रिपोर्ट: हरिकांत शर्मा
आगरा. क्या आप जानते हैं दिल्ली असेंबली में भगत सिंह ने जो बम फोड़ा था, उसे बनाना उन्होंने आगरा में ही रहकर सीखा था? भगत सिंह को आगरावासी क्रांतिकारी के तौर पर नहीं देखते बल्कि इससे भी कहीं ज्यादा भगवान की तरह पूजते हैं. आगरा के दूरी दरवाजे पर भगत सिंह का बाकायदा एक मंदिर बना हुआ है. यहां भगत सिंह की सुबह-शाम पूजा और आरती की जाती है. क्रांतिकारियों को याद किया जाता है. आगरा में एक पुरानी हवेली में भी भगत सिंह की यादों को सहेजने की कवायद चल रही है.
बात 1927 की है जब एक अंग्रेज अधिकारी जेपी सैंडर्स के आदेश से हुए लाठीचार्ज में लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई थी. सैंडर्स को मारकर भगत सिंह, राजगुरु फरार हो गए थे. उसके बाद वे आगरा पहुंचे, यहां वे नूरी दरवाजा स्थित भरतपुर के राजा भागीमल की हवेली में मकान नंबर 1784 में रुके थे. यह मकान उन्होंने छन्नूलाल से ढाई रुपया एडवांस देकर 5 रुपए महीने पर किराए पर लिया था.
8 अप्रैल 1929 को सेंट्रल असेंबली दिल्ली में जो बम भगत सिंह ने फोड़ा था, उसका परीक्षण यहीं जंगलों में करते थे. तब आसपास घने जंगल हुआ करते थे. गोली चलाने का अभ्यास भी यहीं हवेली के पास के जंगलों में होता था ताकि अंग्रेजों को भनक न लग सके. हवेली में बाहर निकलने के तीन दरवाजे थे. एक मुख्य दरवाजा और दो दरवाजे पीछे की ओर. अगर अंग्रेजों से कोई खतरा होता था तो भगत या अन्य क्रांतिकारी पीछे के दरवाजे से निकलकर जंगलों में नाले के सहारे कच्चे रास्ते से होकर अपना ठिकाना बदल दिया करते थे.
भगत सिंह जिस कमरे में रहे थे, वह अब पूरी तरह से खंडहर हो गया है. यह हवेली उस समय के छन्नूलाल के परिवारजनों के पास है. इसके कुछ हिस्से को बेच दिया गया है. हवेली के नीचे अब दुकानें हैं. इन्हीं दुकानों के ऊपर वह कमरा है, जहां भगत सिंह रहते थे. यह कमरा जर्जर हो गया है. सरकार भी पैसा लगाना नहीं चाहती क्योंकि प्रॉपर्टी पर विवाद चल रहा है.
कई बार अखबारों में छपने के बाद अब यहां के लोगों के सहयोग से भगत सिंह के कमरे को संरक्षित करने की कवायद की जा रही है. फिलहाल इस कमरे की साफ सफाई कराकर इसमें ताला लगा दिया गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि आने वाले समय में प्रशासन की मदद से इसमें भगत सिंह का संग्रहालय बनाए जाने की योजना है.
.
Tags: Agra news, Bhagat Singh, Shaheed Divas
9 साल और 7 सुपर फ्लॉप फिल्में, लाखों की कार, करोड़ों के घर की हैं मालकिन, जानें कितना कमाती हैं ये एक्ट्रेस
रहाणे की सूजी उंगली देख दर्द से बेहाल हुईं राधिका, मैसेज के जरिए लुटाया प्यार, जज्बे को किया सलाम
इस शख्स ने घर नहीं देश बसाया, बस 15 लाख खर्च किए, पासपोर्ट से लेकर करेंसी सब छापी, सिर्फ 500 लोगों की आबादी