घंटेभर की आंधी में 70 लाख का नुकसान! उखड़ गए 115 बिजली के खंभे, 12 ट्रांसफर्मर खराब
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बूंदी में एक घंटे की आंधी ने बिजली विभाग को लाखों की चपत लगा दी. इस आंधी में आधा शहर अंधेरे में डूब गया. अब विभाग खराब हुए ट्रांसफर्मर और उखड़े बिजली के खंभों को रिपेयर किया जा रहा है.

बूंदी जिले में गुरुवार शाम आए तेज अंधड़ और बारिश ने विद्युत तंत्र को भारी नुकसान पहुंचाया, जिससे जिले भर में बिजली आपूर्ति ठप हो गई. हिण्डोली और डाबी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा तबाही हुई, जहां करीब 115 बिजली के पोल और 12 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए. इस आपदा से अनुमानित 60 से 70 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. अधीक्षण अभियंता के.के. शुक्ला ने बताया कि विद्युत निगम की टीमें क्षतिग्रस्त पोल और ट्रांसफार्मर को दुरुस्त करने में दिन-रात जुटी हुई है लेकिन कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने में समय लग सकता है.
हिण्डोली क्षेत्र में अंधड़ ने भारी तबाही मचाई. सहायक अभियंता भरत विजय ने बताया कि हिण्डोली और दबलाना क्षेत्रों में करीब चार दर्जन से अधिक बिजली के पोल टूटकर धराशायी हो गए. सथूर, बड़ा नयागांव, बड़ौदिया, रामी की झोपड़ियां, खेराड, पेच की बावड़ी और लोधा का झोपड़ा जैसे गांवों में बिजली के पोल सड़कों पर गिर गए, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ. कई स्थानों पर बड़े-बड़े पेड़ उखड़ गए, जो बिजली की लाइनों पर गिरे, जिससे तार टूट गए. हिण्डोली कस्बे में कैलाश कहार के घर के ऊपर बनी टापरी हवा में उड़ गई और कई मकानों के टीन-टप्पर भी क्षतिग्रस्त हो गए.
अंधेरे में डूबे कई क्षेत्र
डाबी क्षेत्र में भी हालात कम गंभीर नहीं थे. यहां बिजली के पोल और ट्रांसफार्मरों को भारी नुकसान पहुंचा, जिसके कारण कई गांव अंधेरे में डूब गए. स्थानीय निवासियों ने बताया कि अंधड़ के साथ आई हल्की बारिश ने मौसम तो ठंडा कर दिया लेकिन बिजली की कमी ने लोगों को उमस भरी गर्मी में परेशान कर दिया. सथूर गांव के रमेश मीणा ने कहा, “रात भर बिजली नहीं थी, बच्चे और बुजुर्ग गर्मी से परेशान रहे. बिजली विभाग को जल्दी काम करना चाहिए.”
डाबी क्षेत्र में भी हालात कम गंभीर नहीं थे. यहां बिजली के पोल और ट्रांसफार्मरों को भारी नुकसान पहुंचा, जिसके कारण कई गांव अंधेरे में डूब गए. स्थानीय निवासियों ने बताया कि अंधड़ के साथ आई हल्की बारिश ने मौसम तो ठंडा कर दिया लेकिन बिजली की कमी ने लोगों को उमस भरी गर्मी में परेशान कर दिया. सथूर गांव के रमेश मीणा ने कहा, “रात भर बिजली नहीं थी, बच्चे और बुजुर्ग गर्मी से परेशान रहे. बिजली विभाग को जल्दी काम करना चाहिए.”
हर बार होता है ऐसा हाल
यह घटना राजस्थान में हाल के महीनों में अंधड़ से बिजली व्यवस्था को हुए नुकसान की कई घटनाओं में से एक है. उदाहरण के लिए, मथुरा में 18 मई 2025 को एक अंधड़ ने 150 से अधिक बिजली के पोल और कई ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त कर दिए थे, जिससे बिजली आपूर्ति कई घंटों तक बाधित रही थी. इसी तरह, महराजगंज में 17 मई 2025 को 70 पोल और आधा दर्जन ट्रांसफार्मर तेज बारिश और अंधड़ में टूट गए थे. बूंदी में भी यह अंधड़ विद्युत निगम की तैयारियों पर सवाल उठाता है क्योंकि जर्जर बुनियादी ढांचा तेज हवाओं का सामना नहीं कर सका.
यह घटना राजस्थान में हाल के महीनों में अंधड़ से बिजली व्यवस्था को हुए नुकसान की कई घटनाओं में से एक है. उदाहरण के लिए, मथुरा में 18 मई 2025 को एक अंधड़ ने 150 से अधिक बिजली के पोल और कई ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त कर दिए थे, जिससे बिजली आपूर्ति कई घंटों तक बाधित रही थी. इसी तरह, महराजगंज में 17 मई 2025 को 70 पोल और आधा दर्जन ट्रांसफार्मर तेज बारिश और अंधड़ में टूट गए थे. बूंदी में भी यह अंधड़ विद्युत निगम की तैयारियों पर सवाल उठाता है क्योंकि जर्जर बुनियादी ढांचा तेज हवाओं का सामना नहीं कर सका.
चल रहा है मरम्मत का काम
विद्युत निगम के अधिकारियों ने बताया कि मरम्मत कार्य तेजी से चल रहा है. अधीक्षण अभियंता के.के. शुक्ला ने कहा, “हमारी टीमें रात-दिन काम कर रही है. 80% क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है लेकिन कुछ ग्रामीण इलाकों में पेड़ों और मलबे के कारण काम में देरी हो रही है.” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि डाबी क्षेत्र में नुकसान की गंभीरता के कारण वहां मरम्मत में अधिक समय लग सकता है. वहीं स्थानीय लोग इस घटना से परेशान हैं और बिजली विभाग से जल्द बहाली की मांग कर रहे हैं.
विद्युत निगम के अधिकारियों ने बताया कि मरम्मत कार्य तेजी से चल रहा है. अधीक्षण अभियंता के.के. शुक्ला ने कहा, “हमारी टीमें रात-दिन काम कर रही है. 80% क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है लेकिन कुछ ग्रामीण इलाकों में पेड़ों और मलबे के कारण काम में देरी हो रही है.” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि डाबी क्षेत्र में नुकसान की गंभीरता के कारण वहां मरम्मत में अधिक समय लग सकता है. वहीं स्थानीय लोग इस घटना से परेशान हैं और बिजली विभाग से जल्द बहाली की मांग कर रहे हैं.
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Sandhya Kumari
न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.
न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.
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