Prayagraj Ramlila: 270 साल से चल रही है प्रयागराज की रामलीला, होती है बहुत खास, कई सितारे करेंगे अभिनय
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Prayagraj Ramlila 2024: यूपी में बहुत सारी रामलीला होती है. लेकिन प्रयागराज रामलीला अलग है. 270 साल लोग इस रामलीला को देखने पहुंच रहे हैं.
प्रयागराज: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही देशभर में धार्मिक लीलाओं, विशेषकर रामलीला का मंचन शुरू हो जाता है. इनमें प्रभु श्रीराम, माता सीता और हनुमान जैसे प्रमुख पात्रों की भूमिकाएं निभाने के लिए बॉलीवुड के कलाकारों को भी मौका मिलता है. इसी कड़ी में उत्तर भारत की सबसे प्रसिद्ध ध्वनि और प्रकाश आधारित रामलीला का आयोजन प्रयागराज के श्री कटरा रामलीला कमेटी द्वारा हर साल किया जाता है, जिसमें बड़े-बड़े कलाकार मंच पर अभिनय करते नजर आते हैं.
270 साल पुरानी है श्री कटरा रामलीला
श्री कटरा रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुजीत कुमार गुप्ता ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि इस वर्ष रामलीला का आयोजन 2 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक किया जा रहा है, जिसका निर्देशन चंकी बच्चन और कृष्णा यादव द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि यह रामलीला लगभग 270 साल पुरानी है. अंग्रेजों के समय आजादी की लड़ाई के दौरान इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन 1934 के बाद इसे फिर से शुरू किया गया.
श्री कटरा रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुजीत कुमार गुप्ता ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि इस वर्ष रामलीला का आयोजन 2 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक किया जा रहा है, जिसका निर्देशन चंकी बच्चन और कृष्णा यादव द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि यह रामलीला लगभग 270 साल पुरानी है. अंग्रेजों के समय आजादी की लड़ाई के दौरान इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन 1934 के बाद इसे फिर से शुरू किया गया.
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बड़े कलाकारों की होती है भागीदारी
अध्यक्ष सुजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि पहले इस रामलीला में अयोध्या के कलाकार भाग लेते थे, लेकिन धीरे-धीरे इसमें बड़े कलाकारों को भी मौका मिलने लगा. इस बार वेब सीरीज में काम कर चुके सत्यम तिवारी और दो अन्य अभिनेता रावण और मेघनाद जैसे महत्वपूर्ण किरदार निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां के कलाकारों को दर्शक बहुत पसंद करते हैं. यही कारण है कि रामलीला शुरू होने से पहले ही ग्राउंड खचाखच भर जाता है.
अध्यक्ष सुजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि पहले इस रामलीला में अयोध्या के कलाकार भाग लेते थे, लेकिन धीरे-धीरे इसमें बड़े कलाकारों को भी मौका मिलने लगा. इस बार वेब सीरीज में काम कर चुके सत्यम तिवारी और दो अन्य अभिनेता रावण और मेघनाद जैसे महत्वपूर्ण किरदार निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां के कलाकारों को दर्शक बहुत पसंद करते हैं. यही कारण है कि रामलीला शुरू होने से पहले ही ग्राउंड खचाखच भर जाता है.
ध्वनि और प्रकाश आधारित है रामलीला
प्रयागराज की इस रामलीला की खासियत यह है कि यहां के कलाकार केवल भाव-भंगिमाएं प्रदर्शित करते हैं, जबकि संवाद तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के पाठ पर आधारित होते हैं. इस वजह से कलाकारों को काफी मेहनत करनी पड़ती है. रामलीला के मंचन से करीब 15 दिन पहले ही रिहर्सल शुरू कर दी जाती है. यह ध्वनि और प्रकाश पर आधारित होती है, जिसमें शानदार लाइटिंग के बीच अभिनय किया जाता है.
प्रयागराज की इस रामलीला की खासियत यह है कि यहां के कलाकार केवल भाव-भंगिमाएं प्रदर्शित करते हैं, जबकि संवाद तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के पाठ पर आधारित होते हैं. इस वजह से कलाकारों को काफी मेहनत करनी पड़ती है. रामलीला के मंचन से करीब 15 दिन पहले ही रिहर्सल शुरू कर दी जाती है. यह ध्वनि और प्रकाश पर आधारित होती है, जिसमें शानदार लाइटिंग के बीच अभिनय किया जाता है.
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