तिमाही नतीजों ने दिया जोर का झटका, बाजार खुलते ही औंधे मुंह गिरा यह एनर्जी शेयर
JSW Energy Share- जेएसडब्ल्यू एनर्जी शेयर इस महीने में अब तक 27 फीसदी गिर चुका है. कमजोर नतीजों के बाद आज भी इस शेयर में जोरदार गिरावट आई है.
नई दिल्ली. जेएसडब्ल्यू एनर्जी (JSW) के शेयर में आज जोरदार गिरावट आई. तिमाही नतीजे निवेशकों की आशाओं के अनुरुप ने आने से इस शेयर में जोरदार बिकवाली हुई. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 27 फीसदी घट गया है. बाजार खुलने के कुछ समय बाद यह 10 फीसदी गिरकर एनएसई पर 453.60 रुपये पर आ गया. इसके बाद इसमें कुछ रिकवरी हुई और सुबह 11:10 बजे यह करीब सात फीसदी की गिरावट के साथ 469 रुपये पर कारोबार कर रहा था. इस शेयर का 52-वीक लो 452.20 रुपये है जबकि 52-हफ्ते का उच्चतम स्तर 804.90 रुपये है.

जेएसडब्ल्यू एनर्जी शेयर इस महीने में अब तक 27 फीसदी गिर चुका है. पांच कारोबारी सत्रों में इस एनर्जी स्टॉक में 13 फीसदी की गिरावट आई है. पिछले छह महीने में यह शेयर 32 फीसदी फिसला है तो एक साल में इसका भाव पांच फीसदी नीचे आया है.
शुद्ध लाभ 27 फीसदी घटा
JSW एनर्जी ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (Q3) में समेकित शुद्ध लाभ (consolidated net profit) 27 फीसदी घटा. अक्टूबर-दिसंबर 2024 की अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ घटकर ₹168 करोड़ रह गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में ₹231 करोड़ था. कंपनी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को दी गई फाइलिंग में बताया कि थर्मल और हाइड्रोपावर संयंत्रों से कम राजस्व के कारण मुनाफे में गिरावट आई. कंपनी का कुल राजस्व भी मामूली रूप से घटकर ₹2,640 करोड़ रह गया, जो पिछले साल Q3 में ₹2,661 करोड़ था.
EBITDA और मार्जिन में गिरावट
ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय (EBITDA) 9% घटकर ₹1,115 करोड़ रह गई, जो पिछले साल Q3 में ₹1,229 करोड़ थी. EBITDA मार्जिन भी 46.2% से घटकर 42.2% रह गया. कंपनी की कुल विद्युत उत्पादन (net power generation) 10% बढ़कर 6.75 बिलियन यूनिट (BU) हो गई. नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन 18% बढ़कर 1.6 BU और थर्मल उत्पादन 8% बढ़कर 5.1 BU पहुंच गया. वर्तमान में JSW एनर्जी की कुल स्थापित क्षमता 8,117 मेगावाट (MW) है और 7,570 MW क्षमता निर्माणाधीन है.
₹3,000 करोड़ जुटाएगी कंपनी
JSW एनर्जी के बोर्ड ने ₹3,000 करोड़ तक के दीर्घकालिक फंड जुटाने की मंजूरी दी है. यह फंड रेटेड और सूचीबद्ध गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (NCDs) जारी करके निजी प्लेसमेंट के आधार पर जुटाया जाएगा.