Gir cow milk: औषधीय गुणों से भरपूर होता है इस गाय का दूध, 120 रूपए प्रति लीटर तक बिकता
Last Updated:
Gir cow milk: भारत में देसी गाय पालने वालों की पहली पसंद गिर गाय होती है. इस नस्ल की गाय अपनी अधिक दूध की क्षमता की वजह से दुनियाभर में प्रसिद्ध है. जानकार बताते हैं कि वर्तमान में इसका पालन भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के कई देशों के किसान कर रहे हैं.

अन्य नस्ल की तुलना में गिर नस्ल की गाय के दूध की कीमत बेहद अधिक होती है. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति इसका पालन करता है, तो तुलनात्मक स्तर पर बहुत अच्छी कमाई कर सकता है.आज हम आपको इसके पालन के मुख्य फायदों पर विस्तृत जानकारी देने वाले हैं.

ज़िले के माधोपुर स्थित देशी गौ वंश संरक्षण एवं संवर्धन केंद्र में कार्यरत, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.रंजन बताते हैं कि गिर गाय देखने में लंबी-चौड़ी कद काठी की होती है तथा उसके दूध में अन्य नस्ल की गायों के मुकाबले अधिक पोषक तत्व होते हैं. गिर गाय के दूध में A2 बीटा-कैसिइन प्रोटीन होता है, जबकि कई अन्य नस्ल की गायों में A1 प्रोटीन पाया जाता है.
Advertisement

बकौल डॉ. रंजन, A2 प्रोटीन वाला दूध आसानी से पच जाता है. इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, वसा तथा पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है. जानकार बताते हैं कि गुजरात के गिर जंगलों से ताल्लुक रखने वाली गिर गाय की लोकप्रियता दुनियाभर में फैल चुकी है.

इसकी लोकप्रियता का सबसे मुख्य कारण यह है कि यह प्रतिदिन 10 से 12 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है. इसके दूध की गुणवत्ता इतनी अधिक होती है कि बिहार के कुछ ज़िलों सहित उत्तर प्रदेश तथा महाराष्ट्र जैसे राज्यों में इसे 100-120 रुपए प्रति लीटर की कीमत तक बेचा जाता है.

मध्यम शरीर और लंबी पूंछ वाली इस गाय का माथा पीछे तथा सींग मुडे हुए होते हैं. गिर गाय का शरीर धब्बेदार होता है, जिसकी वजह से इसे पहचानना बेहद आसान हो जाता है.इस गाय की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये किसी भी जलवायु और वातावरण में खुद को आसानी से ढाल लेती है.
Advertisement

इनको पालने के लिए हल्की देखभाल भी काफी होती है. ये गाय पक्के कंक्रीट वाले फर्श की बजाय साधारण मिट्टी वाले फर्श में भी बड़ी आसानी से रह लेती है. मौसम चाहे जैसा भी हो, यह खुद को उसमें ढाल कर मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रहती है. ध्यान देने वाली बात यह है कि इनके खान-पान में किसी तरह की कोई कमी नहीं होनी चाहिए.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।