ये हैं मक्के की 5 बेहतरीन वैरायटी, कम लागत में कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा
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Corn Seeds Variety: किसान अगर पारंपरिक खेती के साथ-साथ आय बढ़ाना चाहते हैं तो मक्के की खेती कर अच्छी आमदनी कर सकते हैं. मक्के की मांग बाजारों में हमेशा बनी रहती है जिससे किसान कम लागत में लाखों रुपए मुनाफा कमा सकते हैं.

बरसात के मौसम में मक्के की खेती किसानों के लिये काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. जिला कृषि अधिकारी राजित राम ने बताया मक्का की फसल से अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए किसानों को इसकी उन्नत किस्मों का प्रयोग करना चाहिए. कृषि वैज्ञानिकों ने मक्का की बहुत सी उन्नत किस्में विकसित की हैं जो अधिक उत्पादन देती हैं. उन्नत किस्मों के प्रयोग से मक्का की पैदावार तो अच्छी मिलती ही है साथ ही फसल लागत में भी कमी आती है.

प्रकाश जे. एच. 3189 मक्का की इस किस्म की खेती कहीं भी की जा सकती है. मक्का की ये किस्म इसकी संकर किस्मों के अंतर्गत आती है. यह किस्म भी जल्दी पक कर तैयार हो जाती है. मक्का की यह किस्म बुवाई के 80 से लेकर 85 दिन में तैयार हो जाती है. मक्का की इस किस्म से 25 से लेकर 30 क्विंटल प्रति एकड़ तक पैदावार प्राप्त की जा सकती है. मक्का की इस किस्म को सिंचित और असिंचित दोनों क्षेत्रों के लिए उपयुक्त पाया गया है.
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एक्स 1174 डब्ल्यू.वी.मक्का की यह एक मध्यम अवधि की किस्म है. इसे तैयार होने में 80-85 दिन का समय लगता है. मक्का की इस किेस्म के दाने पीले नारंगी रंग के होते हैं. इस किस्म की मक्का की पैदावार 25 से 35 क्विंटल प्रति एकड़ तक प्राप्त की जा सकती है. यह किस्म सिंचित क्षेत्रों के लिए उपयुक्त पाई गई है. मक्का की इस किस्म को पूरे भारत में उगाया जा सकता है.

शक्ति 1 किस्म मक्का की जल्दी पकने वाली किस्मों में से एक है. इस किस्म को पूरे भारत में उगाया जाता है. इसके दाने नारंगी सफेद रंग लिए हुए होते हैं. यह एक मध्यम समय में पकने वाली किस्म है. यह किस्म बुवाई के 90 से लेकर 95 दिन में तैयार हो जाती है. इससे 50 क्विंटल प्रति एकड़ तक उपज प्राप्त की जा सकती है.

मक्का की पार्वती किस्म के पौधे मध्यम ऊंचाई के होते हैं. इसके एक पौधे में दो भुट्टे लगते हैं. इसमें प्राय: भुट्टे पौधे के बीच में थोड़ा ऊपर की ओर लगते हैं. इस किस्म से प्राप्त मक्के के दाने नारंगी पीले रंग के एवं कठोर होते हैं. यह किस्म 110 से लेकर 115 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म से करीब 14 क्विंटल प्रति एकड़ तक पैदावार प्राप्त होती है.