प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर हुए बदलाव को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. महाराज की सुबह 2 बजे निकलने वाली पदयात्रा को लेकर एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों ने पोस्टर दिखाकर विरोध किया था, जिसमें उनकी मांग थी कि महाराज अपनी पदयात्रा के समय में बदलाव और तेज आवाज वाले संगीत यंत्रों पर पूरी तरह रोक लगाए. लोगों के विरोध के बाद प्रेमानंद महाराज ने अपनी रात 2 बजे निकलने वाली यात्रा को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने के फैसला लिया था. हालांकि, अगले दिन महाराज की सुबह 4 बजे एक दम शांत तरीके से पदयात्रा निकली थी.
प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर हुए बदलाव को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. महाराज की सुबह 2 बजे निकलने वाली पदयात्रा को लेकर एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों ने पोस्टर दिखाकर विरोध किया था, जिसमें उनकी मांग थी कि महाराज अपनी पदयात्रा के समय में बदलाव और तेज आवाज वाले संगीत यंत्रों पर पूरी तरह रोक लगाए. लोगों के विरोध के बाद प्रेमानंद महाराज ने अपनी रात 2 बजे निकलने वाली यात्रा को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने के फैसला लिया था. हालांकि, अगले दिन महाराज की सुबह 4 बजे एक दम शांत तरीके से पदयात्रा निकली थी.
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सोसाइटी के लोगों के खिलाफ भक्तों का मोर्चा
मगर, शायद प्रेमानंद महाराज के भक्तों को यह बात रास नहीं आई. उन्होंने विरोध करने वाली एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भक्तों का कहना है कि एनआरआई वालों को सजा मिलनी जरूरी है. उन्हें एहसास होना चाहिए कि प्रेमानंद महाराज का विरोध करने पर वृंदावनवासी उनका भी विरोध कर सकते हैं.
मगर, शायद प्रेमानंद महाराज के भक्तों को यह बात रास नहीं आई. उन्होंने विरोध करने वाली एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भक्तों का कहना है कि एनआरआई वालों को सजा मिलनी जरूरी है. उन्हें एहसास होना चाहिए कि प्रेमानंद महाराज का विरोध करने पर वृंदावनवासी उनका भी विरोध कर सकते हैं.
इन दुकानों से नहीं मिलेगा सामान
जैसे-तैसे यह विवाद थमता हुआ नजर आ रहा था, लेकिन एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के पास बनी दुकानों पर एक पोस्टर लग जाने से एक बार फिर से इस विवाद ने लोगों में पदयात्रा के विरोध को लेकर चर्चा तेज हो गई है. विरोध जताने के लिए स्थानीय व्यापारियों ने अपनी जुकान पर पोस्टर चस्पा कर दिए. इन पोस्टरों पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है कि एनआरआई ग्रीन वालों को यहां सामान नहीं मिलेगा. यह पोस्टर एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के पास बनी दो दुकानों में लगे हैं.
जैसे-तैसे यह विवाद थमता हुआ नजर आ रहा था, लेकिन एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के पास बनी दुकानों पर एक पोस्टर लग जाने से एक बार फिर से इस विवाद ने लोगों में पदयात्रा के विरोध को लेकर चर्चा तेज हो गई है. विरोध जताने के लिए स्थानीय व्यापारियों ने अपनी जुकान पर पोस्टर चस्पा कर दिए. इन पोस्टरों पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है कि एनआरआई ग्रीन वालों को यहां सामान नहीं मिलेगा. यह पोस्टर एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के पास बनी दो दुकानों में लगे हैं.
दो दुकानों पर पोस्टर चस्पा पाया गया है, जिसमें लिखा गया है कि एनआरआई ग्रीन वालों को यहां सामान नहीं मिलता है. इनमें पहला एक ढाबा है, जिसमें किसी अज्ञात व्यक्ति ने धमकी भरा पोस्टर लगाया था, जिसे अब हटा दिया गया है. वहीं, दूसरी श्री हित कलेक्शन नाम की गारमेंट्स की दुकान है.
क्या बोले दुकान मालिक?
श्री हित कलेक्शन दुकान के मालिक मुकुंद ने कहा कि प्रेमानंद महाराज जी की पदयात्रा का विरोध के बाद हमने यह निर्णय लिया कि हम एनआरआई ग्रीन वालों को समान नहीं देंगे. इसके बाद हमने दुकान पर पोस्टर लगा दिया है. हम एनआरआई ग्रीन वालों को सामान इसलिए नहीं दे रहे हैं क्योंकि उन्होंने हमारी राधा रानी का अपमान किया है. जिनको हमारे राधा रानी के नाम से दिक्कत है हम उनको सामान नहीं बेचेंगे. वही जब दुकान में कुछ ग्राहक सामान खरीद रहे थे तो उनमें से एक ग्राहक ने दुकानदार का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि इन्होंने अच्छा किया है और हम इनका सपोर्ट करते हैं.
श्री हित कलेक्शन दुकान के मालिक मुकुंद ने कहा कि प्रेमानंद महाराज जी की पदयात्रा का विरोध के बाद हमने यह निर्णय लिया कि हम एनआरआई ग्रीन वालों को समान नहीं देंगे. इसके बाद हमने दुकान पर पोस्टर लगा दिया है. हम एनआरआई ग्रीन वालों को सामान इसलिए नहीं दे रहे हैं क्योंकि उन्होंने हमारी राधा रानी का अपमान किया है. जिनको हमारे राधा रानी के नाम से दिक्कत है हम उनको सामान नहीं बेचेंगे. वही जब दुकान में कुछ ग्राहक सामान खरीद रहे थे तो उनमें से एक ग्राहक ने दुकानदार का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि इन्होंने अच्छा किया है और हम इनका सपोर्ट करते हैं.
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