IAS Transfer: जिसे सरकारी कर्मचारी मानते हैं ‘काला पानी’, वहां सेवाएं देंगी IAS रितिका जिंदल, खुद चुनी जगह
IAS Officer Transfer in Himachal: हिमाचल के चंबा का पांगी काफी दुर्गम इलाका है सर्दियों के दिनों में पूरे 6 महीनों तक यह इलाका शेष विश्व से कटा रहता है. यहां पर कई फीट बर्फ पढ़ती है. यहां एक अहम बात यह है कि जब पांगी में तबादले को ‘काली पानी’ के तौर पर देखा जाता है.
मंडी. हिमाचल प्रदेश में सोमवार को सरकार ने 16 आईएस (IAS) और 16 एचएएस अधिकारियों के तबादले किए. जहां दो जिलों के डीसी बदले गए, वहीं, जिलों में एसडीएम को भी एक जगह से दूसरी जगह भेजा गया. लेकिन इन तबादलों में सबसे अधिक चर्चा में रहीं मंडी की एसडीएम रितिका जिंदल (SDM Ritika Jindal). दरअसल, उन्होंने चंबा के पांगी में पोस्टिंग के लिए हामी भरी.

हुआ यूं कि साल 2019 बैच की यंग आईएएस से जब सरकार ने पूछा कि क्या आप चंबा के पांगी में अपनी सेवाएं देना चाहेंगी तो यंग आईएएस ने इसके लिए तुरंत हामी भर दी. सरकार की तरफ से जारी तबादला आदेशों में एसडीएम सदर आईएएस रितिका जिंदल को प्रमोशल के साथ पांगी तबदील किया गया है. रितिका जिंदल अब चंबा जिला के दुर्गम क्षेत्र पांगी में बतौर रेजिडेंट कमीशनर अपनी सेवाएं देंगी.
न्यूज18 से बातचीत में क्या बोली
जब इस बारे में रितिका जिंदल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि तबादला आदेशों से पहले सरकार कुछ स्थानों की ऑपशन मांगती है. मुझसे पांगी में सेवाएं देने के लिए पूछा गया तो मैंने इसके लिए तुरंत हां कर दी. क्योंकि, वैसे भी ट्राइबल क्षेत्रों में सेवाएं देना अनिवार्य होता है, इसलिए मैंने इस आप्शन को स्वीकार कर लिया. यदि इसके विपरित कहूं तो हमें सरकार के लिए काम करना होता है और सरकार हमें जहां भी तैनात करे, हमें अपनी सेवाएं देनी ही हैं, इसलिए भी ना-नुकर वाला कोई विषय ही नहीं था. मुझे इस बात की खुशी है कि मंडी में बतौर एसडीएम लोगों का बहुत ज्यादा प्यार और सहयोग मिला. अब ट्राइबल क्षेत्रों की समस्याओं को करीब से समझने और उनके समाधान का मौका मिला है.
पांगी जानें पर क्यों चर्चा में आई रितिका
दरअसल, हिमाचल के चंबा का पांगी काफी दुर्गम इलाका है सर्दियों के दिनों में पूरे 6 महीनों तक यह इलाका शेष विश्व से कटा रहता है. यहां पर कई फीट बर्फ पढ़ती है. यहां एक अहम बात यह है कि जब पांगी में तबादले को ‘काली पानी’ के तौर पर देखा जाता है. बीते समय में किसी भी सरकारी कर्मचारी को सजा के तौर पर लाहौल स्पीति के काजा या फिर पांगी भेजा जाता था. लेकिन यहां पर रितिका जिंदल ने खुद पोस्टिंग के हामी भरी है.
पंजाब की रहने वाली हैं रितिका जिंदल
2019 बैच की यंग आईएएस अधिकारी रितिका जिंदल पंजाब के मोगा की रहने वाली हैं. मात्र 22 वर्ष की आयु में रितिका आईएएस बन गई थी. उन्हें 88वां रैंक मिला था. जब रितिका आईएएस की तैयारी कर रही थी तो उस वक्त उनके पिता का स्वास्थ्य ठीक नहीं था. रितिका ने विपरित परिस्थितियों से जूझते हुए आईएएस की तैयारी की और इस परीक्षा को उतीर्ण करके दिखाया.