ऑपरेशन सिंदूर: डोनाल्ड ट्रंप से हमें नहीं चाहिए उपदेश, आपने लादेन को घुसकर मारा, हमारा एक्शन आपको Shame लगता है!
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Agency:News18Hindi
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Donald Trump On Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पहलगाम हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान में नौ ठिकानों पर बम बरसाए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे शर्मनाक बताया है, जबकि भारत ने इसे आत्मरक्षा कहा. डोनाल्ड ट्रंप आपसे ऐसी प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी.

Donald Trump On Operation Sindoor: पहलगाम के आतंकवादी हमले का भारत ने बदला ले लिया है. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकवादियों के ठिकाने पर बम बरसाए हैं. एक दो नहीं बल्कि एक साथ नौ-नौ ठिकानों पर हमले किए गए हैं. इससे पाकिस्तान बौखला गया है. लेकिन, अंतरराष्ट्रीय समुदाय खासकर अमेरिका का रुख एक बार फिर बेहद गैरजिम्मेदाराना दिख रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की इस कार्रवाई पर बेहद गैरजिम्मेदाराना बयान दिया है. उन्होंने इस एक्शन को शेम करार दिया है. व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह शर्मनाक है. हमने अभी-अभी इस बारे में सुना है. मुझे लगता था कि कुछ न कुछ होने वाला है. भारत पाकिस्तान लंबे समय से एक दूसरे से लड़ रहे हैं.
ये वही अमेरिका है जिस पर जब 9/11 का हमला हुआ तो उसने पूरे अफगानिस्तान को तबाह कर दिया. उसने पाकिस्तान के घर में घुसकर ओसामा बिल लादेन को मारने का ऑपरेशन चलाया था. ओसामा बिल लादेन एटबाबाद की पहाड़ियों में लंबे समय से छिपा हुआ था. लेकिन, उस वक्त अमेरिका को अपनी नैतिकता याद नहीं आई. उसने अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ जंग में हजारों निर्दोष लोगों की जान ले ली थी.
अमेरिका का निजी स्वार्थ
लेकिन, अमेरिका अपने निजी स्वार्थ में आतंकवाद को अपने हिसाब से देखता है. भारत में होने वाले आतंकवादी हमले को वह क्यों हल्के में लेता है. अगर अमेरिकी की जान कीमत करोड़ों में है तो क्या हम भारतीयों की जान की कोई कीमत नहीं है. डोनाल्ड ट्रंप यह नया भारत है. आज हमें किसी के उपदेश की जरूरत नहीं है. पिछले दिनों विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ठीक कही कहा था कि मौजूदा वक्त के भारत को उपदेश देने वाले देश नहीं चाहिए. बल्कि वह खुद तय करता है कि उसे क्या करना है. उन्होंने कहा था कि पश्चिम के देश आज भी उपदेशक बने हुए हैं.
लेकिन, अमेरिका अपने निजी स्वार्थ में आतंकवाद को अपने हिसाब से देखता है. भारत में होने वाले आतंकवादी हमले को वह क्यों हल्के में लेता है. अगर अमेरिकी की जान कीमत करोड़ों में है तो क्या हम भारतीयों की जान की कोई कीमत नहीं है. डोनाल्ड ट्रंप यह नया भारत है. आज हमें किसी के उपदेश की जरूरत नहीं है. पिछले दिनों विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ठीक कही कहा था कि मौजूदा वक्त के भारत को उपदेश देने वाले देश नहीं चाहिए. बल्कि वह खुद तय करता है कि उसे क्या करना है. उन्होंने कहा था कि पश्चिम के देश आज भी उपदेशक बने हुए हैं.
वे अपने राष्ट्रहित में जो काम करते हैं वही काम कोई और देश करता है तो वे उसको उपदेश देने लगते हैं. डोनाल्ड ट्रंप 22 अप्रैल को पहलगाम में जिन 26 भारतीयों का आतंकवादियों ने खून किया था, क्या वह कार्रवाई शर्मनाक नहीं था. पहलगाम से पहले भारत को सैकड़ों घाव देने वाले पाकिस्तान की हरकतें शर्मनाक नहीं है.
यह नया भारत है
राष्ट्रपति महोदय आपकी यह बात बिल्कुल अच्छी नहीं लगती. जब अमेरिका की बात होती है तो वह दुनिया किसी भी कोने में जाकर हमला कर देता है लेकिन भारत जो बीते तीन दशक से अधिक समय से लगातार आतंकवाद का घाव झेल रहा है उसे अपने हित की रक्षा के लिए कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है.
राष्ट्रपति महोदय आपकी यह बात बिल्कुल अच्छी नहीं लगती. जब अमेरिका की बात होती है तो वह दुनिया किसी भी कोने में जाकर हमला कर देता है लेकिन भारत जो बीते तीन दशक से अधिक समय से लगातार आतंकवाद का घाव झेल रहा है उसे अपने हित की रक्षा के लिए कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है.
यह वक्त आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का है. ऐसा नहीं हो सकता कि अमेरिका पर हमला करने वाले आतंकवादियों का चेहरा अलग है और भारत पर होने वाले हमले का चेहरा अलग है. डोनाल्ड ट्रंप अब ऐसा नहीं चलेगा. यह नया भारत है और वह अपने पर हुए हमले का बखूबी बदला लेना जानता है.
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संतोष कुमार
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स... और पढ़ें
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