Kanpur News: कानपुर चिड़ियाघर में बड़े अफसरों ने तोड़ दिया कौन सा प्रोटोकॉल? जो फोटो वायरल होने पर मच गया हड़कंप..
Last Updated:
Kanpur Latest News: कानपुर जू में बर्ड फ्लू के खतरे के चलते 15 दिनों से बंद है. निरीक्षण के दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक अनुराधा वेमुरी और सदस्य सचिव नीरज कुमार ने मास्क नहीं पहना, जिससे आलोचना हो रही है.

अखंड प्रताप सिंह/ कानपुर: कानपुर शहर के मशहूर जू में इन दिनों बर्ड फ्लू का खतरा फैला हुआ है. इसी वजह से पिछले करीब 15 दिनों से जू आम लोगों के लिए बंद है. जू के कर्मचारी और अधिकारी इस दौरान खास सावधानी बरत रहे हैं. रोजाना सैनिटाइजेशन किया जा रहा है. जानवरों को दिया जाने वाला खाना संक्रमणमुक्त रखा जा रहा है. सभी कर्मचारियों को मास्क पहनना अनिवार्य है. कुछ कर्मचारी तो पीपीई किट पहनकर काम कर रहे हैं. इसका मकसद सिर्फ यह है कि वन्यजीव किसी भी तरह से संक्रमित न हों. लेकिन खुद बड़े अधिकारियों ने इन नियमों का पालन नहीं किया.
दरअसल, कानपुर जू का निरीक्षण करने के लिए उत्तर प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) अनुराधा वेमुरी और राज्य चिड़ियाघर प्राधिकरण के सदस्य सचिव नीरज कुमार पहुंचे थे. सोशल मीडिया पर उनकी जो फोटोज वायरल हुई हैं, उसमें दोनों अधिकारी एक गैंडे के पास खड़े नजर आ रहे हैं. खास बात ये है कि उन्होंने मास्क नहीं पहना था. मास्क उनके हाथ में दिख रहा है. वहीं, उनके साथ मौजूद जू की निदेशक श्रद्धा यादव और प्रशासनिक अफसर नावेद इकराम मास्क पहने हुए थे.
चिकित्सकों और विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कोई भी बर्ड फ्लू प्रोटोकॉल का पालन नहीं करता है, तो इससे जानवरों में संक्रमण फैलने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. यही वजह है कि जू प्रशासन ने आम लोगों और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है. लेकिन जब खुद बड़े अधिकारी नियम तोड़ते हैं, तो बाकी कर्मचारियों के लिए भी संदेश गलत जाता है.
जब इस मामले पर जू प्रशासन से सवाल किया गया तो कोई भी अफसर सीधे तौर पर जवाब नहीं दे सका. प्रशासनिक अफसर नावेद इकराम ने सिर्फ इतना कहा कि इस सवाल का जवाब देना मुश्किल है. वहीं, जब निदेशक श्रद्धा यादव को फोन किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की.
मजेदार बात यह रही कि रविवार देर शाम खुद जू प्रशासन की ओर से दो फोटोज मीडिया को जारी की गई थीं. ये तस्वीरें अधिकारियों के निरीक्षण की थीं. इन फोटोज में ही साफ दिख रहा था कि बड़े अधिकारी मास्क नहीं पहने हुए थे. जब अधिकारियों को इस गलती का एहसास हुआ तो उन फोटोज को तुरंत डिलीट करा दिया गया. थोड़ी देर बाद सिर्फ एक फोटो ही जारी की गई. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. सोमवार को दोनों फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. अब लोग जू प्रशासन की जमकर आलोचना कर रहे हैं. कई लोगों का कहना है कि जब आम आदमी से हर नियम का पालन करवाया जाता है, तो फिर बड़े अधिकारियों को छूट क्यों दी जाती है. इस मामले ने प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
और पढ़ें