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डॉक्टर की पर्ची लिए बिना गए मेडिकल स्टोर, तो हो जाएगा खेला, मरीज से लेकर दुकानदार तक के लिए आफत

Agency:Local18
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आने वाले दिनों में लोगों को मेडिकल स्टोर पर मनमर्जी तरीके से लोगों को एंटीबायोटिक दवाएं नहीं मिलेंगी. डॉक्टर को भी गंभीर बीमारी या फिर उचित कारण होने के बाद ही पर्ची पर एंटीबायोटिक दवा लिखना होगा. इसके अलावा मेडिकल स्टोर संचालक भी पंजीकृत चिकित्सक की पर्ची के बिना मरीजों को एंटीबायोटिक दवा नहीं दे सकेंगे.

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रिपोर्ट – पीयूष पाठक

अलवर. डॉक्टर को बिना दिखाए मेडिकल स्टोर पर जाकर अब आप दवाएं नहीं ले सकेंगे. कई बार लोग जान-बूझकर या जानकारी के अभाव में अपनी मर्जी से एंटीबायोटिक या अन्य दवाएं मेडिकल स्टोर से खरीदकर ले आते हैं. इसके कारण उनकी सेहत बिगड़ जाती है. कई बार तो जान का खतरा भी होता है. अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो यह खबर आपके काम की है.  आने वाले दिनों में डॉक्टर की पर्ची  दिखाए बिना आप एंटीबायोटिक दवाएं नहीं खरीद सकेंगे. यही नहीं, डॉक्टर को भी दवा लिखने से पहले उचित कारण देना होगा. भारत सरकार ने हाल ही में इस संबंध में एडवाइजरी जारी की है.

राजकीय मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. लोकेन्द्र शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक ने मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों और भारत की सभी मेडिकल व फार्मासिस्ट एसोसिएशन को एंटीबायोटिक दवाओं की काउंटर बिक्री बंद करने के लिए कहा है. इसके लिए विभाग ने एक पत्र भी जारी किया है. इसके तहत एंटीबायोटिक दवाओं का अनावश्यक इस्तेमाल रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. जानकारों के मुताबिक प्रचलित एंटीबायोटिक दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल करने के चलते इनका असर कम हो गया है. नई एंटीबायोटिक दवाएं अभी नहीं बन सकी हैं. ऐसे में एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है.
एंटीबायोटिक लिखने के लिए देना होगा कारण
डॉ. शर्मा ने बताया कि आने वाले दिनों में लोग अपनी मर्जी से मेडिकल स्टोर से एंटीबायोटिक दवाएं नहीं खरीद सकेंगे. दवा दुकानदार भी ऐसी दवाएं बेचने से परहेज करेंगे. डॉक्टरों को भी ऐसी दवाएं लिखने से पहले इसका उचित कारण देना होगा. इसके साथ ही मेडिकल स्टोर संचालक भी बिना पंजीकृत चिकित्सक के प्रिस्क्रिप्शन के मरीजों को एंटीबायोटिक दवा नहीं दे सकेंगे.

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Ramendra Nath Jha
प्रिंट और डिजिटल पत्रकारिता में डेढ़ दशक से ज्यादा समय से सक्रिय. मध्य प्रदेश से अखबारी दुनिया में एंट्री, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, झारखंड, बिहार और गुजरात में हिंदी अखबारों में सक्रिय भूमिका का नि...और पढ़ें
प्रिंट और डिजिटल पत्रकारिता में डेढ़ दशक से ज्यादा समय से सक्रिय. मध्य प्रदेश से अखबारी दुनिया में एंट्री, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, झारखंड, बिहार और गुजरात में हिंदी अखबारों में सक्रिय भूमिका का नि... और पढ़ें
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काम की खबरः डॉक्टर की पर्ची लिए बिना गए दवा दुकान, तो हो जाएगा खेला
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