Adi Kailash Yatra: हेलीकॉप्टर से करें आदि कैलाश यात्रा, जानें कितने का है पैकेज और हर एक डिटेल
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Adi Kailash Yatra Package: पहली बार कुमाऊं मंडल विकास निगम संयुक्त रूप से पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस यात्रा को कराने जा रहा है. इस यात्रा की शुरुआत पिथौरागढ़ से होगी.
नैनीताल. उत्तराखंड में विश्व प्रसिद्ध आदि कैलाश यात्रा की शुरुआत 1 अक्टूबर से होने जा रही है. इसके लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN Tour Package) ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. वहीं उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (UTDB) द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस यात्रा को हवाई मार्ग से करवाया जा रहा है, जिसमें ओल्ड लिपुलेख पास से माउंट कैलाश के दर्शन करवाए जाएंगे. इस यात्रा का नाम रखा गया है, माउंट कैलाश थ्रू लिपुलेख पास. इस पैकेज में यात्रा कुल पांच दिनों की होगी.
कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी विनीत तोमर ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि 1 अक्टूबर से आदि कैलाश यात्रा शुरू होगी, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. पहली बार कुमाऊं मंडल विकास निगम संयुक्त रूप से पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस यात्रा को कराने जा रहा है. इस यात्रा की शुरुआत पिथौरागढ़ से होगी. वहां तक यात्रियों को खुद पहुंचना होगा. वहां से हेलीकॉप्टर के माध्यम से उन्हें गुंजी लेकर जाया जाएगा. वहां यात्रियों के लिए तीन रात रुकने का प्रबंध किया गया है. इस दौरान यात्री ओल्ड लिपुलेख से आदि कैलाश, नाभीढांग से ओम पर्वत और लिपुलेख से माउंट कैलाश के दर्शन कर सकेंगे. इसके बाद हेलीकॉप्टर के माध्यम से ही उन्हें वापस पिथौरागढ़ छोड़ दिया जाएगा. इस यात्रा की बुकिंग आप कुमाऊं मंडल विकास निगम की वेबसाइट (https://www.kmvn.in/) से करवा सकते हैं.
आदि कैलाश यात्रा का पैकेज
उन्होंने कहा कि कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू इस यात्रा में कुल 60 यात्रियों को शामिल किया जाएगा. यात्रा का शुल्क 80 हजार रुपये प्रति व्यक्ति निर्धारित है. इसमें हवाई मार्ग से दर्शन, रहना-खाना व अन्य सुविधाएं शामिल हैं. यात्रा शुरू होने से पूर्व यात्रियों का पहला स्वास्थ्य परीक्षण पिथौरागढ़ और दूसरा ओल्ड लिपुलेख में किया जाएगा. इसके बाद ही आदि कैलाश जाने वाले भक्तों को परमिट मिल पाएगा.
उन्होंने कहा कि कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू इस यात्रा में कुल 60 यात्रियों को शामिल किया जाएगा. यात्रा का शुल्क 80 हजार रुपये प्रति व्यक्ति निर्धारित है. इसमें हवाई मार्ग से दर्शन, रहना-खाना व अन्य सुविधाएं शामिल हैं. यात्रा शुरू होने से पूर्व यात्रियों का पहला स्वास्थ्य परीक्षण पिथौरागढ़ और दूसरा ओल्ड लिपुलेख में किया जाएगा. इसके बाद ही आदि कैलाश जाने वाले भक्तों को परमिट मिल पाएगा.
24 सितंबर से सड़क मार्ग से शुरू हुई यात्रा
बता दें कि आदि कैलाश यात्रा सड़क मार्ग से 15 सितंबर से शुरू होनी थी लेकिन बीते दो हफ्ते में हुई बारिश से बूंदी गांव के आगे कई सड़कें बुरी तरह से खराब हो गईं. वहीं सड़कों की स्थिति दुरुस्त होने के बाद अब यात्रा को सड़क मार्ग से भी शुरू कर दिया गया है. 24 सितंबर को यात्रियों का पहला जत्था आदि कैलाश यात्रा के लिए सड़क मार्ग से निकला था.
बता दें कि आदि कैलाश यात्रा सड़क मार्ग से 15 सितंबर से शुरू होनी थी लेकिन बीते दो हफ्ते में हुई बारिश से बूंदी गांव के आगे कई सड़कें बुरी तरह से खराब हो गईं. वहीं सड़कों की स्थिति दुरुस्त होने के बाद अब यात्रा को सड़क मार्ग से भी शुरू कर दिया गया है. 24 सितंबर को यात्रियों का पहला जत्था आदि कैलाश यात्रा के लिए सड़क मार्ग से निकला था.
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