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Good News: बड़े कमाल की इलेक्ट्रो होम्योपैथी, बीमारी जड़ से हो जाती है खत्म, हर उम्र के रोगियों के लिए कारगर

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इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर के.पी.एस. चौहान से इस बारे में बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि देश में प्रचलित अन्य चिकित्सा पद्धतियों से इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति भिन्न है. इस पद्धति से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है.केवल आंखों का रेटिना देखकर ही पूरे शरीर में होने वाली बीमारियों का पता लगाया जाता है.

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रिपोर्ट : ओम प्रयास

हरिद्वार. आयुर्वेद , एलोपैथीक होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के साथ-साथ इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति भी व्यक्ति में होने वाले सभी रोगों में कारगर साबित हो रही है. इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में पेड़-पौधों और वनस्पतियों के अर्क से रोगों का इलाज किया जाता है. इस चिकित्सा पद्धति में कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है, जिसका पद्धति के जानकार दावा करते हैं. दरअसल इलेक्ट्रो होम्योपैथी पद्धति में रोगों की जानकारी के लिए केवल आंखों का रेटिना देखकर ही पूरे शरीर में होने वाली बीमारियों का पता लगाया जाता है. इसके जानकारों का कहना है कि इस इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से बच्चों से लेकर वृद्ध यानी हर वर्ग के व्यक्तियों का इलाज किया जा रहा है. हाइपरटेंशन, कैंसर, शुगर जैसे रोगों का भी इस पद्धति से इलाज किया जा रहा है.
इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर के.पी.एस. चौहान से इस बारे में बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि देश में प्रचलित अन्य चिकित्सा पद्धतियों से इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति भिन्न है. इस पद्धति से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. यह पूर्ण रूप से हर्बल स्पेजरिक पर आधारित है. इस पद्धति का रोग निदान आधुनिक चिकित्सा पद्धति से एकदम भिन्न है. इस चिकित्सा पद्धति से आंख में चिन्ह देखकर पूरे शरीर होने वाले रोगों की जानकारी हो जाती है, जिसके बाद इलेक्ट्रो होम्योपैथी के डॉक्टर रोगियों का इलाज करते है.

एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति से हो रहा लोगों का मोहभंग
डॉक्टर चौहान बताते है कि हमारे देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद का भी कोई साइड इफैक्ट्स नहीं है . आज के दौर में लोगों का रुझान ऍलोपैथी की तरफ से हटता जा रहा है क्योंकि इसके बहुत से साइड इफेक्ट्स सामने आ रहे हैं. वे बताते है कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी की दवाई शरीर में जाने के बाद सेल्स में डिपॉजिट नहीं होती है. अन्य चिकित्सा पद्धतियों में दवाइयां लीवर, किडनी और अन्य अंगों में जाकर डिपॉजिट हो जाती है और उन्हें रोग ग्रसित कर देती हैं, जिससे एक रोग ठीक होने के साथ अन्य लोग भी लोगो को हो जाते हैं. ऐसे में इलेक्ट्रो होम्योपैथी बेहद ही कारगर है.
इलेक्ट्रो होम्योपैथी का नहीं है कोई साइड इफेक्ट
डॉक्टर चौहान बताते है कि यदि स्वस्थ व्यक्ति भी इलेक्ट्रो होम्योपैथी की दवाइयां ले रहा है, तो उसे कोई साइड इफेक्ट या अन्य बीमारी नहीं होगी. साथ ही जिस रोग के लिए व्यक्ति इलेक्ट्रो होम्योपैथिक की दवाई ले रहा है, केवल उसका वही रोग ठीक होगा. दवाइयां अन्य चीजों पर अपना प्रभाव नहीं डालती हैं. उनका कहना यह भी है कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति हर वर्ग हर उम्र के व्यक्ति खा सकते है, जिनसे उन्हें कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है.
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Haridwar: इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से होता है असाध्य रोगों का इलाज
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