डीजल उगाता है ये पौधा! एक बार लगा दी फसल तो 50 साल तक मिलेगा फल, बढ़ता ही रहेगा बैंक बैलेंस
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किसानों को मालामाल बनाने के लिए इस पौधे की खेती पर्याप्त है. इसके बीजों से बायोडीजल बनाया जा सकता है. इसकी खेती का फायदा ये है कि ये कम उपजाऊ ज़मीन पर भी हो सकती है. देश के कई प्रदेशों में किसान इसकी खेती कर मोटी कमाई कर रहे हैं. इसकी पत्तियां खाद बनाने के काम भी आती हैं.

वर्तमान में डीजल के भाव आसमान छू रहे हैं. ऐसे में जेट्रोफा की खेती किसानों की किस्मत बदल सकती है. जेट्रोफा (Jatropha) को डीजल का पेड़ भी कहा जाता है. इसके पौधे से प्राप्त बीजों से बायोडीजल निकाला जाता है और इसकी कीमत बाजार में अच्छी मिलती है.

जेट्रोफा एक ऐसा पौधा है, जिसकी खेती कम उपजाऊ भूमि पर भी हो सकती है. इसके बीजों में 25 से 30 प्रतिशत तक तेल निकाला जा सकता है. इस तेल के उपयोग से डीजल वाहन चलाए जा सकते हैं. इसकी खेती उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात के कुछ इलाकों में होती है.
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जेट्रोफा के पौधे को सीधे खेत में नहीं लगाया जाता. पहले बीजों से नर्सरी में पौधे तैयार किए जाते हैं, फिर खेत में लगाते हैं. करीब दो साल में इसके पौधे फल देना शुरू कर देते हैं. किसान खेत के चारों ओर बाड़ के रूप में भी इस पौधे को लगा सकते हैं.

कृषि वैज्ञानिक डॉ. जीएस कुलमी बताते हैं कि इसकी खेती में उष्णकटिबंधीय जलवायु की जरूरत पड़ती है. जेट्रोफा के पौधे को सीधे खेत में नहीं लगाया जाता. पहले इसकी नर्सरी लगाई जाती है, फिर इसके पौधों को खेत में लगाया जाता है. इसके बीजों से तेल निकालने के बाद जो खली बचती है, उसे जैविक खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.