सहारनपुर: गांधी पार्क में बनी उत्तर प्रदेश की सबसे पहली फ्लोरल क्लॉक, देखिए क्या है खास
Agency:News18Hindi
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नगर निगम ने गांधी पार्क में फ्लोरल क्लॉक लगाकर अपनी कार्यशैली का नमूना पेश किया है. नगरायुक्त गजल भारद्वाज शासन की मंशानुसार स्मार्ट सिटी योजना को धरातल पर दिखाने के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारियो के साथ खुद भी दिन रात लगी हुई है.

रिपोर्ट – निखिल त्यागी
सहारनपुर: स्मार्ट सिटी में शामिल सहारनपुर जनपद को नगर निगम चमकाने की दिशा में गंभीर होकर काम कर रहा है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत जनपद के 9 पार्कों का सौंदर्यीकरण किया जाना है. जिनमे से गांधी पार्क का भी सौन्दर्यकरण किया जाना है. नगर निगम ने गांधी पार्क में फ्लोरल क्लॉक लगाकर अपनी कार्यशैली का नमूना पेश किया है. नगरायुक्त गजल भारद्वाज शासन की मंशानुसार स्मार्ट सिटी योजना को धरातल पर दिखाने के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ खुद भी दिन रात लगी हुई है.
सहारनपुर: स्मार्ट सिटी में शामिल सहारनपुर जनपद को नगर निगम चमकाने की दिशा में गंभीर होकर काम कर रहा है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत जनपद के 9 पार्कों का सौंदर्यीकरण किया जाना है. जिनमे से गांधी पार्क का भी सौन्दर्यकरण किया जाना है. नगर निगम ने गांधी पार्क में फ्लोरल क्लॉक लगाकर अपनी कार्यशैली का नमूना पेश किया है. नगरायुक्त गजल भारद्वाज शासन की मंशानुसार स्मार्ट सिटी योजना को धरातल पर दिखाने के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ खुद भी दिन रात लगी हुई है.
जनपद के गांधी पार्क में सौंदर्यीकरणकरते हुए फ्लोर क्लॉक का मंगलवर को नगर निगम के मेयर संजीव वालिया, नगर विधायक राजीव गुम्बर व नगरायुक्त गजल भारद्वाज ने रिबन काटकर उद्घाटन किया. स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत जनपद के जिन 9 पार्कों का सौंदर्यीकरणकरने का काम चल रहा है. उनमे गांधी पार्क भी शामिल है.
फ्लोरल क्लॉक बनायी गयी
गांधी पार्क में इसी सौंदर्यीकरण योजना के अंतर्गत एक फ्लोरल क्लॉक बनायी गयी है. स्मार्ट सिटी चेयरमैन व मंडलायुक्त डॉ. लोकेश एम के निर्देश पर गांधी पार्क में यह क्लॉक बनायी गयी है. क्लॉक निर्माण के समय मंडलायुक्त ने खुद कई बार निरीक्षण किया और काम करने वाली एजेंसी आर एन एंटरप्राइजेज को इस सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए है.
गांधी पार्क में इसी सौंदर्यीकरण योजना के अंतर्गत एक फ्लोरल क्लॉक बनायी गयी है. स्मार्ट सिटी चेयरमैन व मंडलायुक्त डॉ. लोकेश एम के निर्देश पर गांधी पार्क में यह क्लॉक बनायी गयी है. क्लॉक निर्माण के समय मंडलायुक्त ने खुद कई बार निरीक्षण किया और काम करने वाली एजेंसी आर एन एंटरप्राइजेज को इस सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए है.
वुडन वर्क से बनाई गई है फ्लोरल क्लॉक
सहारनपुर वूडन वर्क के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है, इसलिए गांधी पार्क में लगाई गई क्लॉक की सुईंया और नंबर लकड़ी से ही बनाये गए है. क्लॉक के बीच में सुंदर हरी घास लगायी गयी है. तथा सुंदर तरीके से चारो ओर फूल-पौधो की क्यारियां बनायी गयी है. यदि देखा जाए तो सेल्फी की दृष्टि से गांधी पार्क में यह अपनी तरह का एक नया स्थल विकसित हुआ है. सहारनपुर में बनाई जाने वाली है फ्लोरल क्लॉक उत्तर प्रदेश में लगने वाली पहली फ्लोरल क्लॉक है.
सहारनपुर वूडन वर्क के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है, इसलिए गांधी पार्क में लगाई गई क्लॉक की सुईंया और नंबर लकड़ी से ही बनाये गए है. क्लॉक के बीच में सुंदर हरी घास लगायी गयी है. तथा सुंदर तरीके से चारो ओर फूल-पौधो की क्यारियां बनायी गयी है. यदि देखा जाए तो सेल्फी की दृष्टि से गांधी पार्क में यह अपनी तरह का एक नया स्थल विकसित हुआ है. सहारनपुर में बनाई जाने वाली है फ्लोरल क्लॉक उत्तर प्रदेश में लगने वाली पहली फ्लोरल क्लॉक है.
क्लॉक के पास दो सेल्फी प्वाइंट बनाये गए हैं
अधिशासी अभियंता अमरेन्द्र गौतम ने जानकारी देते हुए बताया कि यह फ्लोरल क्लॉक जीपीएस टाइम सेंसर से चलेगी. इसमे एचएमटी कम्पनी की मशीन लगायी गयी है और सुरक्षा की दृष्टि से भूमिगत बिजली कनेक्शन और इन्वर्टर कनेक्शन दिए गए है. क्लॉक को बनाने में ग्रेनाइट पत्थर का भी इस्तेमाल किया गया है. चारो ओर टेरीकोटा लाल पत्थर भी लगाया गया है. उन्होंने बताया कि बिजली नही होने की दशा मे भी यह घड़ी चलती रहेगी.
अधिशासी अभियंता अमरेन्द्र गौतम ने जानकारी देते हुए बताया कि यह फ्लोरल क्लॉक जीपीएस टाइम सेंसर से चलेगी. इसमे एचएमटी कम्पनी की मशीन लगायी गयी है और सुरक्षा की दृष्टि से भूमिगत बिजली कनेक्शन और इन्वर्टर कनेक्शन दिए गए है. क्लॉक को बनाने में ग्रेनाइट पत्थर का भी इस्तेमाल किया गया है. चारो ओर टेरीकोटा लाल पत्थर भी लगाया गया है. उन्होंने बताया कि बिजली नही होने की दशा मे भी यह घड़ी चलती रहेगी.
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