PHOTOS : सड़े-गले गेहूं पर कलर कर ब्रांडेड नाम पर बेचा जा रहा था! देखिए हकीक़त
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Agency:News18 Madhya Pradesh
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नीमच. नीमच के कनावटी स्थित दर्शिल एग्रो के प्लांट में गेहूं (WHEAT) पर नकली गोल्डन कलर (Colour) चढ़ाया जा रहा था. शिकायत मिलने पर खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने प्लांट पर छापा मारा. यहां भारी मात्रा में गेहूं और कलर करने का सामान रखा मिला.

दशिल एग्रो प्लांट से करीब 30 किलो के 25 हजार गेहूं के कट्टे जब्त किए गए. साथ ही 50 किलो गोल्डन कलर भी मौके पर रखा मिला. उसे ज़ब्त कर लिया गया है. गेहूं पर भी कलर चढ़ाने का मामला पहली बार सामने आया है.

सड़े गले गेंहू पर जहरीला गोल्डन कलर चढ़ा कर उन्हें बेस्ट क्वालिटी का बताकर मार्केट में सप्लाय किया जा रहा था. ये गेहूं अमूल,सुपर किंग,जलसा, वंडर सहित करीब 11 ब्रांडों में पैक कर नमूने जांच के लिए भोपाल भेज दिए हैं.
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जिला खाद्य एवं औषधि अधिकारी संजीव मिश्रा ने बताया कि प्लांट में रखे गेहूं में से 5 प्रकार के नमूने लिये गये हैं. इसमें से एक नमूना कलर और पॉलिश किए जा रहे गेहूं का है. ये गेहूं अलग अलग ब्रांड्स के नाम से पैक कर रखे थे. गेहूं के काफी ब्रांड्स के नाम पर यहां माल भरा मिला. इनमें झिलमिल, प्रतिष्ठा, अमूल, बिट क्वाइन, सुपर किंग, ओलम्पिक, जलसा, ओलम्पिक प्रीमियम, रेड्डी, कलर वाला माल नाईस, छोटा भीम, जनता, वंडर, अन्ना आदि पाये गये.

उन सभी ब्रांड्स के पैक में यह कलर और पालिश वाला हानिकारक गेहूं बेचा जा रहा था. श्री मिश्रा ने बताया कि वहां केसरिया कलर का घोल भी मिला है. कुल माल का वजन 1 लाख बीस हजार छः सौ बीस किलोग्राम है.इसकी कीमत 27 लाख 78 हजार आठ सौ साठ रूपये बताई गई है.

मिश्रा ने यह भी बताया कि इनके जांच के लिये नमूने भोपाल भेज दिये गये हैं. प्लांट को सील कर दिया गया है.यदि जांच में गेहूं अमानक पाया जाता है तो दर्शिल एग्रो के खिलाफ आगे कार्रवाई होगी.
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