भीषण गर्मी में बेजुबान पक्षियों को राहत पहुंचाने के लिए इस शख्स उठाया ये कदम, अब हर कोई कर रहा तारीफ
Last Updated:
Jodhpur News: जोधपुर के धर्मेंद्र बिश्नोई ने पक्षियों को पानी पिलाने और दाना खिलाने की मुहिम शुरू की है. जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है. गर्मी शुरू होते ही पशु पक्षियों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
सूर्यनगरी जोधपुर में इन दिनों बदन जला देने वाली गर्मी पड़ रही है. इंसान तो इंसान, पशु-पक्षी भी भीषण गर्मी से बेहाल नजर आते हैं. ऐसे में जोधपुर के धर्मेंद्र बिश्नोई ने पक्षियों को पानी पिलाने और दाना खिलाने की मुहिम शुरू की है. जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है. गर्मी शुरू होते ही पशु पक्षियों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इसको देखते हुए जोधपुर के नजदीक गूढ़ा बिश्नोई के धर्मेंद्र विश्नोई ने मुहिम शुरू कर दी है. इस मुहिम के तहत खाली जलकुंडों तालाबों खेलियों में पानी भरने की व्यवस्था की जा रही है.
वो पिछले कई वर्षों से टैंकर से तालाबों और खेलियों में पानी से भरने का काम कर रहे हैं।ताकि भीषण गर्मी में पशु पक्षियों को इधर उधर भटकना ना पड़े. ऐसे में गांव में जहाँ पर भी जलकुंड खाली दिखाई देते हैं वो उन्हें अपने निजी स्तर पर टैंकर के माध्यम से पानी भरते हैं. जल मनुष्य के लिए भी नहीं बल्कि हर पशु, पक्षी व पेड़ पौधों के लिए भी आवश्यक होता है.
ऐसे करते हैं काम
पंछियों को दाना-पानी मुहिम से जुड़े धर्मेंद्र बताया हैं कि वे लोग अपना काम सुबह ही शुरू कर देते हैं. अपने काम के साथ उन्होंने जहां कही पशु पक्षी के लिए पानी की खेलियों दिखाई देती है. उन्हें पहले साफ करते है. ऐसे में गांव में जहाँ पर भी जलकुंड खाली दिखाई देते हैं. वो उन्हें अपने निजी स्तर पर टैंकर के माध्यम से पानी भरते हैं.
पंछियों को दाना-पानी मुहिम से जुड़े धर्मेंद्र बताया हैं कि वे लोग अपना काम सुबह ही शुरू कर देते हैं. अपने काम के साथ उन्होंने जहां कही पशु पक्षी के लिए पानी की खेलियों दिखाई देती है. उन्हें पहले साफ करते है. ऐसे में गांव में जहाँ पर भी जलकुंड खाली दिखाई देते हैं. वो उन्हें अपने निजी स्तर पर टैंकर के माध्यम से पानी भरते हैं.
इसलिए प्रकृति में संरक्षित पर निर्भर रहते
गौरतलब है कि इस तरह के भीषण गर्मी में कई ग्रामीण क्षेत्रों में परिंदो और पशुओं की मौत पानी नहीं मिलने के कारण हो जाती है. गर्मी के मौसम में इनकी चहचहाहट बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका ध्यान रखें. जोधपुर जिले में इस साल गर्मी का थर्ड डिग्री टार्चर अप्रैल महीने से ही शुरू हो गई है. इस भीषण गर्मी में जीव जंतु का भी बेहाल है. पशु, पक्षियों पूरी तरह प्रकृति में संरक्षित जल पर ही निर्भर रहते है.अगर इन स्रोतों में पानी के सूखने पर इन्हें यहां वहां भटकना पड़ता है. इसलिए पानी नही मिलने की स्थिति में पक्षी उड़ते उड़ते बेहोश होकर गिर भी जाते हैं. धर्मेंद्र ने आमजन से अपील करते बताया कि आपको भी अगर गर्मी के दिनों में कहीं कुंड खाली दिखे तो हमें अवगत करवाए हमारी टीम पशु पक्षी के लिए पानी की पर्याप्त व्वस्था जल्द से जल्द करवाएगी .
गौरतलब है कि इस तरह के भीषण गर्मी में कई ग्रामीण क्षेत्रों में परिंदो और पशुओं की मौत पानी नहीं मिलने के कारण हो जाती है. गर्मी के मौसम में इनकी चहचहाहट बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका ध्यान रखें. जोधपुर जिले में इस साल गर्मी का थर्ड डिग्री टार्चर अप्रैल महीने से ही शुरू हो गई है. इस भीषण गर्मी में जीव जंतु का भी बेहाल है. पशु, पक्षियों पूरी तरह प्रकृति में संरक्षित जल पर ही निर्भर रहते है.अगर इन स्रोतों में पानी के सूखने पर इन्हें यहां वहां भटकना पड़ता है. इसलिए पानी नही मिलने की स्थिति में पक्षी उड़ते उड़ते बेहोश होकर गिर भी जाते हैं. धर्मेंद्र ने आमजन से अपील करते बताया कि आपको भी अगर गर्मी के दिनों में कहीं कुंड खाली दिखे तो हमें अवगत करवाए हमारी टीम पशु पक्षी के लिए पानी की पर्याप्त व्वस्था जल्द से जल्द करवाएगी .
और पढ़ें