चिड़ियाघर बंद लेकिन नौका विहार में उमड़ा सैलानियों का सैलाब, गोरखपुर टूरिज्म बना जीवंत, जानिए क्या है कारण
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गोरखपुर में बर्ड फ्लू के कारण चिड़ियाघर बंद होने के बावजूद नौका विहार पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, क्रूज राइड और बोटिंग जैसी सुविधाएं लोगों को लुभा रही हैं.
रजत भट्ट/गोरखपुर. गोरखपुर के टूरिज्म को लेकर भले ही चिड़ियाघर में फैले बर्ड फ्लू वायरस ने चिंता बढ़ा दी हो, लेकिन शहर का नौका विहार इस समय पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. चिड़ियाघर में 27 मई तक के लिए ताला लग गया है, क्योंकि यहां कई जानवरों की संदिग्ध बीमारी से मौत हो चुकी है. इन मौतों की वजह बर्ड फ्लू वायरस को माना जा रहा है, जिसे लेकर जांच जारी है और जानवरों के सैंपल भोपाल व दिल्ली की लैब में भेजे गए हैं.
पर्यटन के लिहाज से यह एक बड़ा झटका माना जा रहा था, क्योंकि चिड़ियाघर हमेशा से ही गोरखपुर आने वाले टूरिस्टों की लिस्ट में शामिल रहता है. लेकिन, इसके बावजूद नौका विहार ने गोरखपुर टूरिज्म की रफ्तार को थमने नहीं दिया है. राप्ती नदी के किनारे बसा यह स्थान इन दिनों पूरी तरह गुलजार है. नौका विहार घूमने आए अमित बताते हैं कि इन दिनों यह पूरी तरीके से गुलजार है और शानदार मौसम में यहां पर घूमने का मजा अलग है.
नौका विहार बना लोगों की पसंद
नौका विहार में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, क्रूज राइड, बोटिंग, बच्चों के लिए वाटर एक्टिविटीज और शांत वातावरण पर्यटकों को खूब लुभा रहा है. कई लोग इसे गोरखपुर का ‘जुहू बीच’ कहने लगे हैं. खास बात यह है कि चिड़ियाघर बंद होने के बाद भी पर्यटक निराश नहीं हो रहे हैं. वे सीधे नौका विहार की ओर रुख कर रहे हैं और परिवार संग यहां समय बिता रहे हैं.
नौका विहार में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, क्रूज राइड, बोटिंग, बच्चों के लिए वाटर एक्टिविटीज और शांत वातावरण पर्यटकों को खूब लुभा रहा है. कई लोग इसे गोरखपुर का ‘जुहू बीच’ कहने लगे हैं. खास बात यह है कि चिड़ियाघर बंद होने के बाद भी पर्यटक निराश नहीं हो रहे हैं. वे सीधे नौका विहार की ओर रुख कर रहे हैं और परिवार संग यहां समय बिता रहे हैं.
सुरक्षा का रखा जा रहा विशेष ध्यान
स्थानीय दुकानदारों और रेस्टोरेंट संचालकों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में विजिटर्स की संख्या में तेजी आई है. लोग चिड़ियाघर न जा पाने का मलाल नहीं कर रहे, क्योंकि उन्हें नौका विहार में हर वो अनुभव मिल रहा है जिसकी वो उम्मीद रखते हैं.गोरखपुर टूरिज्म विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चिड़ियाघर की स्थिति को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है. वहीं, नौका विहार पर पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. गोरखपुर का टूरिज्म एक तरफ संकट से जूझ रहा है, तो दूसरी तरफ उम्मीद की नई राह भी दिखाई दे रही है. चिड़ियाघर भले ही बंद हो गया हो, लेकिन नौका विहार की रौनक यह साबित करती है कि गोरखपुर में घूमने और आनंद लेने के लिए अभी भी बहुत कुछ है.
स्थानीय दुकानदारों और रेस्टोरेंट संचालकों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में विजिटर्स की संख्या में तेजी आई है. लोग चिड़ियाघर न जा पाने का मलाल नहीं कर रहे, क्योंकि उन्हें नौका विहार में हर वो अनुभव मिल रहा है जिसकी वो उम्मीद रखते हैं.गोरखपुर टूरिज्म विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चिड़ियाघर की स्थिति को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है. वहीं, नौका विहार पर पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. गोरखपुर का टूरिज्म एक तरफ संकट से जूझ रहा है, तो दूसरी तरफ उम्मीद की नई राह भी दिखाई दे रही है. चिड़ियाघर भले ही बंद हो गया हो, लेकिन नौका विहार की रौनक यह साबित करती है कि गोरखपुर में घूमने और आनंद लेने के लिए अभी भी बहुत कुछ है.
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