Delhi Top 9 Gangsters: लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कम नहीं हैं दिल्ली-NCR के ये गैंगस्टर, इनसे Delhi पुलिस भी रहती है परेशान
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Lawrence Bishnoi Gang: दिल्ली एनसीआर के 9 खतरनाक गैंग लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कम खतरनाक नहीं हैं. इस गैंग में कुछ की तो लॉरेंस गैंग से कट्टर दुश्मनी भी है. यह गैंग दिल्ली समेत अन्य शहरों के व्यवसायियों से वसूली करती है. इन खतरनाक गैंगों से दिल्ली पुलिस भी परेशान है.

<strong>नीरज बवाना गैंग</strong>: इस गिरोह का नेतृत्व जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवाना कर रहा है, जिसके बारे में माना जाता है कि वह दिल्ली और हरियाणा स्थित व्यापारियों से रंगदारी मांगने के लिए तिहाड़ जेल से कॉल करता है. जहां वह वर्तमान समय में बंद है. उसे अप्रैल 2015 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था.

<strong>हाशिम बाबा गैंग:</strong> जेल में बंद गैंगस्टर हाशिम बाबा को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में हुई गोलीबारी के पीछे माना जाता है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. इस पर हत्या और हत्या के प्रयास सहित इस 16 आपराधिक मामले चल रहे हैं. अपना गिरोह बनाने से पहले हाशिम बाबा यमुना पार इलाकों में सक्रिय नासिर गिरोह का शार्प शूटर था.
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<strong>इरफान उर्फ छेनू गैंग:</strong> नासिर-इरफान गिरोह यमुना पार इलाकों में अवैध सट्टेबाजी और जुए के कारोबार में वर्चस्व हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहा है. दिल्ली-NCR पुलिस इस गैंग से भी काफी परेशान रहती है.

<strong>हिमांशु भाऊ गैंग:</strong> हिमांशु भाऊ की उम्र लगभग 22 साल है. हरियाणा के रोहतक के रहने वाले हिमांशु, हरियाणा और पंजाब में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली की धमकी और शस्त्र अधिनियम के 50 से अधिक मामले दर्ज हैं. उसके तीन साथी मई में तिलक नगर इलाके में एक सेकेंड हैंड लग्जरी कार शोरूम में गोलीबारी करने में शामिल था. वहीं, गैंगस्टर पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन में बर्गर किंग ज्वाइंट में हुई हत्या में कथित तौर पर शामिल था.

<strong>मंजीत महल गैंग</strong>: अनूप-बलराज गिरोह के गुर्गे के रूप में मंजीत महल ने कथित तौर पर गैंगस्टर से नेता बने किशन पहलवान के कई सहयोगियों की हत्या कर दी. दक्षिण पश्चिम दिल्ली के मित्राऊं गांव का निवासी है. वह 90 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में एक अपराधी के रूप में सक्रिय था. महल का नाम 2016 में इनेलो नेता भरत सिंह भारते की हत्या में भी सामने आया था. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, वह वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद है, लेकिन उसके साथी सदस्य सांगवान बंधुओं के गिरोह के प्रतिद्वंद्वियों पर सक्रिय रूप से हमला कर रहे हैं.
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<strong>जितेंद्र गोगी-संपत नेहरा गैंग:</strong> अपने प्रतिद्वंद्वियों के साथ गैंगवार के बाद, सितंबर 2021 में रोहिणी कोर्ट के अंदर जितेंद्र मान उर्फ गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, लेकिन उनके बाद, संपत नेहरा ने गिरोह की कमान संभाली है. एक सब-इंस्पेक्टर का बेटा और अपने कॉलेज के दिनों में एक खिलाड़ी था. नेहरा के बारे में कहा जाता है कि उसने अपने गिरोह में युवाओं और किशोरों को भर्ती करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. नेहरा फिलहाल पंजाब की जेल में बंद हैं.

<strong>कौशल गैंग:</strong> लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का कट्टर प्रतिद्वंद्वी कौशल चौधरी कथित तौर पर अगस्त 2021 में मोहाली में एक युवा राजनेता विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या में शामिल था. वह वर्तमान में पंजाब की एक जेल में बंद है और हत्या सहित एक दर्जन से अधिक मामलों का सामना कर रहा है. इसका गैंग पंजाब और दिल्ली में जबरन वसूली भी करता है.

<strong>नीरज फरीदपुरिया गैंग:</strong> जून 2019 में फरीदाबाद में कांग्रेस नेता विकास चौधरी की हत्या के मामले में वांछित नीरज फरीदपुरिया और उसके साथी हरियाणा में अनाज मंडी के व्यापारियों और 'आढ़तियों' को जबरन वसूली कॉल करने के लिए कुख्यात हैं. फरीदाबाद का निवासी और कौशल गिरोह का करीबी सहयोगी, उसके साथी गिरोह के सदस्य भी दिल्ली में जबरन वसूली के मामलों में शामिल पाए गए हैं.
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<strong>कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग</strong>: 32 वर्षीय कपिल सांगवान उर्फ नंदू हरियाणा और दिल्ली पुलिस का वांछित गैंगस्टर है. उसके यूनाइटेड किंगडम में रहने का संदेह है. वह इंडियन नेशनल लोकदल की हरियाणा इकाई के प्रमुख नफे सिंह राठी की हत्या के मुख्य संदिग्धों में से एक है. इसका बड़ा भाई ज्योति सांगवान उर्फ बाबा तिहाड़ जेल में बंद है.