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अजमेर में बिजली क्रांति! हाथी भाटा में बनेगा 132 केवी जीएसएस, 147 करोड़ की मंजूरी, शहर को मिलेगा बिजली का नया दिल!

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अजमेर में बिजली व्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव किया गया है. हाथी भाटा में 132 केवी गैस आधारित जीएसएस के लिए 147 करोड़ की स्वीकृति मिल गई है. विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के प्रयासों से शहर के केंद्र में पहला बड़ा बिजली स्टेशन बनने जा रहा है. इससे हजारों घरों, अस्पतालों, होटलों और कलेक्ट्रेट को फायदा मिलेगा.

अजमेर में बिजली क्रांति! हाथी भाटा में बनेगा 132 केवी जीएसएसपरियोजना के लिए 147 करोड़ रुपये की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है
अजमेर शहर की बिजली व्यवस्था में एक ऐतिहासिक बदलाव की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. शहर के हाथी भाटा क्षेत्र में 132 केवी का गैस आधारित विद्युत सब स्टेशन (जीएसएस) स्थापित करने की योजना को मंजूरी मिल गई है. इस परियोजना के लिए 147 करोड़ रुपये की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है, जिसका श्रेय विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी के अथक प्रयासों और मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की घोषणा को जाता है. यह जीएसएस अजमेर शहर के केंद्र में बनने वाला पहला बड़ा बिजली केंद्र होगा, जो शहर की बिजली आपूर्ति को न केवल मजबूत करेगा, बल्कि इसकी गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार लाएगा.

परियोजना का महत्व और जरूरत
वर्तमान में अजमेर शहर की बिजली आपूर्ति शहर के बाहरी क्षेत्रों में स्थित विभिन्न जीएसएस पर निर्भर है. इन बाहरी स्टेशनों से बिजली आपूर्ति में कई चुनौतियां सामने आती हैं, जैसे कि फॉल्ट होने पर उसे ठीक करने में समय लगना और मॉनिटरिंग में कठिनाई. शहर के बीचों-बीच हाथी भाटा में गैस आधारित जीएसएस के निर्माण से यह समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी. यह जीएसएस न केवल बिजली आपूर्ति को अधिक विश्वसनीय बनाएगा बल्कि शहर के नए कलेक्ट्रेट भवन, अस्पतालों, होटलों और हजारों घरों को निर्बाध बिजली प्रदान करेगा. गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन (जीआईएस) तकनीक का उपयोग होने के कारण यह स्टेशन कम जगह घेरेगा, जो शहरी क्षेत्र के लिए एक बड़ा लाभ है.

वासुदेव देवनानी के प्रयास और मुख्यमंत्री की घोषणा
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने इस परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए निरंतर प्रयास किए. बजट घोषणा के बाद से ही वे इस जीएसएस के लिए वित्तीय स्वीकृति दिलाने में जुटे थे. उनकी मेहनत रंग लाई और राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड ने इस परियोजना के लिए 147 करोड़ रुपये की स्वीकृति जारी कर दी. मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने भी अजमेर की बिजली व्यवस्था को मजबूत करने के लिए इस परियोजना की घोषणा की थी, जिसे अब अमल में लाया जा रहा है. निगम ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं और जल्द ही जीएसएस का निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है.
शहर को होने वाले लाभ
हाथी भाटा में बनने वाला यह जीएसएस अजमेर शहर के लिए कई मायनों में गेम-चेंजर साबित होगा. शहर के केंद्र में स्थित होने के कारण यह बिजली आपूर्ति की मॉनिटरिंग और रखरखाव को आसान बनाएगा. इससे बिजली की गुणवत्ता में सुधार होगा और बिजली कटौती या फॉल्ट की स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव हो सकेगी.यह जीएसएस विशेष रूप से नए कलेक्ट्रेट भवन, नए अस्पताल भवन, होटलों और अन्य महत्वपूर्ण निर्माणों को सीधे बिजली उपलब्ध कराएगा. इसके अलावा हजारों घरों में बिजली की उपलब्धता और विश्वसनीयता बढ़ेगी, जिससे शहरवासियों का जीवन स्तर सुधरेगा.
तकनीकी विशेषताएं और भविष्य की संभावनाएं
गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन (जीआईएस) एक आधुनिक तकनीक है, जो पारंपरिक सब स्टेशनों की तुलना में कम जगह घेरती है और अधिक कुशल होती है. यह तकनीक शहरी क्षेत्रों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है, जहां जगह की कमी एक बड़ी चुनौती होती है. यह जीएसएस न केवल बिजली की आपूर्ति को स्थिर करेगा बल्कि भविष्य में बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने में भी सक्षम होगा. अजमेर जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहर के लिए यह परियोजना दीर्घकालिक लाभ प्रदान करेगा.
निष्कर्ष
हाथी भाटा में 132 केवी गैस आधारित जीएसएस का निर्माण अजमेर की बिजली व्यवस्था में एक नया अध्याय जोड़ेगा. विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी और मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में यह परियोजना शहर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी. 147 करोड़ रुपये की इस परियोजना से न केवल बिजली की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि अजमेर के हजारों निवासियों, व्यवसायों और संस्थानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. यह परियोजना अजमेर को एक आधुनिक और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति वाला शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

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Sandhya Kumari
न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.
न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.
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