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Kailash Kher B’day: ऋषिकेश के जंगल में मिली राह, दिल्ली में खाए धक्के, जिंगल्स से चमकी थी कैलाश खेर की किस्मत

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Happy Birthday Kailash Kher: बॉलीवुड के जाने माने गायक कैलाश खेर (Kailash Kher) आज यानी 7 जुलाई को अपना 50वां जन्मदिन सेलिब्रेट करने वाले हैं. उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में जन्मे कैलाश के लिए सिंगिंग में करियर बनाना कोई आसान काम नहीं था. कड़े संघर्ष के बाद पद्मश्री कैलाश खेर ने सुरों के सरताज का खिताब हासिल किया था. आज उनकी मधुर आवाज का हर कोई कायल है.

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अपनी आवाज के जादू से लोगों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ने वाले कैलाश खेर (Kailash Kher) बॉलीवुड के दिग्गज सिंगर्स में से एक हैं. महज 14 साल की उम्र में ही अपने सपने को पूरा करने के जुनून में उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था. कैलाश खेर बचपन से ही संगीत के शौकीन रहे हैं, इसी के चलते उन्होंने कम उम्र में अपना घर छोड़कर सिंगिंग में करियर बनाने का मन बना लिया था. साल 2017 में कैलाश खेर को पद्मश्री से भी नवाजा जा चुका है.(फोटो साभार: Instagram@kailashkher)
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सिंगिंग में करियर बनाने से पहले कैलाश खेर ने अपने एक फैमिली फ्रेंड के साथ हैंडिक्राफ्ट का बिजनेस किया था. डिप्रेशन के चलते कैलाश खेर ने अपनी जिंदगी तक खत्म करने का फैसला कर चुके थे. लेकिन किस्मत ने उनके लिए कुछ और सोचकर रखा था. कैलाश एक कश्मीरी परिवार से आते हैं और उनके पिता मेहर सिंह खेर एक भारतीय लोक गायक थे. संगीत से प्यार तो वह बचपन से ही करते आ रहे हैं. कहा तो ये भी जाता है कि कैलाश ने 4 साल की उम्र से ही संगीत में अपना टैलेंट दिखाना शुरू कर दिया था. (फोटो साभार: Instagram@kailashkher)
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कैलाश खेर आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. फिल्म इंडस्ट्री में वह एक पॉपुलर सिंगर के तौर पर पहचाने जाते हैं. Thepersonage के मुताबिक, कैलाश खेर की नेटवर्थ 35 मिलियन डॉलर बताई जाती है. उनकी अर्निंग 2 से 5 मिलियन है. सिंगर साल 2001 में मुंबई सिंगर बनने का सपना लेकर आए थे. इसके बाद उन्होंने अपने करियर की शुरुआत जिंगल गाकर की थी. कैलाश ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें पहली बार जिंगल गाकर ही पहचान मिली थी. इसके लिए उन्हें 5000 रुपए मिले थे जो उनके लिए बहुत जरूरी थे. इसके बाद उन्होंने टीवी और रेडियो कमर्शियल्स के लिए भी जिंगल गाना शुरू कर दिया था.(फोटो साभार: Instagram@kailashkher)
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कैलाश खेर कभी ऋषिकेश के आश्रमों में भी रहे हैं. गंगा के घाट पर वह रोजाना आरती के समय अपनी आवाज में गाना गुनगुनाते थे, जिसे सुनकर वहां मौजूद साधु-संत भी झूमने लगते थे. एक दिन एक साधू ने सिंगर की आवाज सुनकर कहा तुम्हारी आवाज में जादू है, तुम इतने परेशान मत हो. भोलेनाथ सब ठीक करेंगे. महंत की बात सुनकर उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया और ऋषिकेश से दिल्ली आ गए. यहां कुछ म्यूजिक टेक्नीशियन के साथ बातचीत हुई टेक्नीशियन उनके लिए म्यूजिक तैयार करें, लेकिन यहां भी सफलता नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने एक्सपोर्ट का काम भी किया. कैलाश हैंडक्राफ्टेड सामान दिल्ली से जर्मनी भेजा करते थे. (फोटो साभार: Instagram@kailashkher)
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कैलाश खेर जब फाइनली मुंबई आए तो वहां लगातार कोशिश करते रहे और एक दिन फिल्म ‘अंदाज’ में सूफियाना गाना गाने का चांस मिल गया. ‘रब्बा इश्क न होवे’ गाने को कैलाश ने ऐसी शिद्दत से गया कि फिल्म रिलीज हुई तो इस गाने ने उनको रातों रात स्टार बना दिया . इसके बाद ‘अल्लाह के बंदे’ के बाद तो कैलाश काफी पॉपुलर हो गए थे. इसके बाद तो उनके पास ना गाने की कमी हुई ना ही शोहरत की. सफलता के शिखर पर पहुंचने वाले कैलाश की जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया था जब जानी मानी सिंगर सोना महापात्रा ने उन पर कई संगीन आरोप लगाए थे. (फोटो साभार: Instagram@kailashkher)
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ऋषिकेश के जंगल में मिली राह, खूब खाए धक्के, फिर यूं चमकी कैलाश खेर की किस्मत