झारखंड के नये DGP नीरज सिन्हा ने पदभार ग्रहण करते ही दागियों के पर कतरे, वापस लिये जाएंगे बॉडीगार्ड्स
नये डीजीपी नीरज सिन्हा (DGP Neeraj Sinha) ने कहा कि दागियों के बॉडीगार्ड वापस लिए जाने के हाईकोर्ट के निर्देश का अनुपालन हर हाल में किया जाएगा.
रांची. झारखंड के 14वें डीजीपी के रूप में 1987 बैच के आईपीएस नीरज सिन्हा (DGP Neeraj Sinha) ने शनिवार को पदभार ग्रहण किया. इससे पहले नीरज सिन्हा जैप डीजी और एसीबी डीजी के अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. नीरज सिन्हा ने डीजीपी की कुर्सी पर बैठते ही अपनी प्राथमिकता गिनाते हुए कहा कि उग्रवाद और अपराध पर अंकुश के साथ-साथ बेहतर विधि व्यवस्था उनकी प्रॉयोरिटी होगी.

नये डीजीपी ने कहा कि केसों के अनुसंधान से लेकर अपराधियों के अभियोजन तक पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. पुलिसकर्मियों के कल्याण पर भी ध्यान दिया जाएगा. पुलिसकर्मी के रहने और कार्यस्थल में बेहतर सुविधा मिले, ये भी प्राथमिकता होगी. नीरज सिन्हा ने कहा कि दागियों के बॉडीगार्ड वापस लिए जाने के हाईकोर्ट के निर्देश का अनुपालन हर हाल में किया जाएगा.
वहीं पदभार से मुक्त होते पूर्व डीजीपी एमवी राव ने कहा कि उन्हें सभी का सहयोग मिला, इसलिए उनके कार्यकाल में पुलिसिंग के क्षेत्र में कई कामयाबी हासिल हुई. उन्हें किसी बात का कोई मलाल नही हैं. पूर्व डीजीपी ने आयरन हैंड वाले बयान पर कहा कि विधि व्यवस्था को लेकर उन्होंने ये बयान दिया गया था. नक्सलवाद और अपराध पर लगाम लगाने में उनके कार्यकाल में बेहतर कार्य हुए.
नये डीजीपी नीरज सिन्हा 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. गुरुवार देर शाम उनको डीजीपी बनाने की अधिसूचना गृह विभाग की तरफ से जारी की गई. नीरज सिन्हा को राज्य सरकार ने नियमित डीजीपी बनाया है. इससे पहले 15 मार्च 2020 को राज्य सरकार ने एमवी राव को प्रभारी डीजीपी बनाया था, लेकिन तकनीकी कारणों से उन्हें सरकार नियमित डीजीपी नहीं बना पाई थी.