20 पुलिस जवान, 4 सशस्त्र बल, 2 अश्रु गैस दस्ता और वज्र वाहन से लैस होती है दंगा नियंत्रण की टीम, जानें कैसे करती है काम
Riot Control Vehicle Work: दंगा नियंत्रण टीम में शामिल जवानों को किसी भी स्थिति को काबू में कैसे किया जायेगा. इसके बारे में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. साथ ही अश्रु गैस का इस्तेमाल कब और कैसे किया जाना है. इसके बारे में भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया है.
रिपोर्ट- गोविंद कुमार

गोपालगंज. किसी भी इलाके में दंगा या किसी अन्य वजह से माहौल खराब होने की स्थिति में दंगा नियंत्रण टीम (Riot Control Team) की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है. ऐसे में अलग-अलग जिलों में दंगा नियंत्रण टीम को तैयार किया जाता है. इसी क्रम में गोपालगंज (Gopalganj) जिले में भी दंगा नियंत्रण के लिए पुलिस तैयार है. आधुनिक सुविधाओं से लैस दंगा नियंत्रण टीम को गुरुवार को पुलिस लाइन से रवाना किया गया. एसपी स्वर्ण प्रभात (Svarn Prabhaat) ने इस टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
दंगा नियंत्रण टीम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. दंगा नियंत्रण टीम की तैनाती सम्प्रदायिक दंगा, सड़क जाम होना, धरना-प्रदर्शन, वीवीआइपी कार्यक्रम समेत अन्य विभिन्न परिस्थिति के लिए की जाएगी. एसपी ने स्वर्ण प्रभात ने बताया कि दंगा नियंत्रण टीम में सशस्त्र बल समेत 20 जवानों को तैनात किया गया है. इसके अलावा चार अश्रु गैस सदस्यों को टीम में शामिल किया गया है.
जानें कैसे काम करती है पूरी टीम
दंगा नियंत्रण टीम में शामिल जवानों को किसी भी स्थिति को काबू में कैसे किया जायेगा. इसके बारे में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. साथ ही अश्रु गैस का इस्तेमाल कब और कैसे किया जाना है. इसके बारे में भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. हाल के दिनों में बसडीला गांव में हुए घटना को देखते हुए एसपी की ओर से दंगा नियंत्रण टीम का गठन कर पुलिस को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया. टीम को रवाना करने से पहले एसपी ने एक-एक जवानों से बात कर प्रशिक्षण के बारे में पूरी जानकारी ली और पुलिस लाइन के मेजर को कई निर्देश दिए.
दंगा नियंत्रण टीम की खास बातें
बड़ी वज्र वाहन रहेगी.
छोटी वज्र वाहन भी होगी.
20 पुलिस बल की तैनाती.
चार सशस्त्र बल का दस्ता.
दो अश्रु गैस दस्ता रहेगी.
12 लाठी बल की तैनाती.