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Photos: 124 साल का हो गया बिहार का LS कॉलेज, कभी यहां पढ़ाते थे देश के पहले राष्ट्रपति

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Happy Birthday LS Collage: मुजफ्फरपुर में लाल किला कहे जाने वाले लंगट सिंह कॉलेज की स्थापना 3 जुलाई 1899 को हुई थी. यह बिहार के सबसे पुराने कॉलेजों में से एक है. लाल रंग की इमारत होने के कारण इसे लोग मुजफ्फरपुर का लाल किला भी कहते हैं. रिपोर्ट- अभिषेक रंजन

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हेरिटेज कॉलेज
मुजफ्फरपुर में लंगट सिंह कॉलेज 3 जुलाई 2023 को 124 साल का हो जाएगा. स्थापना दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बिहार के राज्यपाल मुख्य अतिथि होंगे. कॉलेज को कार्यक्रम के लिए सजाया जा रहा है.
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मुजफ्फरपुर का एलएस कॉलेज
मुजफ्फरपुर में लाल किला कहे जाने वाले लंगट सिंह कॉलेज की स्थापना 3 जुलाई 1899 को लंगट सिंह ने की थी. यह बिहार के सबसे पुराने कॉलेजों में से एक है. लाल रंग की इमारत होने के कारण इसे लोग मुजफ्फरपुर का लाल किला भी कहते थे.
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मुजफ्फरपुर का धरोहर
भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद और राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर इस कॉलेज में प्रोफेसर के तौर पर शुरुआती समय में पढ़ाते थे. लंगट सिंह के कहने पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद और राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने एलएस कॉलेज में पढ़ाने का आमंत्रण स्वीकार किया था.
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मुजफ्फरपुर
जब महात्मा गांधी सत्याग्रह के लिए चंपारण जा रहे थे, उस दौरान रामचंद्र शुक्ल के निमंत्रण पर बापू इसी कॉलेज में रुकके थे. 11 अप्रैल 1917 को महात्मा गांधी मुजफ्फरपुर के इस कॉलेज में अचार्य जेबी कृपलानी के साथ ठहरे थे.
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मुजफ्फरपुर का यह कॉलेज और दिग्गज
एलएस कॉलेज में संकाय सदस्यों के रूप में प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, आचार्य जेबी कृपलानी, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, एचआर मलकानी, एचआर घोषाल, वाईजे तारापोरवाला, डॉ. एफ. रहमान, डब्ल्यू. ऑस्टिन स्मिथ, आरपी खोसला, डॉ. डीएन चौधरी आदि शामिल रहे हैं.
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124 साल का हो गया बिहार का LS कॉलेज, कभी यहां पढ़ाते थे देश के पहले राष्ट्रपति