कांगो में हिंसा, एक धार्मिक संप्रदाय के प्रदर्शनकारियों पर सशस्त्रबलों की कार्रवाई में 43 की मौत, कई घायल
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Agency:ए पी
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Violence in Congo: कांगो के गोमा शहर में एक धार्मिक संप्रदाय के प्रदर्शनकारियों के एकत्र होने के दौरान हिंसा भड़क गई. अधिकारियों के अनुसार हिंसा में 43 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए.

दकार. कांगो के गोमा शहर में एक धार्मिक संप्रदाय के प्रदर्शनकारियों के एकत्र होने के दौरान हिंसा भड़क गई. अधिकारियों के अनुसार हिंसा में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए. कांगो के संचार मंत्रालय ने कहा कि विरोध प्रदर्शनों से संबंधित हिंसा में 43 लोगों की मौत हुई जबकि 56 अन्य घायल हो गए. बुधवार को सेना ने सात लोगों की मौत होने की प्रारंभिक जानकारी दी थी.
गंभीर रूप से घायल सैकड़ों लोगों का नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि 220 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय प्रवक्ता रवीना शामदासानी ने शुक्रवार को कहा, ‘‘लोगों को खुद को स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्त करने और शांतिपूर्वक एकत्रित होने का अधिकार है, भले ही वह संयुक्त राष्ट्र और अन्य के विरोध में हों.’’
नैचुरल जुडैक एंड मेसिअनिक फेथ टुवर्ड्स द नेशंस’ संप्रदाय ने किया प्रदर्शन
यह विरोध प्रदर्शन ‘नैचुरल जुडैक एंड मेसिअनिक फेथ टुवर्ड्स द नेशंस’ नामक एक संप्रदाय द्वारा आयोजित किया गया था और जिसे आम बोलचाल की भाषा में वाजालेंडो के नाम से जाना जाता है. इसके समर्थक क्षेत्रीय ईस्ट अफ्रीकन कम्युनिटी संगठन और कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
यह विरोध प्रदर्शन ‘नैचुरल जुडैक एंड मेसिअनिक फेथ टुवर्ड्स द नेशंस’ नामक एक संप्रदाय द्वारा आयोजित किया गया था और जिसे आम बोलचाल की भाषा में वाजालेंडो के नाम से जाना जाता है. इसके समर्थक क्षेत्रीय ईस्ट अफ्रीकन कम्युनिटी संगठन और कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
विरोध प्रदर्शन की घोषणा के बाद लगा था प्रतिबंध
गोमा के मेयर फॉस्टिन नेपेंडा कपेंड ने 23 अगस्त को विरोध प्रदर्शन की घोषणा के तुरंत बाद उस पर प्रतिबंध लगा दिया था. कांगो के रक्षा बल प्रमुख चौराहों पर जमा थे, जब बुधवार सुबह करीब 4 बजे हिंसा भड़क गई.
गोमा के मेयर फॉस्टिन नेपेंडा कपेंड ने 23 अगस्त को विरोध प्रदर्शन की घोषणा के तुरंत बाद उस पर प्रतिबंध लगा दिया था. कांगो के रक्षा बल प्रमुख चौराहों पर जमा थे, जब बुधवार सुबह करीब 4 बजे हिंसा भड़क गई.
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