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₹2.24 लाख करोड़ की संपत्ति के वारिस श्रविन भारती ने क्‍यों छोड़ा ब्रिटेन, क्‍यों UAE को बनाया नया ठिकाना

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श्रविन भारती मित्‍तल का ब्रिटेन छोडना बताता है कि टैक्स नियमों में बदलाव कैसे अमीर निवेशकों को ब्रिटेन से दूर कर रहा है और मिडिल ईस्ट जैसे देशों को नया वित्तीय केंद्र बना रहा है.

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नई दिल्ली. भारती समूह के उत्तराधिकारी और ब्रिटेन की टेलीकॉम कंपनी बीटी ग्रुप (BT Group Plc) में प्रमुख हिस्सेदार श्रविन भारती मित्तल ने ब्रिटेन (UK) छोड़ दिया है. अब वे संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के नागरिक बन गए हैं. टैक्स नियमों में बदलाव और अमीर निवासियों पर बोझ बढ़ने के कारण उन्होंने यह कदम उठाया है. 37 वर्षीय श्रविन मित्तल ने हाल ही में अबू धाबी में अपनी निवेश फर्म अनबाउंड की एक शाखा शुरू की है, जो उन्होंने पहले लंदन में स्थापित की थी. कंपनी की फाइलिंग के अनुसार, अब उन्होंने आधिकारिक तौर पर अपना निवास स्थान यूएई दर्ज किया है. गौरतलब है कि भारती परिवार की इस फर्म की बीटी ग्रुप में 24.5% हिस्सेदारी है, जो ब्रिटेन की प्रमुख मोबाइल और ब्रॉडबैंड कंपनियों में से एक है.

2.24 लाख करोड़ की संपत्ति के वारिस श्रविन भारती ने क्यों छोड़ा ब्रिटेन
मित्तल परिवार की कुल संपत्ति करीब 27.2 अरब डॉलर है.

ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, मित्तल परिवार की कुल संपत्ति करीब 27.2 अरब डॉलर (लगभग ₹2.24 लाख करोड़) है. ब्रिटेन में हाल ही में लागू किए गए कर सुधारों के कारण नॉन-डॉमिसाइल्ड (non-domiciled) अमीर निवासी देश छोड़ने लगे हैं. ऐसे लोग मूल रूप से विदेश से होते हैं, लेकिन UK में रहते हैं और कुछ शर्तों पर विदेशी आय पर टैक्स से छूट पाते थे. मार्च 2024 में तत्कालीन कंजरवेटिव सरकार ने नॉन-डॉम टैक्स छूट को खत्म कर दिया, जिसमें वे 15 साल तक अपनी विदेशी कमाई पर UK में टैक्स से बच सकते थे. जुलाई 2024 के आम चुनावों में लेबर पार्टी की जीत के बाद, वित्त मंत्री रेचेल रीव्स ने एक कदम आगे बढ़ते हुए विदेशी संपत्तियों पर विरासत कर की छूट भी खत्म कर दी.

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अरबपतियों का नया ठिकाना बना मिडिल ईस्ट

UK छोड़ने वालों में कई हाई-प्रोफाइल नाम शामिल हैं. मिस्र के सबसे अमीर व्यक्ति नासेफ साविरिस अबू धाबी और इटली में बसने की तैयारी कर चुके हैं. वहीं, लंदन में बड़ी संपत्तियों के मालिक लाजारी परिवार के दो सदस्य अब आमतौर पर साइप्रस में रहते हैं. वेल्थ एडवाइजरी फर्म सल्टस के लंदन स्थित वित्तीय सलाहकार जियानपाओलो मांतिनी का कहना है, “इन लोगों का टैक्स के प्रति रवैया पहले से ही लचीला है, इसलिए पलायन होना तय है.”

श्रविन मित्तल का ब्रिटेन से पुराना नाता

श्रवण मित्तल ने ब्रिटेन में ही अपने करियर की शुरुआत की थी. यूनिवर्सिटी ऑफ बाथ (University of Bath) से अकाउंटिंग और फाइनेंस की पढ़ाई करने के बाद, उन्होंने जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी (JP Morgan Chase & Co.) में इन्वेस्टमेंट बैंकिंग एनालिस्ट के रूप में काम किया. बाद में वे एक निजी इक्विटी फर्म से होते हुए भू-निवेश आधारित भारती एंटरप्राइजेज के निवेश शाखा में मैनेजिंग डायरेक्टर बने. पिछले साल उन्होंने BT में अरबपति पैट्रिक द्राही से हिस्सेदारी खरीदी थी.

फर्म की फाइलिंग के अनुसार, 1 अप्रैल 2025 से श्रवण की बहन ऐशा मित्तल, जो अभी भी ब्रिटेन में रहती हैं, ने उनके पद की जिम्मेदारी संभाली. उसी समय श्रवण मित्तल ने आधिकारिक रूप से UAE को अपना निवास स्थान घोषित कर दिया.

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