राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरस्कार-2021: DTO डॉ. वीरेंद्र सिंह राठौड़ हुये गोल्ड मेडल से सम्मानित, राजस्थान को मिले 5 अवॉर्ड
Agency:News18 Rajasthan
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National Road Safety Award-2021: प्रदेश के भीलवाड़ा जिले में जिला परिवहन अधिकारी के पद पर कार्यरत डॉ. वीरेन्द्र सिंह राठौड़ (DTO Virendra Singh Rathore) को गोल्ड मेडल और 5 लाख रुपये नगद पुरस्कार से नवाजा गया है.

जयपुर. राजस्थान के भीलवाड़ा के जिला परिवहन अधिकारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ को राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरस्कार- 2021 (National Road Safety Award) से सम्मानित किया गया है. पूरे देश में पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र को गोल्ड मेडल पुरस्कारों से नवाजा गया है. इनमें राजस्थान के डॉ. वीरेन्द्र सिंह राठौड़ (DTO Virendra Singh Rathore) को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया है. उन्हें 5 लाख रुपये नकद एवं गोल्ड मेडल से प्रदान किया गया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह, एनएचआईए के चेयरमेन और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारीअभिताभ कांत ने उनको राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया.
सड़क सुरक्षा कानून विषय पर पीएचडी करने वाले देश के पहले व्यक्ति हैं
डॉ. राठौड़ अजमेर जिले की मसूदा इलाके के सिंगावल गांव के रहने वाले हैं. डॉ. राठौड़ सड़क सुरक्षा पर पिछले 20 वर्षों से समर्पण भाव से कार्य करने में जुटे हैं. वे सड़क सुरक्षा कानून विषय पर पीएचडी करने वाले देश के पहले व्यक्ति हैं. उन्होंने सड़क सुरक्षा को अपने जीवन का अंग बना रखा है. वे तीन साल तक भारत सरकार में सड़क सुरक्षा एवं प्रवर्तन के तकनीकी सलाहकार रह चुके हैं. राठौड़ एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेटर, इन्टेलिजेन्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम और रोड सेफ्टी ऑडिटर का विदेशों से प्रशिक्षण ले चुके हैं. डॉ. राठौड़ के प्रेरणा स्त्रोत उनके श्वसुर गुरुजी अमर सिंह चौहान हैं.
प्रदेश को मिले कुल 5 पुरस्कार
उनके मार्गदर्शन में राज्य में दो परियोजनाओं राजस्थान सड़क सुरक्षा शिक्षा एवं जागृति मिशन और हेलेमेट प्रोत्साहन, शिक्षा, जागरुकता एवं अनिवार्यता अभियान से अब तक 8.30 लाख लोग सड़क सुरक्षा के प्रति जागारुक हो चुके हैं. राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरस्कार का सिल्वर मेडल प्रदेश की मुस्कान संस्था तथा कांस्य पदक चिकित्सा विभाग के राजकुमार राजपाल को मिला है. इसी प्रकार गुड सेमेरिटन अवार्ड झावर सिंह धायल परिवहन निरीक्षक सीकर और आधार फांउडेशन उदयपुर को मिला है. रोड सेफ्टी के कुल 9 अवार्ड में से 3 राजस्थान के नाम रहे. वहीं गुड सेमिरिटन के 13 अवार्ड में से राजस्थान को 2 अवार्ड मिले है. राठौड़ की लगन, समर्पण और अनुभव को देखते हुए राज्य सरकार उनको राज्य में सड़क सुरक्षा का बड़ा पद सृजित कर उपयोग में ले सकती है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह, एनएचआईए के चेयरमेन और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारीअभिताभ कांत ने उनको राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया.
सड़क सुरक्षा कानून विषय पर पीएचडी करने वाले देश के पहले व्यक्ति हैं
डॉ. राठौड़ अजमेर जिले की मसूदा इलाके के सिंगावल गांव के रहने वाले हैं. डॉ. राठौड़ सड़क सुरक्षा पर पिछले 20 वर्षों से समर्पण भाव से कार्य करने में जुटे हैं. वे सड़क सुरक्षा कानून विषय पर पीएचडी करने वाले देश के पहले व्यक्ति हैं. उन्होंने सड़क सुरक्षा को अपने जीवन का अंग बना रखा है. वे तीन साल तक भारत सरकार में सड़क सुरक्षा एवं प्रवर्तन के तकनीकी सलाहकार रह चुके हैं. राठौड़ एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेटर, इन्टेलिजेन्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम और रोड सेफ्टी ऑडिटर का विदेशों से प्रशिक्षण ले चुके हैं. डॉ. राठौड़ के प्रेरणा स्त्रोत उनके श्वसुर गुरुजी अमर सिंह चौहान हैं.
प्रदेश को मिले कुल 5 पुरस्कार
उनके मार्गदर्शन में राज्य में दो परियोजनाओं राजस्थान सड़क सुरक्षा शिक्षा एवं जागृति मिशन और हेलेमेट प्रोत्साहन, शिक्षा, जागरुकता एवं अनिवार्यता अभियान से अब तक 8.30 लाख लोग सड़क सुरक्षा के प्रति जागारुक हो चुके हैं. राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरस्कार का सिल्वर मेडल प्रदेश की मुस्कान संस्था तथा कांस्य पदक चिकित्सा विभाग के राजकुमार राजपाल को मिला है. इसी प्रकार गुड सेमेरिटन अवार्ड झावर सिंह धायल परिवहन निरीक्षक सीकर और आधार फांउडेशन उदयपुर को मिला है. रोड सेफ्टी के कुल 9 अवार्ड में से 3 राजस्थान के नाम रहे. वहीं गुड सेमिरिटन के 13 अवार्ड में से राजस्थान को 2 अवार्ड मिले है. राठौड़ की लगन, समर्पण और अनुभव को देखते हुए राज्य सरकार उनको राज्य में सड़क सुरक्षा का बड़ा पद सृजित कर उपयोग में ले सकती है.
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