Year Ender 2019: भारतीय ध्वज के नीचे ना खेलकर भी तीरंदाजों ने किया देश का नाम रोशन
Agency:News18Hindi
Last Updated:
भारतीय तिरंदाजी संघ (Indian Archery Federation) के निलंबित होने के कारण भारतीय खिलाड़ी ओलिंपिक ध्वज के नीचे खेले

तमाम विवादों के बावजूद भारतीय तीरंदाजों ने इस साल ओलिंपिक कोटे हासिल किए और दिखाया कि वह देश के लिए हर हाल में खेलने को तैयार हैं. पिछले साल फ्लॉप रहे दीपिका कुमारी और अतानु दास इस साल फॉर्म में दिखे.

भारत के टॉप तीरंदाजों में शामिल अतानु दास ने इस साल देश को दो ओलिंपिक कोटे दिलाए. नेदरलैंड्स में खेली जा रही विश्व चैंपियनशिप में हैरतंगेज प्रदर्शन करते हुए अतानु दास ने तरुणदीप राय, प्रवीण जाधव के साथ टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया. इसके अलावा उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में दीपिका के साथ ब्रॉन्ज मेडल भी जीता.
Advertisement

भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी के लिए पिछला साल काफी निराशाजनक रहा था. हालांकि इस साल शुरुआत में संघर्ष के बाद उन्होंने वापसी की. बैंकॉक में महाद्वीपीय क्वॉलिफिकेशन टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर ओलिंपिक कोटा हासिल कर लिया. इससे पहले एशियन चैंपियनशिप में दीपिका ने रिकर्व वर्ग की मिक्स्ड डबल्स स्पर्धा में कांस्य पदक भी हासिल किया था. इसमें उनके पार्टनर उनके मंगेतर अतानु दास थे.

भारत को सिंगल्स वर्ग में ओलिंपिक कोटा दिलाने में अंकिता भकट का अहम रोल रहा. महाद्वीपीय क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट में महिला रिकर्व स्पर्धा में अंकिता भक्त ने रजत पदक जीतकर भारत के लिये ओलिंपिक कोटा स्थान सुनिश्चित किया. इवेंट के फाइनल में उन्हें हमवतन दीपिका से हार मिली थी. अंकिता ने अंतिम चार में भूटान की कर्मा को 6-2 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया.

<br />आंध्र प्रदेश के रहने वाले अभिषेक वर्मा और दिल्ली की रहने वालीं ज्योति सुरेखा ने 21वीं एशियन आर्चरी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया. दोनों खिलाड़ियों ने भारत को इस चैंपियनशिप का इकलौता गोल्ड मेडल दिलाया.
Advertisement

एशियन पैरा आर्चरी चैंपियनशिप में को भारत के विवेक चिकारा ने गोल्ड मेडल हासिल किया था. यह प्रतियोगिता हर दो साल में एक बार होती है. चिकारा ने 2020 पैरालम्पिक के लिए कट हासिल कर लिया है. वह इस साल की शुरुआत में हेट्रोगेनबॉश में आयोजित वर्ल्ड पैरा चैम्पियनशिप में पुरुषों की रिकर्व ओपन कटेगरी में संयुक्त रूप से नौवें स्थान पर रहे थे.