यह गाय किसानों के लिए है 'कामधेनु गाय' कम खानपान में देती है अधिक दूध
Edited by:
Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:
भारतीय गायों में सबसे अधिक और श्रेष्ठ नस्ल राठी गाय की है. यह बीकानेर सहित आस पास के इलाकों में पाई जाती है. ज्यादातर तो बीकानेर के खाजूवाला, छतरगढ़, महाजन के इलाको में ज्यादा यह गाय पाई जाती है.
निखिल स्वामी/बीकानेर. भारतीय गायों में सबसे अधिक और श्रेष्ठ नस्ल राठी गाय की है. यह बीकानेर सहित आस पास के इलाकों में पाई जाती है. ज्यादातर तो बीकानेर के खाजूवाला, छतरगढ़, महाजन के इलाको में ज्यादा यह गाय पाई जाती है. यह बीकानेर जिले में लाखों की संख्या में पाई जाती है. इस गाय की सबसे बड़ी खासियत है यह है कि कम ख़र्च यानी कम चारे में अधिक दूध देती है. इसके अलावा यह राठी गाय 10 डिग्री से लेकर 50 डिग्री से अधिक तापमान में रह सकती है.
तीन नस्लों से मिलकर बनीं है यह गाय
बीकानेर गौशाला संघ के अध्यक्ष सूरजमाल सिंह नीमराणा ने बताया कि राठी गाय भारत की विभिन्न श्रेष्ठ नस्लों में से एक है. यह दूध और बैल दोनो उपलब्ध करवाती है. यह राठी गाय राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ में पाई जाती है. भारत की तीन नस्लों को मिलाकर यह नस्ल बनी है. इसमें साहीवाल, रेड सिंधी और थारपरकर का अंश है.
5 से 7 किलो तक देती है दूध
राठी गाय एक श्रेष्ठ दूध देने वाली गाय है. यह गाय कम ख़र्चे में अधिक दूध देती है. इसे पूरे दिन 8 से 9 किलो चारा खिला दो और 5 से 7 किलो दूध दे देती है. यह गाय किसी भी वातावरण में रह सकती है. यह गाय छोटी कद काठी की होती है. इस नस्ल का बैल भी बहुत मजबूत है. इसको सही खुराक खिलाई जाए तो यह गाय 10 से 15 लीटर दूध भी दे देती है.
यह है खासियत
राठी गाय की खासियत है की यह गाय मध्यम आकार की होती है. यह काले, भूरे तथा सफेद पेच रंग की होती है. इसके साथ ही इसकी त्वचा बहुत आकर्षक होती है. इस गाय की पुंछ लंबी होती है. इस गाय का वजन 300 किलोग्राम तक होता है.
और पढ़ें