पिथौरागढ़ सेना भर्ती: सीट नहीं मिली तो बस की डिक्की में बैठा, जान जोखिम में डाल भर्ती को जा रहे युवा, Video वायरल
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पिथौरागढ़ सेना भर्ती: वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पहाड़ के टेढ़े-मेढ़े रास्तों के बीच बस तेज चल रही है, वहीं डिक्की का दरवाजा भी खुला हुआ है. इस वजह से युवक की जान पर भी बन आ सकती थी.
नैनीताल/पिथौरागढ़. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में इन दिनों प्रादेशिक सेना (Territorial Army) की भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जिसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश समेत देश के अन्य राज्यों के युवा हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. इस वजह से अभ्यर्थियों को पिथौरागढ़ जाने के लिए बसें नहीं मिल पा रही हैं. बीते दिनों युवा बस न मिलने से हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन पर हंगामा करते दिखाई दिए. जिसके बाद जिला प्रशासन और परिवहन विभाग अभ्यर्थियों को भेजने के लिए प्राइवेट और सरकारी बसों को अधिग्रहण कर युवाओं को भर्ती के लिए भेजा. इसके बावजूद काफी संख्या में युवा हल्द्वानी बस अड्डे पर बसों का इंतजार करते रहे. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भर्ती के लिए पिथौरागढ़ जा रहा युवक रोजवेज बस की डिक्की में सफर करता नजर आ रहा है.
पिथौरागढ़ में 12 नवंबर से 27 नवंबर तक आयोजित हो रही प्रादेशिक सेना की भर्ती में हल्द्वानी से पिथौरागढ़ अभ्यार्थियों को लेकर जा रही उत्तराखंड परिवहन निगम की पिथौरागढ़ डिपो की बस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इसमें एक युवक बस में सीट न मिलने पर अपनी जान जोखिम में डालकर बस की डिक्की में बैठ फौज की भर्ती में शामिल होने जा रहा है. बस की पिछली तरफ इस डिक्की का प्रयोग सामान रखने के लिए किया जाता है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पहाड़ के टेढ़े-मेढ़े रास्तों के बीच बस भी तेज चल रही है, वहीं डिक्की का दरवाजा भी खुला हुआ है, जो हवा में लहरा रहा है, जिस वजह से युवक की जान पर भी बन आ सकती थी.
अल्मोड़ा बस हादसे से नहीं लिया सबक
गौरतलब है कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के मारचूला में बीती 4 नवंबर को एक भीषण सड़क हादसा हुआ था. यात्रियों से भरी बस गहरी खाई में जा गिरी, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए. यह उत्तराखंड का सबसे बड़ा बस हादसा था, जांच में जिसका कारण ओवरलोडिंग निकलकर आया. बस में क्षमता से ज्यादा यात्री सफर कर रहे थे. इस हादसे के बाद भी लोगों ने सबक नहीं लिया और न ही प्रशासन की नींद खुल पाई है. पिथौरागढ़ प्रादेशिक सेना भर्ती के लिए अतिरिक्त बसों का न चलना और पहले से भर्ती के लिए कोई अतिरिक्त व्यवस्था न होने के कारण देश के कोने-कोने से हल्द्वानी-टनकपुर पहुंचे अभ्यर्थी बस में खड़े होकर और अपनी जान जोखिम में डालकर बस की डिक्की में बैठ सफर करने को मजबूर हैं. पिथौरागढ़ रूट पर चलने वाली बसों की संख्या सीमित हैं और बसें पूरी तरीके से पैक हैं.
गौरतलब है कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के मारचूला में बीती 4 नवंबर को एक भीषण सड़क हादसा हुआ था. यात्रियों से भरी बस गहरी खाई में जा गिरी, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए. यह उत्तराखंड का सबसे बड़ा बस हादसा था, जांच में जिसका कारण ओवरलोडिंग निकलकर आया. बस में क्षमता से ज्यादा यात्री सफर कर रहे थे. इस हादसे के बाद भी लोगों ने सबक नहीं लिया और न ही प्रशासन की नींद खुल पाई है. पिथौरागढ़ प्रादेशिक सेना भर्ती के लिए अतिरिक्त बसों का न चलना और पहले से भर्ती के लिए कोई अतिरिक्त व्यवस्था न होने के कारण देश के कोने-कोने से हल्द्वानी-टनकपुर पहुंचे अभ्यर्थी बस में खड़े होकर और अपनी जान जोखिम में डालकर बस की डिक्की में बैठ सफर करने को मजबूर हैं. पिथौरागढ़ रूट पर चलने वाली बसों की संख्या सीमित हैं और बसें पूरी तरीके से पैक हैं.
उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थियों के लिए मौका
सेना भर्ती को लेकर पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गिरि गोस्वामी ने एक वीडियो जारी करते हुए अभ्यर्थियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के जो भी अभ्यर्थी प्रादेशिक सेना की भर्ती में पिथौरागढ़ नहीं पहुंच पाए हैं, तो उनके लिए बिहार के दानापुर में 26 नवंबर से 01 दिसंबर तक भर्ती का आयोजन किया जा रहा है.
सेना भर्ती को लेकर पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गिरि गोस्वामी ने एक वीडियो जारी करते हुए अभ्यर्थियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के जो भी अभ्यर्थी प्रादेशिक सेना की भर्ती में पिथौरागढ़ नहीं पहुंच पाए हैं, तो उनके लिए बिहार के दानापुर में 26 नवंबर से 01 दिसंबर तक भर्ती का आयोजन किया जा रहा है.
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