अलवर गैंगरेप केस: प्रशासनिक जांच रिपोर्ट में IPS राजीव पचार को क्लीन चिट!
Agency:News18 Rajasthan
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अलवर गैंगरेप केस में आईपीएस राजीव पचार को बड़ी राहत मिलने जा रही है. प्रशासनिक जांच कमेटी ने राजीव पचार को क्लीन चिट दे दी है! रिपोर्ट में थानाप्रभारी और पुलिस उपाधीक्षक को दोषी माना गया है.
IPS राजीव पचार। फाइल फोटो। अलवर गैंगरेप केस में आईपीएस राजीव पचार को बड़ी राहत मिलने जा रही है. सूत्रों के अनुसार प्रशासनिक जांच कमेटी ने राजीव पचार को क्लीन चिट दे दी है! रिपोर्ट में थानाप्रभारी और पुलिस उपाधीक्षक को दोषी माना गया है. अभी रिपोर्ट को सीएमओ भेजा जाएगा. वहां सीएम की हरी झंडी मिलने के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तय होगी.
संभागीय आयुक्त ने जांच रिपोर्ट सौंपी
जानकारी के अनुसार अलवर गैंगरेप केस के तूल पकड़ने के बाद मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के लिए जयपुर संभागीय आयुक्त केसी वर्मा को प्रशासनिक जांच सौंपी गई थी. उन्हें जांचकर 10 दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए थे. उसके बाद संभागीय आयुक्त ने हाल ही में अपनी जांच पूरी कर उसकी रिपोर्ट गृह विभाग के एसीएस राजीव स्वरूप को सौंप दी.
सूत्रों की मानें तो जांच रिपोर्ट में इस मामले में अलवर से हटाए गए पुलिस अधीक्षक राजीव पचार को क्लीन चिट दे दी गई है. पूरे मामले में प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही बरतने के लिए थानागाजी थानाप्रभारी और क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक को दोषी माना गया है.
सीएमओ से तय होगी कार्रवाई
गृह विभाग अब संभागीय आयुक्त की जांच रिपोर्ट को मुख्यमंत्री कार्यालय भेजेगा. मुख्यमंत्री से हरी झंडी मिलने के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उल्लेखनीय है कि अलवर गैंगरेप केस सामने आने के बाद राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से अलवर पुलिस अधीक्षक राजीव पचार और थानागाजी थानाप्रभारी को हटा दिया था. पचार के स्थान पर आईपीएस पारिस देशमुख को अलवर का नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया था.
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संभागीय आयुक्त ने जांच रिपोर्ट सौंपी
जानकारी के अनुसार अलवर गैंगरेप केस के तूल पकड़ने के बाद मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के लिए जयपुर संभागीय आयुक्त केसी वर्मा को प्रशासनिक जांच सौंपी गई थी. उन्हें जांचकर 10 दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए थे. उसके बाद संभागीय आयुक्त ने हाल ही में अपनी जांच पूरी कर उसकी रिपोर्ट गृह विभाग के एसीएस राजीव स्वरूप को सौंप दी.
सूत्रों की मानें तो जांच रिपोर्ट में इस मामले में अलवर से हटाए गए पुलिस अधीक्षक राजीव पचार को क्लीन चिट दे दी गई है. पूरे मामले में प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही बरतने के लिए थानागाजी थानाप्रभारी और क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक को दोषी माना गया है.
सीएमओ से तय होगी कार्रवाई
गृह विभाग अब संभागीय आयुक्त की जांच रिपोर्ट को मुख्यमंत्री कार्यालय भेजेगा. मुख्यमंत्री से हरी झंडी मिलने के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उल्लेखनीय है कि अलवर गैंगरेप केस सामने आने के बाद राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से अलवर पुलिस अधीक्षक राजीव पचार और थानागाजी थानाप्रभारी को हटा दिया था. पचार के स्थान पर आईपीएस पारिस देशमुख को अलवर का नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया था.
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