Public opinion: 'अब हम नर्सिंग में भी बढ़ पाएंगे आगे'.. पीएम मोदी ने यहां किया नये कॉलेज का लोकार्पण
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नर्सिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ने वाले छात्रों के लिए पीएम मोदी ने बड़ी खुशखबरी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीकानेर में आयोजित समारोह में भीलवाड़ा जिले के पालड़ी में नवनिर्मित अत्याधुनिक नर्सिंग कॉलेज और गर्ल्स एवं बॉयज हॉस्टल का लोकार्पण किया.
भीलवाड़ा:- भीलवाड़ा शहर सहित जिलेभर के रहने वाले स्टूडेंट्स को काफी राहत मिली है. जो नर्सिंग के क्षेत्र में अपना भविष्य देख रहे हैं और नर्सिंग की पढ़ाई में आगे बढ़ना चाहते हैं, उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी है. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीकानेर में आयोजित समारोह में भीलवाड़ा जिले के पालड़ी में नवनिर्मित अत्याधुनिक नर्सिंग कॉलेज और गर्ल्स एवं बॉयज हॉस्टल का लोकार्पण किया.
लोकल 18 के माध्यम से पब्लिक ऑपिनियन के जरिए स्टूडेंट्स ने खास बात करते हुए कहा है कि इस कॉलेज के खुल जाने के बाद भीलवाड़ा जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के रहने वाले स्टूडेंट को काफी फायदा होगा. यहां पर स्टूडेंट्स को कई प्रकार की सुविधा मिलेगी और उन्हें नर्सिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सहूलियत हासिल होगी.
ग्रामीण अंचल के स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा
Local 18 से खास बातचीत करते हुए कीर्ति ने बताया कि भीलवाड़ा में बीएससी नर्सिंग कॉलेज खुल जाने के कारण भीलवाड़ा के नर्सिंग स्टूडेंट्स को बहुत फायदा होगा. इसके अलावा जो स्टूडेंट जीएनएम नर्सिंग के बाद आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं, वह बीएससी नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाई कर सकेंगे.
Local 18 से खास बातचीत करते हुए कीर्ति ने बताया कि भीलवाड़ा में बीएससी नर्सिंग कॉलेज खुल जाने के कारण भीलवाड़ा के नर्सिंग स्टूडेंट्स को बहुत फायदा होगा. इसके अलावा जो स्टूडेंट जीएनएम नर्सिंग के बाद आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं, वह बीएससी नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाई कर सकेंगे.
इतना ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली गर्ल्स स्टूडेंट्स को भी यहां पर फायदा मिलेगा, क्योंकि यहां पर कॉलेज में ही गर्ल्स हॉस्टल बनाया गया है, जिसकी वजह से स्टूडेंट्स को अन्य जगहों पर जाना नहीं पड़ेगा और यहां पर ही उन्हें सब सुविधा उपलब्ध हो जाएगी.
नर्सिंग का सपना देख रहे हैं स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी
भीलवाड़ा के नर्सिंग स्टूडेंट संजय मेघवाल और योगेश ने लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा भीलवाड़ा जिले के पालड़ी में स्थित राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय का लोकार्पण किया है. भीलवाड़ा शहर के नजदीक होने के कारण यहां पर आने वाले स्टूडेंट्स को हर तरह की सुविधा उपलब्ध रहेगी.
भीलवाड़ा के नर्सिंग स्टूडेंट संजय मेघवाल और योगेश ने लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा भीलवाड़ा जिले के पालड़ी में स्थित राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय का लोकार्पण किया है. भीलवाड़ा शहर के नजदीक होने के कारण यहां पर आने वाले स्टूडेंट्स को हर तरह की सुविधा उपलब्ध रहेगी.
यहां पर दो अलग-अलग हॉस्टल हैं, जिसमें गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल अलग-अलग बिल्डिंग में बनाए गए हैं, जिसकी वजह से यहां पर गांव से आने वाले स्टूडेंट्स को भी फायदा मिलेगा. एक तरह से यह कॉलेज नर्सिंग का सपना देख रहे स्टूडेंट के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. यहां पर स्टूडेंट पढ़ाई करके अपना नर्सिंग का करियर बना सकेंगे.
10 बीघा जमीन पर बना तीन भावनाओं का कॉलेज
आरवीआरएस मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. वर्षा अशोक सिंह ने बताया कि तीनों भवन 21 करोड़ रुपए की लागत से 10 बीघा भूमि में बनाए गए हैं. उक्त भवनों का निर्माण कार्य 22 नवबर 2022 को शुरू हुआ था, जो निर्धारित समय सीमा में पूरा हो गया है. कॉलेज को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक उपकरण और फर्नीचर की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. यह नया नर्सिंग कॉलेज भीलवाड़ा में चिकित्सा शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा.
आरवीआरएस मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. वर्षा अशोक सिंह ने बताया कि तीनों भवन 21 करोड़ रुपए की लागत से 10 बीघा भूमि में बनाए गए हैं. उक्त भवनों का निर्माण कार्य 22 नवबर 2022 को शुरू हुआ था, जो निर्धारित समय सीमा में पूरा हो गया है. कॉलेज को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक उपकरण और फर्नीचर की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. यह नया नर्सिंग कॉलेज भीलवाड़ा में चिकित्सा शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा.
गर्ल्स एवं बॉयज हॉस्टल में 40 छात्राओं व 40 छात्रों के रहने की व्यवस्था रहेगी. हॉस्टल की उपलब्धता से दूरदराज से आने वाले छात्रों को सुरक्षित और सुविधाजनक आवासीय सुविधा मिलेगी, जिससे वे अपनी पढ़ाई पर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर सकेंगे. यह कदम विशेष रूप से ग्रामीण छात्र-छात्राओं के लिए वरदान साबित होगा, जिन्हें अक्सर शिक्षा के लिए बड़े शहरों में जाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
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