भारत से टेंशन के बीच पाकिस्तानी सेना का कारनामा, अफगानिस्तान बॉर्डर पर मार गिराए 54 विद्रोही, लेकिन दिखावा तो नहीं?
Written by:
Agency:News18Hindi
Last Updated:
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने उत्तरी वजीरिस्तान में 54 आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया है. आईएसपीआर ने इसे आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ी मुठभेड़ बताया. मुठभेड़ में भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए.

भारत से तनाव के बीच पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अफगानिस्तान बॉर्डर पर उत्तरी वजीरिस्तान में घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम करते हुए 54 आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया है. इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने इसे आतंकवाद के खिलाफ अभियान में अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ बताया, जिसमें एक ही ऑपरेशन में इतनी बड़ी संख्या में आतंकवादी ढेर किए गए.
आईएसपीआर के अनुसार, 25, 26 और 27 अप्रैल की रात को सुरक्षा बलों को हसन खेल क्षेत्र में सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों की गतिविधियों का पता चला. सैनिकों ने त्वरित और सटीक कार्रवाई करते हुए घुसपैठ को विफल कर दिया. सेना ने कहा, हमारे सैनिकों ने आतंकवादियों के प्रयास को प्रभावी ढंग से नाकाम किया. सटीक मुठभेड़ के दौरान सभी 54 ‘खवारिज’ को जहन्नुम रसीद कर दिया गया. ‘ख़वारिज’ शब्द का इस्तेमाल पाकिस्तान सरकार तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के लिए करती है. मुठभेड़ के दौरान मारे गए आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, और विस्फोटक बरामद किए गए.
ऑपरेशन या सिर्फ दिखावा?
यह ऑपरेशन ऐसे समय में हुआ है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. उसी दौरान, अफगानिस्तान के तालिबान विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी ने काबुल में भारत के विशेष दूत आनंद प्रकाश से मुलाकात की, जिसमें भारत के साथ आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने की बात कही गई. यह मुलाकात पाकिस्तान के लिए कूटनीतिक झटके के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि तालिबान और पाकिस्तान के बीच टीटीपी और सीमा संघर्ष को लेकर तनाव बढ़ रहा है. पाकिस्तान ने लंबे समय से अफगानिस्तान पर टीटीपी को शरण देने का आरोप लगाया है, जिसे काबुल ने खारिज किया है.
यह ऑपरेशन ऐसे समय में हुआ है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. उसी दौरान, अफगानिस्तान के तालिबान विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी ने काबुल में भारत के विशेष दूत आनंद प्रकाश से मुलाकात की, जिसमें भारत के साथ आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने की बात कही गई. यह मुलाकात पाकिस्तान के लिए कूटनीतिक झटके के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि तालिबान और पाकिस्तान के बीच टीटीपी और सीमा संघर्ष को लेकर तनाव बढ़ रहा है. पाकिस्तान ने लंबे समय से अफगानिस्तान पर टीटीपी को शरण देने का आरोप लगाया है, जिसे काबुल ने खारिज किया है.
About the Author
Gyanendra Mishra
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group... और पढ़ें
और पढ़ें