रोटावेटर नहीं...इस 13 टाइन के यंत्र से करें खेती की जोताई, बंपर होगा फसल का उत्पादन
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लंबे समय तक खेत की गहरी जोताई न होने की वजह से फसल उत्पादन में गिरावट आ जाती है. इसके अलावा मिट्टी की जलधारण क्षमता भी खत्म हो जाती है. मिट्टी में वायु संचार ना होने की वजह से वह मिट्टी नाइट्रोजन की कमी भी होती है. लेकिन अगर किसान किसी भी फसल की बुवाई से पहले कल्टीवेटर से गहरी जोताई कर दें तो उन्हें कई तरह की समस्याओं से निजात मिल जाएगी.

कृषि यंत्र एक्सपर्ट रंजीत सिंह ने लोकल18 जानकारी देते हुए बताया कल्टीवेटर को ट्रैक्टर के पीछे जोड़कर खेत की जोताई की जाती है. कल्टीवेटर अलग-अलग साइज और वजन के आते हैं जिससे खेत की गहरी जोताई की जाती है.

गहरी जोताई से मिट्टी की जल धारण क्षमता बढ़ती है. लगातार गहरी जोताई न होने की वजह से मिट्टी में ही एक परत बन जाती है, जिसको तोड़ने के लिए कल्टीवेटर का इस्तेमाल किया जाता है.
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इसके अलावा अगर खेत में नमी ज्यादा हो तो इससे जोताई करने से खेत जल्द बुवाई के लिए तैयार हो जाता है. रंजीत सिंह ने बताया कि कल्टीवेटर के साइज टाइन के आधार पर तय होते हैं.

35 से 40 हॉर्स पावर के ट्रैक्टर के लिए 7 टाइन के कल्टीवेटर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. 40 से 45 हॉर्स पावर के ट्रैक्टर के लिए 11 टाइन और 50 से 60 हॉर्स पावर के ट्रैक्टर के लिए 13 टाईन वाला कल्टीवेटर इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.

9 टाइन के कल्टीवेटर की कीमत 22 हजार रुपये से 30 हजार 5 सौ रुपये तक रहती है. 11 टाइन के कल्टीवेटर की के दाम 25 हजार से 37 हजार रुपये और 13 टाइन के कल्टीवेटर की कीमत 32 हजार रुपये से 40 हजार 5 सौ रुपये तक रहती है.
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